Javelin Missile : यूक्रेन के लिए अमेरिका का वरदान है जेवलिन मिसाइल, पुतिन की सेना में मचाई तबाही, जानें कैसे करती है शिकार h3>
मॉस्को/कीव : रूस और यूक्रेन युद्ध को शुरू हुए 21 दिन हो चुके हैं। इन दिनों में पुतिन की सेना ने यूक्रेन में भारी तबाही मचाई है लेकिन कड़े प्रतिरोध के चलते अभी भी कीव जेलेंस्की के नियंत्रण में है। रूसी सेना बेहद ताकतवर है, इसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन फिलहाल पूरी दुनिया यूक्रेनी सैनिकों की हिम्मत का लोहा मान चुकी है। अपने कंधे पर जेवलिन मिसाइल लॉन्चर लेकर जाते यूक्रेन के सैनिकों को पूरी दुनिया ने देखा। यह एंटी-टैंक हथियार रूसी आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन के प्रतिरोध का सबसे बड़ा प्रतीक बन चुका है और अब तक रूस का भारी नुकसान कर चुका है।
जेवलिन मिसाइल लॉन्चर का इस्तेमाल गुरिल्ला युद्ध में किया जाता है। यह सख्त से सख्त कवच को भी भेदने में सक्षम होता है। पश्चिमी देश रूस से सीधे तौर पर उलझना नहीं चाहते हैं। लिहाजा वे यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं जिनके दम पर जेलेंस्की की सेना इतने दिनों से मैदान में टिकी हुई है। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक अब तक यूक्रेन को अलग-अलग पश्चिमी देशों से 17000 एंटी टैंक हथियार मिल चुके हैं, जिसमें कई सौ जेवलिन लॉन्चर शामिल हैं।
दूसरे एंटी-टैंक हथियारों से ज्यादा लोकप्रिय जेवलिन मिसाइल
वॉशिंगटन ने शनिवार को यूक्रेन के लिए 200 मिलियन डॉलर की नई सैन्य सहायता की घोषणा की है, जिसमें एंटी-टैंक हथियारों को भी रखा गया है। यूक्रेन को दूसरे एंटी-टैंक हथियार भी मिले हैं, जैसे- ब्रिटिश NLAWs, स्वीडन में निर्मित AT4s और कार्ल-गुस्ताव्स, जर्मनी की Panzerfausts और स्पेन की Instalaza C90s, लेकिन सोशल मीडिया पर सबसे मशहूर अमेरिका की जेवलिन मिसाइल ही हो रही है। इसकी तकनीकी खूबियां इसे दुनिया के सबसे खतरनाक एंटी-टैंक हथियारों में से एक बनाती हैं।
दागी हुई जेवलिन मिसाइल के पास से गुजरता स्थानीय (Reuters)
दुनिया के किसी भी टैंक को उड़ाने में सक्षम
जेवलिन मिसाइल दुनिया के सबसे मजबूत और आधुनिक टैंकों को भी उड़ा सकती है। यह मिसाइल दो बार में अपने टारगेट को ध्वस्त करती है। पहली बार में मिसाइल टैंक के संपर्क में आते ही ब्लास्ट हो जाती है, जिसके बाद यह और अधिक शक्ति के साथ कवच को भेदने का काम करती है। इस मिसाइल की रेंज 2500 मीटर होती है जो किसी आर्मर्ड व्हीकल, टैंक और बंकरों को उड़ाने में सक्षम होती है। इससे किसी कम ऊंचाई पर उड़ने वाले एयरक्राफ्ट, जैसे-हेलिकॉप्टर, को भी निशाना बनाया जा सकता है।
कंधों पर रखकर फायर कर रहे यूक्रेनी सैनिक
जेवलिन मिसाइलें ‘मैन पोर्टेबल’ हैं, जिन्हें यूक्रेनी सैनिक कंधों पर रखकर फायर कर सकते हैं। जबकि अन्य एंटी-टैंक सिस्टम को इस्तेमाल करने के लिए ट्राइपॉड की जरूरत पड़ती है। इस वजह से सैनिक इसका इस्तेमाल किसी इमारत के भीतर से भी कर सकते हैं। सीधे हमले के अलावा इनका इस्तेमाल परोक्ष रूप से हमला करने के लिए भी किया जा सकता है। जेवलिन मिसाइलें 160 मीटर ऊंचाई तक जा सकती हैं और फिर अपने टारगेट पर सीधे-सीधे गिर जाती हैं।
‘फायर एंड फॉरगेट’ हथियार है जेवलिन
यह एक ‘फायर एंड फॉरगेट’ टाइप हथियार है। इसका मतलब है कि फायर से पहले ही यह अपने टारगेट को लॉक कर लेता है और सेल्फ-गाइडेड मिसाइल दुश्मन को तबाह कर देती है। इससे सैनिक इसे फायर करने के बाद मिसाइल के टारगेट तक पहुंचने से पहले छिप भी सकता है। एएफपी को एक सैनिक ने बताया कि इसका इस्तेमाल करना बेहद आसान है। उसने कहा कि अगर आप वीडियो गेम खेलते हैं तो आप इसका इस्तेमाल कर पाएंगे।
इंफ्रारेड तकनीक से सेट करती है टारगेट
जेवलिन मिसाइल की लंबाई 108.1 सेमी होती है और यह सिर्फ 14 सेकेंड में 2000 मीटर दूर स्थित टारगेट को बड़ी आसानी से ध्वस्त कर सकती है। मिसाइल लॉन्चर का वजन मिसाइल सहित 22.3 किग्रा होता है जो डे/नाइट विजन साइट से लैस होता है। जेवलिन मिसाइल अपने लक्ष्य को साधने के लिए इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती है। जेवलिन के अलावा यूक्रेन को अमेरिकी स्ट्रिंगर मिसाइलें भी दी गई हैं। यह मिसाइल हवा में उड़ते लो फ्लाइंग ड्रोन और हेलीकॉप्टर को मार गिराने में सक्षम है। स्ट्रिंगर मिसाइलों को भी कंधे पर रखकर आसानी से फायर किया जा सकता है।
जेवलिन मिसाइल लॉन्चर का इस्तेमाल गुरिल्ला युद्ध में किया जाता है। यह सख्त से सख्त कवच को भी भेदने में सक्षम होता है। पश्चिमी देश रूस से सीधे तौर पर उलझना नहीं चाहते हैं। लिहाजा वे यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई कर रहे हैं जिनके दम पर जेलेंस्की की सेना इतने दिनों से मैदान में टिकी हुई है। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक अब तक यूक्रेन को अलग-अलग पश्चिमी देशों से 17000 एंटी टैंक हथियार मिल चुके हैं, जिसमें कई सौ जेवलिन लॉन्चर शामिल हैं।
दूसरे एंटी-टैंक हथियारों से ज्यादा लोकप्रिय जेवलिन मिसाइल
वॉशिंगटन ने शनिवार को यूक्रेन के लिए 200 मिलियन डॉलर की नई सैन्य सहायता की घोषणा की है, जिसमें एंटी-टैंक हथियारों को भी रखा गया है। यूक्रेन को दूसरे एंटी-टैंक हथियार भी मिले हैं, जैसे- ब्रिटिश NLAWs, स्वीडन में निर्मित AT4s और कार्ल-गुस्ताव्स, जर्मनी की Panzerfausts और स्पेन की Instalaza C90s, लेकिन सोशल मीडिया पर सबसे मशहूर अमेरिका की जेवलिन मिसाइल ही हो रही है। इसकी तकनीकी खूबियां इसे दुनिया के सबसे खतरनाक एंटी-टैंक हथियारों में से एक बनाती हैं।
दागी हुई जेवलिन मिसाइल के पास से गुजरता स्थानीय (Reuters)
दुनिया के किसी भी टैंक को उड़ाने में सक्षम
जेवलिन मिसाइल दुनिया के सबसे मजबूत और आधुनिक टैंकों को भी उड़ा सकती है। यह मिसाइल दो बार में अपने टारगेट को ध्वस्त करती है। पहली बार में मिसाइल टैंक के संपर्क में आते ही ब्लास्ट हो जाती है, जिसके बाद यह और अधिक शक्ति के साथ कवच को भेदने का काम करती है। इस मिसाइल की रेंज 2500 मीटर होती है जो किसी आर्मर्ड व्हीकल, टैंक और बंकरों को उड़ाने में सक्षम होती है। इससे किसी कम ऊंचाई पर उड़ने वाले एयरक्राफ्ट, जैसे-हेलिकॉप्टर, को भी निशाना बनाया जा सकता है।
कंधों पर रखकर फायर कर रहे यूक्रेनी सैनिक
जेवलिन मिसाइलें ‘मैन पोर्टेबल’ हैं, जिन्हें यूक्रेनी सैनिक कंधों पर रखकर फायर कर सकते हैं। जबकि अन्य एंटी-टैंक सिस्टम को इस्तेमाल करने के लिए ट्राइपॉड की जरूरत पड़ती है। इस वजह से सैनिक इसका इस्तेमाल किसी इमारत के भीतर से भी कर सकते हैं। सीधे हमले के अलावा इनका इस्तेमाल परोक्ष रूप से हमला करने के लिए भी किया जा सकता है। जेवलिन मिसाइलें 160 मीटर ऊंचाई तक जा सकती हैं और फिर अपने टारगेट पर सीधे-सीधे गिर जाती हैं।
‘फायर एंड फॉरगेट’ हथियार है जेवलिन
यह एक ‘फायर एंड फॉरगेट’ टाइप हथियार है। इसका मतलब है कि फायर से पहले ही यह अपने टारगेट को लॉक कर लेता है और सेल्फ-गाइडेड मिसाइल दुश्मन को तबाह कर देती है। इससे सैनिक इसे फायर करने के बाद मिसाइल के टारगेट तक पहुंचने से पहले छिप भी सकता है। एएफपी को एक सैनिक ने बताया कि इसका इस्तेमाल करना बेहद आसान है। उसने कहा कि अगर आप वीडियो गेम खेलते हैं तो आप इसका इस्तेमाल कर पाएंगे।
इंफ्रारेड तकनीक से सेट करती है टारगेट
जेवलिन मिसाइल की लंबाई 108.1 सेमी होती है और यह सिर्फ 14 सेकेंड में 2000 मीटर दूर स्थित टारगेट को बड़ी आसानी से ध्वस्त कर सकती है। मिसाइल लॉन्चर का वजन मिसाइल सहित 22.3 किग्रा होता है जो डे/नाइट विजन साइट से लैस होता है। जेवलिन मिसाइल अपने लक्ष्य को साधने के लिए इंफ्रारेड तकनीक का इस्तेमाल करती है। जेवलिन के अलावा यूक्रेन को अमेरिकी स्ट्रिंगर मिसाइलें भी दी गई हैं। यह मिसाइल हवा में उड़ते लो फ्लाइंग ड्रोन और हेलीकॉप्टर को मार गिराने में सक्षम है। स्ट्रिंगर मिसाइलों को भी कंधे पर रखकर आसानी से फायर किया जा सकता है।