Indore News : भारत जोड़ो पदयात्रा…प्रदेश कांग्रेस का दल करेगा दौरा, कमलनाथ को देगा रिपोर्ट | Congress Bharat Jodo Padyatra In Indore | Patrika News h3>
पदयात्रा में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य बड़े नेता पैदल-पैदल चल रहे हैं। यह यात्रा संभवत: 24 नवंबर को बुरहानपुर से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। इसके बाद नेपानगर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, उज्जैन, आगर मालवा के सुसनेर विधानसभा क्षेत्र से होते हुए 10 दिसंबर के आसपास राजस्थान के कोटा में प्रवेश करेगी। उज्जैन में महाकाल के दर्शन के बाद सभा भी होगी। अगले महीने पदयात्रा के मध्य प्रदेश आने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और चुनिंदा विधायकों की बैठक प्रदेशाध्यक्ष नाथ ने भोपाल में अपने घर में रखी। इसमें तय किया गया कि पदयात्रा के प्रदेश में आने से पहले पीसीसी का एक दल पूरे पदयात्रा मार्ग का दौरा कर ले, ताकि सारी व्यवस्था चाक-चौबंद हो जाए।
नाथ ने पदयात्रा मार्ग का रूट देखकर रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी विधायक पीसी शर्मा, सज्जन सिंह वर्मा, मुकेश नायक, जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, रवि जोशी और इंदौर जिला प्रभारी महेंद्र जोशी को दी है। पीसीसी का यह दल 27 और 28 अक्टूबर को बुरहानपुर से लेकर इंदौर और आगर-मालवा के सुसनेर तक का रूट देखेगा। साथ ही तय करेगा कि कहां पर सभा होगी और कहां पर राहुल गांधी रुकेंगे। स्थान तय करके नाथ को बताया जाएगा। इसके बाद वे सभा और राहुल गांधी के रुकने का स्थान तय करेंगे। बैठक में वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, दिग्विजय सिंह, गोविंद सिंह, अजय सिंह, राजीव सिंह आदि मौजूद थे।
रहने-खाने की व्यवस्था करेंगे शुक्ला-पटेल पदयात्रा के मध्य प्रदेश में प्रवेश करने के बाद राहुल गांधी सहित अन्य कांग्रेसियों के रहने और खाने की व्यवस्था विधायक शुक्ला और पटेल करेंगे। इन दोनों को प्रदेशाध्यक्ष नाथ ने जिम्मेदारी सौंप दी है। ऐसे में अब शुक्ला और पटेल के सामने संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि 24 नवंबर को ही प्रदेश में पदयात्रा प्रवेश करेगी और इसी दिन से शुक्ला की शिवमहापुराण कथा शुरू होगी। इसके साथ ही पटेल के बेटे की शादी का समारोह भी 24 नवंबर से शुरू होगा। ऐसे में दोनों के सामने घर और पदयात्रा की तैयारी को लेकर परेशानी खड़ी हो गई है। इधर, सभा की जिम्मेदारी विधायक सज्जन सिंह वर्मा को सौंपी गई है। पदयात्रा प्रभारी होने के नाते विधायक पटवारी को कल की बैठक में कोई खास जिम्मेदारी नहीं दी गई है।
तीन दिन रहेगी इंदौर में मध्य प्रदेश में यात्रा करीब 16 दिन और इंदौर में 3 दिन तक रहेगी। इंदौर शहर और ग्रामीण की मिलाकर 8 विधानसभाओं में से 4 को कवर करेगी। इसमें राऊ, चार नंबर, तीन नंबर और एक नंबर विधानसभा शामिल है। महू विधानसभा से यात्रा राऊ पहुंचेगी। इंदौर शहर व ग्रामिण में पदयात्रा का जोरदार स्वागत हो और अच्छी-खासी भीड़ जुटे। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष नाथ ने इंदौर जिले का समन्वयक नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को बनाया है।
पदयात्रा में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अन्य बड़े नेता पैदल-पैदल चल रहे हैं। यह यात्रा संभवत: 24 नवंबर को बुरहानपुर से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी। इसके बाद नेपानगर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, उज्जैन, आगर मालवा के सुसनेर विधानसभा क्षेत्र से होते हुए 10 दिसंबर के आसपास राजस्थान के कोटा में प्रवेश करेगी। उज्जैन में महाकाल के दर्शन के बाद सभा भी होगी। अगले महीने पदयात्रा के मध्य प्रदेश आने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और चुनिंदा विधायकों की बैठक प्रदेशाध्यक्ष नाथ ने भोपाल में अपने घर में रखी। इसमें तय किया गया कि पदयात्रा के प्रदेश में आने से पहले पीसीसी का एक दल पूरे पदयात्रा मार्ग का दौरा कर ले, ताकि सारी व्यवस्था चाक-चौबंद हो जाए।
नाथ ने पदयात्रा मार्ग का रूट देखकर रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी विधायक पीसी शर्मा, सज्जन सिंह वर्मा, मुकेश नायक, जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल, रवि जोशी और इंदौर जिला प्रभारी महेंद्र जोशी को दी है। पीसीसी का यह दल 27 और 28 अक्टूबर को बुरहानपुर से लेकर इंदौर और आगर-मालवा के सुसनेर तक का रूट देखेगा। साथ ही तय करेगा कि कहां पर सभा होगी और कहां पर राहुल गांधी रुकेंगे। स्थान तय करके नाथ को बताया जाएगा। इसके बाद वे सभा और राहुल गांधी के रुकने का स्थान तय करेंगे। बैठक में वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल, सुरेश पचौरी, अरुण यादव, दिग्विजय सिंह, गोविंद सिंह, अजय सिंह, राजीव सिंह आदि मौजूद थे।
तीन दिन रहेगी इंदौर में मध्य प्रदेश में यात्रा करीब 16 दिन और इंदौर में 3 दिन तक रहेगी। इंदौर शहर और ग्रामीण की मिलाकर 8 विधानसभाओं में से 4 को कवर करेगी। इसमें राऊ, चार नंबर, तीन नंबर और एक नंबर विधानसभा शामिल है। महू विधानसभा से यात्रा राऊ पहुंचेगी। इंदौर शहर व ग्रामिण में पदयात्रा का जोरदार स्वागत हो और अच्छी-खासी भीड़ जुटे। इसके लिए प्रदेशाध्यक्ष नाथ ने इंदौर जिले का समन्वयक नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को बनाया है।