Kanpur Violence: पलायन नहीं पराक्रम करेंगे, चंद्रेश्वर हाते में लगा पोस्टर, नर्सिंग भगवान की लगाई फोटो

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Kanpur Violence: पलायन नहीं पराक्रम करेंगे, चंद्रेश्वर हाते में लगा पोस्टर, नर्सिंग भगवान की लगाई फोटो

Kanpur Violence: पलायन नहीं पराक्रम करेंगे, चंद्रेश्वर हाते में लगा पोस्टर, नर्सिंग भगवान की लगाई फोटो

सुमित शर्मा, कानपुर
कानपुर हिंसा में सबसे ज्यादा सुर्खियों चंद्रेश्वर हाता रहा है। कानपुर में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एक समुदाय विशेष के लोग जबरन दुकाने बंद करा रहे थे। जिसका दूसरा पक्ष विरोध करने लगा। कुछ ही देर में दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। चंद्रेश्वर हाते पर एक समुदाय के लोगों ने पथराव और पेट्रोल बम हमला कर दिया। इस घटना के बाद सोशल मीडिया में भ्रामक खबरे चलने लगी कि चंद्रेश्वर हाते के लोग पलायन कर रहे हैं। लेकिन हाते में रहने वाले लगभग 200 परिवारों ने पालयन की खबरों का खंडन किया है।

चंद्रेश्वर हाते के लोगों ने मुख्यद्वार पर बैनर लगा दिया कि पलायन नहीं पराक्रम करेंगे। चंद्रेश्वर हाते में रहने वाले लोगों और एक समुदाय विशेष के लोगों के बीच पिछले कई दशकों से विवाद चला आ रहा है। पलायन की खबरों के बीच पुलिस प्रशासन ने भी सख्त रवैया अपनाया है। पुलिस चंद्रेश्वर हाते और आसपास के इलाकों पर ड्रोन से नजर रख रही है।

हाते को बम से उड़ाने की मिल चुकी है धमकी
चंद्रेश्वर हाता में लगे बैनर में भगवान नर्सिंग की फोटो लगाई गई है। भगवान नर्सिंग की फोटो लगाए जाने के बाद अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इसके साथ ही चंद्रेश्वर हाते में रहने वाले भाजपा युवा मोर्चा के क्षेत्रीय महामंत्री अमित बाथम को फोन कर चंद्रेश्वर हाता को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। इसके बाद से हाते की सुरक्षा पुलिस ने बढ़ा दी थी।

एसपी विधायक के आने पर लगाया बैन
कानपुर हिंसा के बाद से चंद्रेश्वर हाता चर्चा में बना हुआ है। चंद्रेश्वर हाता आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र में आता है। आर्यनगर विधानसभा सीट से एसपी के अमिताभ वाजपेई विधायक हैं। हाते में रहने वाले लोगों का कहना है कि एसपी विधायक हम लोगों का खैरियत भी पूछने के लिए नहीं आए हैं। ऐसे विधायक का क्या काम, जो विषम परिस्थितियों में भी मिलने के लिए आए हैं। चंद्रेश्वर हाते के लोगों ने गेट पर लिख अमिताभ वाजपेई के नाम पर पेंट कर दिया। हाते में आने पर बैन लगा दिया है।

क्या था घटनाक्रम
कानपुर के यतीमखाने में बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो पक्षों के बीच पथराव हो गया। बवाल इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के बीच बम और फायरिंग शुरू हो गई। दरअसल भाजपा नेता नुपुर शर्मा ने मोहम्मद साहब को लेकर बीते 26 मई को विवादित बयान दिया था। विवादित बयान को लेकर जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हासमी ने जुमे के दिन ही बाजार बंदी का एलान किया था।

दीवारों पर लगाए थे पोस्टर
इसके लिए दीवारों पर पोस्टर भी चस्पा किए गए थे। लेकिन कानपुर देहात में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम था। जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हासमी की पत्नी का कहना है कि वीआईपी मूवमेंट होने की वजह से बाजार बंदी के कार्यक्रम को स्थिगित कर दिया गया था।

जुमे की नमाज के बाद भीड़ ने लिया जुलूस का रूप

जुमे की नमाज के बाद भीड़ ने जुलूस का रूप ले लिया। भीड़ एक समुदाय की दुकान बंद कराने लगी। जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया, और देखते-देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। पुलिस ने टियर गैस और पथराव कर भीड़ को खदेड़ दिया। इसके बाद उपद्रवी गलियों से पुलिस पर पथराव करने लगे।

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