Indore News : खूबसूरत दिखने लगा विश्राम बाग | Vishram Bagh Become Scenic Looking | Patrika News h3>
रीजनल पार्क की तर्ज पर शहर के पश्चिमी क्षेत्र में रणजीत हनुमान मंदिर के आगे विश्राम बाग की करीब 10 एकड़ जमीन पर निगम ने बगीचा तैयार किया है। बगीचे के अंदर हरियाली से लेकर लोगों के बैठने व घूमने सहित बच्चों के मनोरंजन को लेकर किए जाने वाले सारे काम पूरे हो गए हैं। लंबे समय से अटका पड़ा इंट्रेंस प्लाजा और स्विमिंग पूल का काम पिछले दिनों शुरू कर दिया गया है। साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए बाग में ट्रेन अलग चलाना है। ट्रेन के लिए निगम ने एक बार नहीं, तीन बार टेंडर बुलाए। पहली बार में किसी ने टेंडर नहीं डाले, दूसरी बार तकनीकी कारण से निरस्त हो गए। तीसरी बार फिर ठेकेदार नहीं मिला। अब फिर से बच्चों की ट्रेन स्थापित करने से लेकर चलाने के टेंडर किए जा रहे हैं। बगीचे पर निगम लगभग 7 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष-2018 में शुरू हुए विश्राम बाग के इतने बड़े प्रोजेक्ट को निगम के पूरा करने में काफी समय लग गया है, जबकि तय की गई समय सीमा सितंबर-2020 में ही खत्म हो गई। इसके बाद कामों को पूरा करने का दावा निगम अफसरों ने कई बार किया, लेकिन दावे पर खरे नहीं उतर पाए। चार वर्ष से विश्राम बाग में काम चल रहे हैं, जो अब पूरे हो रहे हैं। विश्राम बाग के बचे कामों को अगले माह जुलाई में पूरा करने का दावा निगम ने किया है। हालांकि बगीचा डेवलप होने से क्षेत्र की जनता को बड़ी सौगात मिली है, क्योंकि पश्चिमी क्षेत्र में इतना बड़ा बगीचा कहीं नहीं है।
ये काम हो गए निगम ने विश्राम बाग में बनाए जा रहे बगीचे के अंदर 100 मीटर लंबी नहर का निर्माण करने के साथ नहर के दोनों तरफ काले पत्थर लगाकर पक्की पाल बना दी है। रेलिंग लग गई है। नहर के पास पैदल पुल बनाया गया है, ताकि लोग घूम सकें। गजीबो यानी लोगों के बैठने के लिए झोपड़ी बनाई गई है। फूड जोन, किड्स जोन और पाथवे का काम पूरा हो गया है। बगीचे में आकर्षक पौधे और लाइट्स भी लग गई है।
इसलिए अटक रहे काम विश्राम बाग में काम अटकने की वजह पैसा बताया जा रहा है। ठेकेदारों को निगम से पेमेंट नहीं हो रहा है। हो रहा है तो ऊंट के मुंह में जीरे समान यानी 10 से 20 प्रतिशत तक ही। ऐसे में काम पूरा करने में ठेकेदार और निर्माण कार्य करवाने में अफसरों को पसीने छूट रहे हैं।
नियुक्त की नई एजेंसी विश्राम बाग में तीन ठेकेदार एजेंसी काम कर रही हैं। इसमें स्विमिंग पूल, प्रवेश द्वार और बगीचा डेवलप करने के लिए अलग-अलग ठेकेदार नियुक्त किए हैं। काम में ढीलपोल रवैया रखने पर निगम इन ठेकेदारों पर लाखों रुपए पेनल्टी लगा चुका है। इसके बाद भी काम में तेजी नहीं आई और न ही ठेकेदारों की कार्यशैली सुधरी, इसलिए निगम ने स्विमिंग पूल निर्माण को लेकर नई एजेंसी नियुक्त कर दी है, ताकि काम जल्द से जल्द हो। यह तभी संभव है, जब ठेकेदार को निगम से पैसा मिले।
रीजनल पार्क की तर्ज पर शहर के पश्चिमी क्षेत्र में रणजीत हनुमान मंदिर के आगे विश्राम बाग की करीब 10 एकड़ जमीन पर निगम ने बगीचा तैयार किया है। बगीचे के अंदर हरियाली से लेकर लोगों के बैठने व घूमने सहित बच्चों के मनोरंजन को लेकर किए जाने वाले सारे काम पूरे हो गए हैं। लंबे समय से अटका पड़ा इंट्रेंस प्लाजा और स्विमिंग पूल का काम पिछले दिनों शुरू कर दिया गया है। साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए बाग में ट्रेन अलग चलाना है। ट्रेन के लिए निगम ने एक बार नहीं, तीन बार टेंडर बुलाए। पहली बार में किसी ने टेंडर नहीं डाले, दूसरी बार तकनीकी कारण से निरस्त हो गए। तीसरी बार फिर ठेकेदार नहीं मिला। अब फिर से बच्चों की ट्रेन स्थापित करने से लेकर चलाने के टेंडर किए जा रहे हैं। बगीचे पर निगम लगभग 7 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष-2018 में शुरू हुए विश्राम बाग के इतने बड़े प्रोजेक्ट को निगम के पूरा करने में काफी समय लग गया है, जबकि तय की गई समय सीमा सितंबर-2020 में ही खत्म हो गई। इसके बाद कामों को पूरा करने का दावा निगम अफसरों ने कई बार किया, लेकिन दावे पर खरे नहीं उतर पाए। चार वर्ष से विश्राम बाग में काम चल रहे हैं, जो अब पूरे हो रहे हैं। विश्राम बाग के बचे कामों को अगले माह जुलाई में पूरा करने का दावा निगम ने किया है। हालांकि बगीचा डेवलप होने से क्षेत्र की जनता को बड़ी सौगात मिली है, क्योंकि पश्चिमी क्षेत्र में इतना बड़ा बगीचा कहीं नहीं है।