IPL 2022: एबी डिविलियर्स ने बताया क्यों लिया संन्यास, आईपीएल में वापसी को लेकर कह दी ये बड़ी बात h3>
दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने पिछले साल नवंबर में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए नहीं खेलेंगे। हालांकि 37 वर्षीय मिस्टर 360 ने क्रिकेट के साथ जुड़े रहने की इच्छा जताई है और शायद वह बतौर कोच आरसीबी से जुड़े रहना चाहते हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद डिविलियर्स ने खुलकर इस पर बात की है। विस्फोटक बल्लेबाज ने खुलासा किया है कि उन्होंने आईपीएल 2021 के दौरान ही क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया था।
It has been an incredible journey, but I have decided to retire from all cricket.
Ever since the back yard matches with my older brothers, I have played the game with pure enjoyment and unbridled enthusiasm. Now, at the age of 37, that flame no longer burns so brightly. pic.twitter.com/W1Z41wFeli
— AB de Villiers (@ABdeVilliers17) November 19, 2021
डिविलियर्स ने टाइम्स लाइव के साथ बातचीत में कहा, ‘ क्रिकेट हमेशा से मेरे लिए आनंद देने वाला रहा है। लेकिन आईपीएल के दौरान लंबे समय तक परिवार से अलग बायो बबल में रहना इसे बहुत मुश्किल बनाता था। दो चरणों में हुए आईपीएल 2021 ने मुझे शारीरिक रूप से कम लेकिन मानसिक रूप से बहुत प्रभावित किया।’ आईपीएल 2021 का आयोजन दो भागों में हुआ था। पहले हाफ को अस्थायी रूप से निलंबित करने से पहले इसे भारत में आयोजित किया गया था।
टेस्ट क्रिकेट में भी हो ‘फ्री हिट’ का नियम; साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन का सुझाव
पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें हमेशा खेल के प्रति प्यार था जो उन्हें खेलने और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता था। लेकिन जिस क्षण उन्हें एहसास हुआ कि यह अब पहले जैसा नहीं रहा, तो उन्हें लगा कि संन्यास लेने का यह सही समय है। इसके बाद उन्होंने काफी सोच समझकर क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने खुद को उस जगह पाया जहां रन बनाना और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना वास्तव में उसके साथ जाने वाली हर चीज से मेल नहीं खाता था। यहीं से संतुलन बिगड़ने लगा और मुझे संन्यास का ध्यान आया। मैं कभी भी ऐसा व्यक्ति नहीं रहा जो अपनी क्षमता और अपने क्रिकेट कौशल की हर एक ऊर्जा को आगे बढ़ाने में विश्वास करता है। मैं हमेशा खेल को आनंद के लिए खेला हूं। लेकिन जिस तरह की गिरावट शुरू हुई, उससे मुझे पता था कि यह मेरे लिए आगे बढ़ने का समय है।’
दक्षिण अफ्रीका के विस्फोटक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने पिछले साल नवंबर में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के लिए नहीं खेलेंगे। हालांकि 37 वर्षीय मिस्टर 360 ने क्रिकेट के साथ जुड़े रहने की इच्छा जताई है और शायद वह बतौर कोच आरसीबी से जुड़े रहना चाहते हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद डिविलियर्स ने खुलकर इस पर बात की है। विस्फोटक बल्लेबाज ने खुलासा किया है कि उन्होंने आईपीएल 2021 के दौरान ही क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया था।
It has been an incredible journey, but I have decided to retire from all cricket.
Ever since the back yard matches with my older brothers, I have played the game with pure enjoyment and unbridled enthusiasm. Now, at the age of 37, that flame no longer burns so brightly. pic.twitter.com/W1Z41wFeli
— AB de Villiers (@ABdeVilliers17) November 19, 2021
डिविलियर्स ने टाइम्स लाइव के साथ बातचीत में कहा, ‘ क्रिकेट हमेशा से मेरे लिए आनंद देने वाला रहा है। लेकिन आईपीएल के दौरान लंबे समय तक परिवार से अलग बायो बबल में रहना इसे बहुत मुश्किल बनाता था। दो चरणों में हुए आईपीएल 2021 ने मुझे शारीरिक रूप से कम लेकिन मानसिक रूप से बहुत प्रभावित किया।’ आईपीएल 2021 का आयोजन दो भागों में हुआ था। पहले हाफ को अस्थायी रूप से निलंबित करने से पहले इसे भारत में आयोजित किया गया था।
टेस्ट क्रिकेट में भी हो ‘फ्री हिट’ का नियम; साउथ अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन का सुझाव
पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें हमेशा खेल के प्रति प्यार था जो उन्हें खेलने और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता था। लेकिन जिस क्षण उन्हें एहसास हुआ कि यह अब पहले जैसा नहीं रहा, तो उन्हें लगा कि संन्यास लेने का यह सही समय है। इसके बाद उन्होंने काफी सोच समझकर क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘मैंने खुद को उस जगह पाया जहां रन बनाना और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना वास्तव में उसके साथ जाने वाली हर चीज से मेल नहीं खाता था। यहीं से संतुलन बिगड़ने लगा और मुझे संन्यास का ध्यान आया। मैं कभी भी ऐसा व्यक्ति नहीं रहा जो अपनी क्षमता और अपने क्रिकेट कौशल की हर एक ऊर्जा को आगे बढ़ाने में विश्वास करता है। मैं हमेशा खेल को आनंद के लिए खेला हूं। लेकिन जिस तरह की गिरावट शुरू हुई, उससे मुझे पता था कि यह मेरे लिए आगे बढ़ने का समय है।’