Interview: रेहाना पंडित ने कहा- जब मुझे वेब सीरीज से रिप्लेस किया गया तो फूट-फूट कर रोई थी h3>
चार महीने के गैप के बाद आखिरकार जानी-मानी एक्ट्रेस रेहाना पंडित ने ‘कुमकुम भाग्य’ में एंट्री कर ली है। ‘कामी राजा’, ‘गुलमोहर ग्रैंड’, ‘इश्कबाज’, ‘मनमोहिनी’ जैसे कई धारावाहिकों में नजर आने वाली रेहाना इन दिनों चर्चा में हैं ‘कुमकुम भाग्य’ के अपने किरदार आलिया से। उनसे एक बातचीत।
अपने किरदार के बारे में वे कहती हैं, ‘आलिया का किरदार साहसी और धमाकेदार लड़की का है। वह जानती है कि हर स्थिति को अपने फायदे के लिए कैसे इस्तेमाल करना है, वह हमेशा चीजों को पलट देती है। मुझे इस कैरक्टर को प्ले करने में बहुत मजा आता है, क्योंकि मैं आलिया जैसी बिल्कुल नहीं हूं, लेकिन मैं अपने जीवन में उस जैसे कई लोगों से मिली हूं, इसलिए इससे मुझे किरदार को आकार देने में मदद मिली है।’
आलिया का चरित्र शातिर इंसान का है
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहती हैं, ‘आलिया बहुत शातिर इंसान है और उसे सिर्फ रिया से और अपने परिवार से प्यार है। वह उनका बहुत ज्यादा खयाल रखती हैं। मेरा मानना है कि वह अपने परिवार को लेकर बहुत पजेसिव और जुनूनी है, मैं उसे नकारात्मक नहीं मानती। इस बार मैंने अपने लुक में भी काफी बदलाव किया है।
जो कुछ होता है, अच्छे के लिए होता है
अपने रिजेक्शन के बारे में वे कहती हैं, ‘सब्र एक अभिनेता के जीवन का अहम हिस्सा है और यह हमेशा रंग लाता है। कई बार अच्छा रोल मिलने में या काम मिलने में समय लगता है। कई बार आपको नकार दिया जाता है, मगर ऐसे समय में आपको धैर्य रखना पड़ता है। मैंने पिछले साल एक वेब सीरीज शो के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका के लिए ऑडिशन दिया था, सब फाइनल हो गया था, लुक टेस्ट और सब कुछ वे नवंबर में फ्लोर पर जाने वाले थे। लेकिन उससे ठीक पहले, मुझे उस किरदार से रिप्लेस कर दिया गया। यह वास्तव में दिल तोड़ने वाला था, मैं फूट-फूट कर रोई थी, लेकिन मैंने सब्र से काम लिया। मुझे विश्वास है कि सब कुछ एक कारण से होता है और जो भी होता है अच्छे के लिए ही होता है।’
समाज बदलेगा, तो छोटा पर्दा भी बदलेगा
टीवी पर आम तौर में महिलाओं को लेकर एक टाइप कास्ट या रिग्रेसिव सोच देखने को मिलती है, इस पर पर वे कहती हैं, ‘मैं मानती हूं कि टीवी शो महिला प्रधान में होते हैं, लेकिन टीवी हमेशा वही दिखाता है, जो महिलाओं को लेकर आस-पास हो रहा होता है। मुझे लगता है कि समाज बदलेगा, तो कहानियां भी बदलेंगी । इसमें समय जरूर लगेगा, लेकिन हम धीरे-धीरे बदलाव की दिशा में हम बढ़ रहे हैं।’
मुंबई में अकेले रहना आसान नहीं है
रेहाना कहती हैं, ‘मेरे लिए हर दिन गर्व का क्षण है, मैं हर दिन अपनी पीठ थपथपाती हूं और आप कह सकते हैं कि मैं अपनी पसंदीदा हूं। मुंबई में अकेले रहना आसान नहीं है, यहां मैं अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए काम कर रही हूं। हालांकि मैं एक आम लड़की हूं, जो सूरज, चांद और अपनी बिल्लियों को देखकर खुश हो जाती हे ।मुझसे एक अच्छी-सी चाय भी बन जाए, तो मैं खुद को शाबाशी जरूर देती हूं। मुंबई की शुक्रगुजार हूं। मुंबई मेरे लिए पहले दिन से ही अच्छी रही है। मैं और अधिक नहीं मांग सकती थी और मैं वास्तव में मुंबई और उन लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक व्यक्ति के रूप में संवारा।आज मैं जहां हूं,वहां तक पहुंचने और मेरे ख्वाबों को पूरा करने में मुंबई का ही योगदान है।
अपने किरदार के बारे में वे कहती हैं, ‘आलिया का किरदार साहसी और धमाकेदार लड़की का है। वह जानती है कि हर स्थिति को अपने फायदे के लिए कैसे इस्तेमाल करना है, वह हमेशा चीजों को पलट देती है। मुझे इस कैरक्टर को प्ले करने में बहुत मजा आता है, क्योंकि मैं आलिया जैसी बिल्कुल नहीं हूं, लेकिन मैं अपने जीवन में उस जैसे कई लोगों से मिली हूं, इसलिए इससे मुझे किरदार को आकार देने में मदद मिली है।’
आलिया का चरित्र शातिर इंसान का है
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वे कहती हैं, ‘आलिया बहुत शातिर इंसान है और उसे सिर्फ रिया से और अपने परिवार से प्यार है। वह उनका बहुत ज्यादा खयाल रखती हैं। मेरा मानना है कि वह अपने परिवार को लेकर बहुत पजेसिव और जुनूनी है, मैं उसे नकारात्मक नहीं मानती। इस बार मैंने अपने लुक में भी काफी बदलाव किया है।
जो कुछ होता है, अच्छे के लिए होता है
अपने रिजेक्शन के बारे में वे कहती हैं, ‘सब्र एक अभिनेता के जीवन का अहम हिस्सा है और यह हमेशा रंग लाता है। कई बार अच्छा रोल मिलने में या काम मिलने में समय लगता है। कई बार आपको नकार दिया जाता है, मगर ऐसे समय में आपको धैर्य रखना पड़ता है। मैंने पिछले साल एक वेब सीरीज शो के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका के लिए ऑडिशन दिया था, सब फाइनल हो गया था, लुक टेस्ट और सब कुछ वे नवंबर में फ्लोर पर जाने वाले थे। लेकिन उससे ठीक पहले, मुझे उस किरदार से रिप्लेस कर दिया गया। यह वास्तव में दिल तोड़ने वाला था, मैं फूट-फूट कर रोई थी, लेकिन मैंने सब्र से काम लिया। मुझे विश्वास है कि सब कुछ एक कारण से होता है और जो भी होता है अच्छे के लिए ही होता है।’
समाज बदलेगा, तो छोटा पर्दा भी बदलेगा
टीवी पर आम तौर में महिलाओं को लेकर एक टाइप कास्ट या रिग्रेसिव सोच देखने को मिलती है, इस पर पर वे कहती हैं, ‘मैं मानती हूं कि टीवी शो महिला प्रधान में होते हैं, लेकिन टीवी हमेशा वही दिखाता है, जो महिलाओं को लेकर आस-पास हो रहा होता है। मुझे लगता है कि समाज बदलेगा, तो कहानियां भी बदलेंगी । इसमें समय जरूर लगेगा, लेकिन हम धीरे-धीरे बदलाव की दिशा में हम बढ़ रहे हैं।’
मुंबई में अकेले रहना आसान नहीं है
रेहाना कहती हैं, ‘मेरे लिए हर दिन गर्व का क्षण है, मैं हर दिन अपनी पीठ थपथपाती हूं और आप कह सकते हैं कि मैं अपनी पसंदीदा हूं। मुंबई में अकेले रहना आसान नहीं है, यहां मैं अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए काम कर रही हूं। हालांकि मैं एक आम लड़की हूं, जो सूरज, चांद और अपनी बिल्लियों को देखकर खुश हो जाती हे ।मुझसे एक अच्छी-सी चाय भी बन जाए, तो मैं खुद को शाबाशी जरूर देती हूं। मुंबई की शुक्रगुजार हूं। मुंबई मेरे लिए पहले दिन से ही अच्छी रही है। मैं और अधिक नहीं मांग सकती थी और मैं वास्तव में मुंबई और उन लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे एक व्यक्ति के रूप में संवारा।आज मैं जहां हूं,वहां तक पहुंचने और मेरे ख्वाबों को पूरा करने में मुंबई का ही योगदान है।