Inside story: चिंतन शिविर से पहले गहलोत का बड़ा दांव, विधायक को घर बुलाकर पुलिस को सौंपा, जाने पूरा मामला

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Inside story: चिंतन शिविर से पहले गहलोत का बड़ा दांव, विधायक को घर बुलाकर पुलिस को सौंपा, जाने पूरा मामला

Inside story: चिंतन शिविर से पहले गहलोत का बड़ा दांव, विधायक को घर बुलाकर पुलिस को सौंपा, जाने पूरा मामला

जयपुर:राजस्थान में जहां कई मुद्दों पर राजनीति गर्माई हुई है। वहीं इसी बीच धौलपुर के बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की ओर से पुलिस के सामने सरेंडर कर दिए जाने के मुद्दा भी सियासी चर्चा बन गया है। उल्लेखनीय है कि विधायक मंलिगा पर आरोप है कि उन्होंने अपने गृहक्षेत्र बाड़ी में डिस्कॉम के AEN हर्षदापति से मारपीट की। घटना 28 मार्च को घटी, जिसमें बताया गया कि विधायक गिर्राजसिंह मलिंगा ने अपने साथियों के साथ मिलकर AEN हर्षदापति के साथ जमकर मारपीट की। इस घटना में AEN हर्षदापति को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां जांच में पता चला कि AEN हर्षदापति के साथ हुई मारपीट में उनकी 22 हड्डियां फ्रैक्चर हो गई। वहीं घटना के बाद लगातार विधायक मलिंगा इस बात को कह रहे है कि उन्होंने AEN के साथ कोई मारपीट नहीं की । विधायक मलिंगा इस घटना को राजनीतिक षड़यंत्र करार दे रहे है।

विधायक मलिंगा ने जयपुर में किया सरेंडर
लेकिन बुधवार को विधायक मलिंगा ने यह कहते हुए सरेंडर कर दिया कि उन्होंने सीएम गहलोत की बात मानते हुए सरेंडर किया है। दरअसल विधायक मलिंगा को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस ने सीएमओ से गिरफ्तार किया है। सीएमओ से गिरफ्तारी का यह संभवत पहला मामला है, लिहाजा यह बात जमकर सुर्खियां बटोरी रही है।

CM के नजदीकी माने जाने वाले मंत्री के साथ पहुंचे थे विधायक मलिंगा
दरअसल बुधवार को सीएम अशोक गहलोत पुलिस की सीएमओ में बैठकर समीक्षा बैठक ले रहे थे। बताया जा रहा है कि इसे पहले डीजीपी एमएलए लाठर और एडीजी क्राइम रवि प्रकाश महरेड़ा ने सीएम को जानकारी दी कि मलिंगा के खिलाफ जानलेवा हमले को ठोस सबूत मिले है। इसके बाद ही विधायक को सीएमओ बुला लिया गया। सुबह 11 बजे विधायक मलिंगा CM के नजदीकी माने जाने वाले राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ पहुंचे।

समीक्षा बैठक के दौरान दो घंटे तक सीएमओ में बैठे रहे विधायक मलिंगा
यहां इसके बाद बैठक में सीएम ने डीजीपी से पूरे मामले की चर्चा की। साथ ही विधायक को गिरफ्तार करने के लिए कह दिया। बड़ी बात यह है कि समीक्षा बैठक के दौरान विधायक मलिंगा को दो घंटे सीएमओ में बैठाए रखा गया। इसके बाद सीएमओ में पुलिस कमिश्ननर आनन्द श्रीवास्तव को सीएमओ बुलाया गया। कमिश्नर मलिंगा को कमिश्नरेट ले गए। यहां से पुलिस मलिंगा को गिरफ्तार कर धौलपुर ले गई।

चिंतन शिविर से पहले राजनीतिक माहौल नहीं बनना देना चाहते सीएम
राजनीति के जानकारों की मानें, तो चूंकि सत्तारूढ़ कांग्रेस की ओर से उदयपुर में चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। यहां पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने को लेकर चर्चा हो रही है। ऐसे में सीएम चाह रहे हैं कि पार्टी आलाकमान के सामने कोई भी राजनीतिक मुद्दा खड़ा ना हो, क्योंकि बीजेपी और कई कर्मचारी संगठन इस घटना के बाद सरकार का विरोध कर रहे थे, लिहाजा सीएम ने बिना देर किए इस मामले में निर्णय ले लिया।

शुरू से ही मामले पर बनाए हुए थे नजर
उल्लेखनीय है कि सीएम अशोक गहलोत धौलपुर बाड़ी AEN से मारपीट की घटना पर पैनी नजर बनाए हुए थे। घटना के बाद जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में AEN हर्षा दिपति के भर्ती होने के बाद दौरान वो खुद उनसे मिलने पहुंचे थे। वहीं घटना पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने सीएम ने इस दौरान धौलपुर एसपी , बाड़ी डीएसपी और SHO को भी सस्पेंड कर दिया था।

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