Jitesh Sharma News: जितेश शर्मा ने पहाड़ पर ट्रेकिंग करने वाले व्यक्ति से की अपनी तुलना, आईपीएल में बल्ले से मचा रहे धमाल

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Jitesh Sharma News: जितेश शर्मा ने पहाड़ पर ट्रेकिंग करने वाले व्यक्ति से की अपनी तुलना, आईपीएल में बल्ले से मचा रहे धमाल


Jitesh Sharma News: जितेश शर्मा ने पहाड़ पर ट्रेकिंग करने वाले व्यक्ति से की अपनी तुलना, आईपीएल में बल्ले से मचा रहे धमाल

मुंबई:पंजाब किंग्स के विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा (Jitesh Sharma) ने अब तक आईपीएल 2022 (IPL) में शानदार प्रदर्शन किया है। उनकी क्रिकेटर की यात्रा काफी संघर्ष भरी रही है। 28 वर्षीय क्रिकेटर ने अपने डेब्यू पर सीएसके के खिलाफ 17 गेंदों में 26 रनों की पारी खेली। उन्होंने गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के खिलाफ क्रमश: 11 गेंद में 23 रन और 15 गेंद में नाबाद 30 रन बनाए, लेकिन 2017 में 28 वर्षीय खिलाड़ी टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए थे।
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जितेश ने पंजाब किंग्स (Punjab Kings) की वेबसाइट के हवाले से बताया, ‘मेरी यात्रा पहाड़ पर ट्रेकिंग करने वाले व्यक्ति के समान रही है। जब मैंने अपना पहला मैच खेला, तो मैं ड्रेसिंग रूम में बैठा था और अपने अतीत की बातें याद कर रहा था। मैं जहां से आया हूं, मेरे संघर्ष, मेरे द्वारा दिए गए बलिदान और उन सभी लोगों ने जिन्होंने मेरा समर्थन किया है, मैं किसी को निराश नहीं करना चाहता, यहां तक कि खुद को भी।’

एक युवा के लिए उन महान खिलाड़ियों के साथ खेलना एक सपने जैसा रहा है, जिन्हें उन्होंने टेलीविजन पर बड़े होते हुए देखा था, लेकिन शर्मा ने कहा कि उन्होंने नर्वस होने के बावजूद मैदान पर अपना शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘मैं मैदान पर पहली गेंद का सामना करते हुए नर्वस था। मैंने एमएस धोनी को अपने पीछे विकेट कीपिंग और जडेजा को गेंदबाजी करते हुए देखा। डीजे ब्रावो मेरी बाईं ओर थे और रॉबिन उथप्पा, अंबाती रायुडू मेरे सामने थे, जिन्हें मैंने टीवी पर देखा है लेकिन वास्तविक में कभी नहीं देखा। इसलिए मैं मैच में थोड़ा नर्वस था।’
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शर्मा ने कहा कि उनके पिता उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे पिता बहुत क्रिकेट खेलते थे और टेनिस टूर्नामेंट में भी हिस्सा लेते थे और मैं उनके साथ कई पुरस्कार वितरण में शामिल होता था। जब भी वह क्रिकेट देखते थे, तो वह खुश और उत्साहित होते थे। तभी मुझे एहसास हुआ कि अगर वह मुझे क्रिकेट खेलते हुए देखेंगे, तो वह इस तरह से ही उत्साहित होंगे। मेरा सफर वहीं से शुरू हुआ और तभी मुझे लगा कि मैं क्रिकेट खेलना शुरू कर सकता हूं।’

मैच के बाद, जब मैंने अपने पिता की मिस्ड कॉल देखी, तो मैंने उन्हें वापस कॉल किया। हालांकि मैं कॉल करने में संकोच कर रहा था क्योंकि उनकी सख्त दिनचर्या थी। वह आमतौर पर रात 10 बजे तक सो जाते हैं, लेकिन इस बार जब मैंने उन्हें लगभग 12:30 बजे फोन किया। वह जग रहे थे। वह मेरे कॉल करने का इंतजार कर रहे थे। वह इतना खुश थे कि उन्होंने मुझसे कहा, ‘अच्छा खेला बेटा!’



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