JAIPUR-बीसलपुर प्रोजेक्ट के इंजीनियरों ने की इतनी बड़ी चूक-अब मल्टीस्टोरी में पानी के लिए करना होगा लंबा इंतजार,,,पढे़ पूरी खबर | bisalpur project | News 4 Social h3>
जयपुरPublished: Feb 25, 2024 01:01:03 pm
– मल्टीस्टोरी में पानी की मांग के हिसाब से सूरजपुरा फिल्टर प्लांट की क्षमता नहीं बढ़ाई
– मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन के 50 से ज्यादा आवेदन मिले, पानी की कमी बता कनेक्शन पर लगाई रोक
जयपुर. शहर की 500 से ज्यादा मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में रह रही तीन लाख से ज्यादा आबादी को बीसलपुर का पानी मिलने की राह प्रोजेक्ट के इंजीनियरों ने ही रोक दी है। क्योंकि जल कनेक्शन की नई नीति बनने के बाद भी बीसलपुर प्राेजेक्ट के इंजीनियर पानी की व्यवस्था नहीं कर सके। स्थिति यह है कि मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन के लिए विभाग को 50 से ज्यादा आवेदन मिले। इंजीनियरों ने पानी की कमी का हवाला देते हुए कनेक्शन जारी करने पर रोक लगा दी है।
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ऐसे रोकी राह: सूरजपुरा फिल्टर प्लांट की नहीं बढ़ाई क्षमता
जलदाय इंजीनियरों का कहना है कि मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में जल कनेक्शन के लिए बनाई नीति को विफल करने में प्रोजेक्ट इंजीनियरों की पूरी भूमिका रही है। जयपुर शहर की पेयजल जरूरतें पूरी करने के लिए सूरजपुरा में 220 एमएलडी क्षमता का फिल्टर प्लांट तैयार किया। लेकिन, इंजीनियरों ने इस प्लांट के निर्माण के समय जयपुर की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की मांग को शामिल नहीं किया। वहीं, नीति बनाने के लिए गठित की गई कमेटी में शामिल इंजीनियर भी चुप्पी साध कर बैठ गए।
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प्रतिदिन 50 एमएलडी की जरूरत, जल कनेक्शन रोके
पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी, तत्कालीन मुख्य अभियंता (शहरी) के.डी. गुप्ता, बीसलपुर प्रोजेक्ट के इंजीनियरों ने वाहवाही लूटने के लिए नई जल कनेक्शन नीति जारी की। जलदाय इंजीनियरों के पास मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन के लिए आवेदन आने लगे। बीसलपुर से शहर को मिल रहे पानी का हिसाब शुरू हुआ तो पसीने छूटने लगे, क्योंकि जितना पानी जयपुर शहर के लिए मिल रहा है, उससे मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन जारी नहीं किए जा सकते। पानी का संकट देख जलदाय इंजीनियरों ने मल्टीस्टोरी में पानी के कनेक्शन रोक दिए हैं। इंजीनियरों के अनुसार मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स में कनेक्शन जारी किए जाते हैं तो प्रतिदिन 50 एमएलडी अतिरिक्त पानी की जरूरत होगी।
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चर्चा-पुरानी नीति को निरस्त करेगी सरकार
जलदाय विभाग में चर्चा है कि कांग्रेस सरकार के समय मल्टीस्टोरी में बीसलपुर का पानी पहुंचाने के लिए बनाई नीति को सरकार निरस्त कर सकती है। मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन पर रोक लगाकर इसकी शुरुआत जलदाय इंजीनियरों ने कर दी है। इंजीनियरों का कहना है कि पृथ्वीराज नगर में तो मल्टीस्टोरी का प्रावधान ही नहीं किया गया।
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जयपुरPublished: Feb 25, 2024 01:01:03 pm
– मल्टीस्टोरी में पानी की मांग के हिसाब से सूरजपुरा फिल्टर प्लांट की क्षमता नहीं बढ़ाई
– मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन के 50 से ज्यादा आवेदन मिले, पानी की कमी बता कनेक्शन पर लगाई रोक
जयपुर. शहर की 500 से ज्यादा मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में रह रही तीन लाख से ज्यादा आबादी को बीसलपुर का पानी मिलने की राह प्रोजेक्ट के इंजीनियरों ने ही रोक दी है। क्योंकि जल कनेक्शन की नई नीति बनने के बाद भी बीसलपुर प्राेजेक्ट के इंजीनियर पानी की व्यवस्था नहीं कर सके। स्थिति यह है कि मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन के लिए विभाग को 50 से ज्यादा आवेदन मिले। इंजीनियरों ने पानी की कमी का हवाला देते हुए कनेक्शन जारी करने पर रोक लगा दी है।
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ऐसे रोकी राह: सूरजपुरा फिल्टर प्लांट की नहीं बढ़ाई क्षमता
जलदाय इंजीनियरों का कहना है कि मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में जल कनेक्शन के लिए बनाई नीति को विफल करने में प्रोजेक्ट इंजीनियरों की पूरी भूमिका रही है। जयपुर शहर की पेयजल जरूरतें पूरी करने के लिए सूरजपुरा में 220 एमएलडी क्षमता का फिल्टर प्लांट तैयार किया। लेकिन, इंजीनियरों ने इस प्लांट के निर्माण के समय जयपुर की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की मांग को शामिल नहीं किया। वहीं, नीति बनाने के लिए गठित की गई कमेटी में शामिल इंजीनियर भी चुप्पी साध कर बैठ गए।
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प्रतिदिन 50 एमएलडी की जरूरत, जल कनेक्शन रोके
पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी, तत्कालीन मुख्य अभियंता (शहरी) के.डी. गुप्ता, बीसलपुर प्रोजेक्ट के इंजीनियरों ने वाहवाही लूटने के लिए नई जल कनेक्शन नीति जारी की। जलदाय इंजीनियरों के पास मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन के लिए आवेदन आने लगे। बीसलपुर से शहर को मिल रहे पानी का हिसाब शुरू हुआ तो पसीने छूटने लगे, क्योंकि जितना पानी जयपुर शहर के लिए मिल रहा है, उससे मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन जारी नहीं किए जा सकते। पानी का संकट देख जलदाय इंजीनियरों ने मल्टीस्टोरी में पानी के कनेक्शन रोक दिए हैं। इंजीनियरों के अनुसार मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स में कनेक्शन जारी किए जाते हैं तो प्रतिदिन 50 एमएलडी अतिरिक्त पानी की जरूरत होगी।
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चर्चा-पुरानी नीति को निरस्त करेगी सरकार
जलदाय विभाग में चर्चा है कि कांग्रेस सरकार के समय मल्टीस्टोरी में बीसलपुर का पानी पहुंचाने के लिए बनाई नीति को सरकार निरस्त कर सकती है। मल्टीस्टोरी में जल कनेक्शन पर रोक लगाकर इसकी शुरुआत जलदाय इंजीनियरों ने कर दी है। इंजीनियरों का कहना है कि पृथ्वीराज नगर में तो मल्टीस्टोरी का प्रावधान ही नहीं किया गया।