Indore News : स्मार्ट सिटी के लोग यहां भी बिजली चोरी से बाज नहीं आए | People Of Smart City Are Thefting Power From Smart Meter | Patrika News h3>
इंदौर शहर में स्मार्ट मीटर के जरीए अब तक 1500 उपभोक्ता ‘रंगेहाथ’ धराए, बिजली वितरण कंपनी ने पांच करोड़ की बिलिंग और वसूले रुपए
इंदौर
Published: April 11, 2022 11:51:05 am
उत्तम राठौर इंदौर. तुम डाल-डाल, हम पात-पात.. जी हां, बिजली कंपनी ने बिजली चोरी रोकने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए लेकिन चोर प्रवृत्ति के उपभोक्ताओं ने इसमें भी सेंध लगा ही दी। शहर में लगे स्मार्ट मीटर से भी बिजली चोरी होने लगी है। पूरे कंपनी क्षेत्र में अभी तक 1750 बिजली चोरी प्रकरण बने हैं, इनमें सबसे ज्यादा इंदौर शहर के 1500 मामले हैं। इस पर कंपनी ने 5 करोड़ रुपए की बिलिंग कर वसूली की।
Indore News : स्मार्ट सिटी के लोग यहां भी बिजली चोरी से बाज नहीं आए
स्मार्ट सिटी इंदौर में पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने उन कॉलोनी-मोहल्लों में स्मार्ट मीटर लगाए हैं, जिनमें ज्यादा बिजली चोरी होती थी। पहले चरण में 1 लाख 20 हजार रेडियो फ्रिक्वेंसी स्मार्ट मीटर लगाए गए। इससे कंपनी को आशातीत सफलता मिली, क्योंकि चोरी की बिजली के लिए जैसे ही मीटर से छेडख़ानी की जाती है, सूचना कंपनी मुख्यालय पोलोग्राउंड में बने कंट्रोल रूम पहुंच जाती है। इसके बाद संबंधित बिजली जोन की टीम उस उपभोक्ता के घर पहुंच जाती है। अब तक तीन वर्ष में स्मार्ट मीटर सेल ने कंपनी क्षेत्र में आने वाले 15 जिलों में बिजली चोरी और अन्य गड़बड़ी के 1750 प्रकरण बनाए हैं। इनमें से 1500 इंदौर शहर के हैं। शेष प्रकरण महू, उज्जैन, रतलाम और खरगोन के हैं। बिजली कंपनी की स्मार्ट मीटर सेल गड़बड़ी रोकने के लिए 24 घंटे कार्य करती है। जहां से भी मीटर मेें छेडख़ानी के संकेत मिलते हैं, वहां कार्रवाई कर प्रकरण बनाए जाते हैं। मीटर को क्षति करने वालों की एफआईआर भी की गई है, क्योंकि इस तरह के उपभोक्ताओं ने शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।
फायदा : बढ़ी सप्लाय अवधि स्मार्ट मीटर लगने से जहां बिजली की सप्लाय अवधि बढ़ी है, वहीं मीटर बिजली बंद होने की सूचना कंट्रोल रूम को दे देते हैं। इससे आपूर्ति की मॉनिटरिंग में मदद मिलती है। ये मीटर कंपनी व उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद साबित हो रहे हैं। उपभोक्ता को अपने घर की बिजली खपत की कुंडली का लाइव मोबाइल पर मिल रहा है।
लोड को लेकर दे रहे नोटिस स्मार्ट मीटर लगने से जहां चोरी पकडऩे में मदद मिल रही है, वहीं लोगों के घरों का सही बिजली लोड भी पता चल रहा है। उदाहरण के लिए उपभोक्ता के घर एक किलो वॉट का कनेक्शन है, लेकिन घर पर इलेक्ट्रिक उपकरणों की खपत दो से तीन किलो वॉट की रहती है। इस हिसाब से बिजली का सही लोड पकडक़र स्मार्ट मीटर बता रहा है। इस पर कंपनी के पांचों डिविजन पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और शहर संभाग में आने वाले 30 जोन में लोगों को लोड बढ़ाने के नोटिस जारी हो रहे हैं। इनकी संख्या सैकड़ों में है। नोटिस मिलने के बाद बिजली लोड न बढ़ाने पर संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।
40 हाई लॉस फीडरों पर लगे मीटर इंदौर शहर के 40 हाई लॉस फीडरों को चिह्नित कर इनसे जुड़े कॉलोनी-मोहल्लों में स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इससे चोरी रुकी है, बिलिंग सही हो रही है। इंदौर के स्मार्ट मीटर से उन स्थानों पर लाइन लॉस घटा हैं, जहां पहले 30 से 40 फीसदी तक चपत लग रही थी।। लिहाजा कंपनी की बिलिंग एफिशिएंसी बढ़ी, इसके बाद कलेक्शन में भी बढोत्तरी हुई। स्मार्ट मीटरों से चालीस फीडरों पर सही आपूर्ति, सही बिलिंग व सही रिकवरी से पहले व वर्तमान के राजस्व संग्रहण में 15 से 20 करोड़ रुपए का अंतर आया है।
जहां भी गड़बड़, वहां प्रकरण कंपनी क्षेत्र में लगभग 4 लाख स्मार्ट मीटर लग गए हैं। इंदौर शहर में 10 किलो वाट से ज्यादा भार वाले सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर सेल हर सूचना व गड़बड़ी के संकेत पर कार्य कर रही है। जहां भी मीटर से छेड़छाड़, तोडफ़ोड़ या अन्य गड़बड़ी मिलती है, वहां प्रकरण बनाया जाता है। अब तक 1750 प्रकरण बनाए हैं। इसमें 1500 इंदौर शहर के हैं। इन बिजली चोरों से 5 करोड़ रुपए वसूली की गई है।
– डीएस चौहान, अधीक्षण यंत्री स्मार्ट मीटर सेल
अगली खबर

इंदौर शहर में स्मार्ट मीटर के जरीए अब तक 1500 उपभोक्ता ‘रंगेहाथ’ धराए, बिजली वितरण कंपनी ने पांच करोड़ की बिलिंग और वसूले रुपए
इंदौर
Published: April 11, 2022 11:51:05 am
उत्तम राठौर इंदौर. तुम डाल-डाल, हम पात-पात.. जी हां, बिजली कंपनी ने बिजली चोरी रोकने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए लेकिन चोर प्रवृत्ति के उपभोक्ताओं ने इसमें भी सेंध लगा ही दी। शहर में लगे स्मार्ट मीटर से भी बिजली चोरी होने लगी है। पूरे कंपनी क्षेत्र में अभी तक 1750 बिजली चोरी प्रकरण बने हैं, इनमें सबसे ज्यादा इंदौर शहर के 1500 मामले हैं। इस पर कंपनी ने 5 करोड़ रुपए की बिलिंग कर वसूली की।
Indore News : स्मार्ट सिटी के लोग यहां भी बिजली चोरी से बाज नहीं आए
स्मार्ट सिटी इंदौर में पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी ने उन कॉलोनी-मोहल्लों में स्मार्ट मीटर लगाए हैं, जिनमें ज्यादा बिजली चोरी होती थी। पहले चरण में 1 लाख 20 हजार रेडियो फ्रिक्वेंसी स्मार्ट मीटर लगाए गए। इससे कंपनी को आशातीत सफलता मिली, क्योंकि चोरी की बिजली के लिए जैसे ही मीटर से छेडख़ानी की जाती है, सूचना कंपनी मुख्यालय पोलोग्राउंड में बने कंट्रोल रूम पहुंच जाती है। इसके बाद संबंधित बिजली जोन की टीम उस उपभोक्ता के घर पहुंच जाती है। अब तक तीन वर्ष में स्मार्ट मीटर सेल ने कंपनी क्षेत्र में आने वाले 15 जिलों में बिजली चोरी और अन्य गड़बड़ी के 1750 प्रकरण बनाए हैं। इनमें से 1500 इंदौर शहर के हैं। शेष प्रकरण महू, उज्जैन, रतलाम और खरगोन के हैं। बिजली कंपनी की स्मार्ट मीटर सेल गड़बड़ी रोकने के लिए 24 घंटे कार्य करती है। जहां से भी मीटर मेें छेडख़ानी के संकेत मिलते हैं, वहां कार्रवाई कर प्रकरण बनाए जाते हैं। मीटर को क्षति करने वालों की एफआईआर भी की गई है, क्योंकि इस तरह के उपभोक्ताओं ने शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है।
लोड को लेकर दे रहे नोटिस स्मार्ट मीटर लगने से जहां चोरी पकडऩे में मदद मिल रही है, वहीं लोगों के घरों का सही बिजली लोड भी पता चल रहा है। उदाहरण के लिए उपभोक्ता के घर एक किलो वॉट का कनेक्शन है, लेकिन घर पर इलेक्ट्रिक उपकरणों की खपत दो से तीन किलो वॉट की रहती है। इस हिसाब से बिजली का सही लोड पकडक़र स्मार्ट मीटर बता रहा है। इस पर कंपनी के पांचों डिविजन पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और शहर संभाग में आने वाले 30 जोन में लोगों को लोड बढ़ाने के नोटिस जारी हो रहे हैं। इनकी संख्या सैकड़ों में है। नोटिस मिलने के बाद बिजली लोड न बढ़ाने पर संबंधित उपभोक्ता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी।
जहां भी गड़बड़, वहां प्रकरण कंपनी क्षेत्र में लगभग 4 लाख स्मार्ट मीटर लग गए हैं। इंदौर शहर में 10 किलो वाट से ज्यादा भार वाले सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। स्मार्ट मीटर सेल हर सूचना व गड़बड़ी के संकेत पर कार्य कर रही है। जहां भी मीटर से छेड़छाड़, तोडफ़ोड़ या अन्य गड़बड़ी मिलती है, वहां प्रकरण बनाया जाता है। अब तक 1750 प्रकरण बनाए हैं। इसमें 1500 इंदौर शहर के हैं। इन बिजली चोरों से 5 करोड़ रुपए वसूली की गई है।
– डीएस चौहान, अधीक्षण यंत्री स्मार्ट मीटर सेल
अगली खबर