Indore Avi Sharma News : उमा भारती के देख जब हैरान रह गए थे मोदी…. खुद सुनाया 45 साल पुराना किस्सा

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Indore Avi Sharma News : उमा भारती के देख जब हैरान रह गए थे मोदी…. खुद सुनाया 45 साल पुराना किस्सा

Indore Avi Sharma News : उमा भारती के देख जब हैरान रह गए थे मोदी…. खुद सुनाया 45 साल पुराना किस्सा

हाइलाइट्स

  • बाल पुरुस्कार के अवार्डी अवि शर्मा से पीएम नरेंद्र मोदी ने की बात
  • इंदौर के रहने वाले अवि शर्मा की प्रतिभा को देखकर पीएम मोदी दंग रह गए
  • अवि से बात करते हुए पीएम मोदी उन्हें उमा भारती का किस्सा सुनाया
  • अवि शर्मा ने 11 साल की उम्र में बालमुखी रामायण लिखी है

इंदौर : 11 साल के अवि शर्मा (PM narendra Modi interacts with avi sharma) की प्रतिभा को देखकर हर कोई दंग रह जाता है। इंदौर के रहने वाले अवि अभी सातवीं कक्षा में हैं। बाल पुरुस्कार के अवार्डी (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar awardees) से पीएम नरेंद्र मोदी आज बात कर रहे थे। इस दौरान इंदौर के अवि शर्मा से बात कर वह दंग रह गए हैं। पीए मोदी ने अवि शर्मा से रामायण (avi sharma wrote balmukhi ramayana) से संबंधित सवाल भी किए हैं। नरेंद्र मोदी ने अवि से पूछा कि आप पढ़ाई भी कर लेते हो, कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया है, व्याख्यान भी देते हो, इतना सब कैसे कर लेते हो, बचपन बचा है कि नहीं? पीएम के इस सवाल का अवि शर्मा ने गीता के श्लोक से जवाब दिया है। अवि शर्मा ने कहा कि सब भगवान श्रीराम का आशीर्वाद है, उन्हीं की कृपा से मैं ये सब कर रहा हूं।

पीएम ने अवि शर्मा से सवाल किया कि रामायण के संबंध में लिखने का ख्याल आपको सबसे पहले कब और कैसे आया?

जवाब : इंदौर के अवि शर्मा ने जवाब देते हुए कहा कि इसकी प्रेरणास्त्रोत आप ही रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान हम सभी बच्चे जब पूरी तरह से हताश हो गए थे, तब आपने टीवी पर रामायण प्रसारित करवाई। इस दौरान मैंने जब रामायण देखी तो मैं बहुत ज्यादा इंस्पायर हुआ। मुझे लगा कि हम बच्चे भगवान श्रीराम के चरित्र को भूलते जा रहे हैं। इसलिए हमने बालमुखी रामायण 250 छंदों में लिखी है। भगवान राम ने एक आदर्श स्थापित किया है। हमें ओबिडियंस और पेशेंस इससे सीख सकते हैं। इस दौरान अपनी किताब की कुछ पंक्तियां उन्होंने पीएम मोदी को सुनाई है।

सवाल : रामायण में वो कौन सा पात्र है, जो आपको बहुत ज्यादा प्रभावित करता है?
जवाब : अवि ने जवाब देते हुए कहा कि ऐसे तो सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ही हमारे आदर्श हैं। एक आदर्श इंसान को कैसा होना चाहिए, ये हम भगवान श्रीराम से सीख सकते हैं। भगवान राम ने त्रेता युग में ही सारी चीजें दर्शा दी थीं। उन्होंने दिखा दिया था कि धैर्य के साथ कैसे सभी को साथ लेकर चलते हैं। साथ भी भगवान राम सभी का आदर करते थे। ऐसे में मेरे आदर्श भगवान श्रीराम ही हैं।

सवाल : घर में दिन भर रामायण की बातें सुनकर लोग परेशान हो जाते होंगे?
जवाब :
अवि ने कहा कि नहीं सर, ऐसा नहीं है, मेरे माता-पिता सबसे ज्यादा मुझे सपोर्ट करते हैं। हम जब कोई आदत बचपन से डेवलप कर लेते हैं, तो वह जीवन भर हमारे साथ रहता है।

सवाल : कोर्ट में जैसे वकील धाराओं का उपयोग कर लड़ाई लड़ते हैं, तो तुम भी घर में शास्त्रों का उपयोग कर लड़ाई लड़ते हो क्या?
जवाब :
पीएम के चुटीले सवाल पर अवि ने भी हंसते हुए जवाब दिया। हां सर, मैं शास्त्रों का उपयोग जरूर करता हूं लेकिन इसे बच्चों को सीखाने के लिए करता हूं। मैं बच्चों को शिक्षा और संस्कार के साथ-साथ भारतीय कल्चर के बारे में बताता हूं। साथ ही मैं उन्हें बताता हूं कि हमारा भारतीय कल्चर कितना ग्लोरियस और रीच है। हम कितने आगे है।

सवाल : एमपी के पानी में कोई विशेषता है, जो इस तरह के बच्चे पैदा होते हैं?
जवाब :
जी हां, मालवा की भूमि सुंदर है। इस भूमि ने लत्ता मंगेश्कर जैसी हस्तियों को दिया है। इसके बाद पीएम मोदी एक घटना का जिक्र करने लगते हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान पूर्व सीएम उमा भारती का किस्सा सुनाया है।


उमा भारती का व्यख्यान सुनने गया था

पीएम ने कहा कि उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं। वह बहुत छोटी थीं, तब वह व्याख्यान करती थीं। गुजरात के अहमदाबाद के मणिनगर इलाके में उनका व्याख्यान था। आज से 45-50 साल पुरानी बात है। अखबारों में बहुत चर्चा होती थी। हम भी सुनने गए। मैं हैरान था कि इतनी छोटी उम्र में वह धारा प्रवाह वक्तव्य देती थीं, जिस प्रकार से शास्त्रों का बहुत सटीक रूप में उल्लेख करती थीं।

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उन्होंने कहा कि वह संस्कृत बोल लेती थीं। चौपाइयां गा लेती थी। और मंच पर बैठे-बैठे अपने बचपने की हरकतें भी कर लेती थीं। मैं बहुत प्रभावित हुआ था। बहुत बहुत साल पहले की बात है। तब उनकी आयु बहुत कम थी। मुझे लगा कि मध्य प्रदेश में कुछ ऐसी ताकत है कि यहां सभी विद्धान लोग हैं जो बचपन में ही तैयार हो जाते हैं।

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इंदौर के अवि शर्मा


कौन हैं अवि शर्मा

अवि शर्मा इंदौर के रहने वाले हैं। 11 साल की उम्र में अवि सातवीं के छात्र हैं। अवि मोटिवेशनल स्पीकर हैं। वह 120 छात्रों को वैदिक गणित पढ़ाते हैं। इसके साथ ही अवि ने आवाज से चलने वाला कंप्यूटर प्रोग्राम तैयार किया है। बालमुखी रामायण की प्रति अवि ने पीएम मोदी को भी भेजी है। अवि की मां विनिता और उनके पिता अमित शर्मा हमेशा साथ देते हैं। अवि इतनी छोटी उम्र में कई उपलब्धियां हासिल की है। इसके साथ ही अवि को राष्ट्रीय सायबर ओलंपियाड और अंतरराष्ट्रीय अंग्रेजी ओलंपियाड में जोनल पदक मिल चुके हैं।

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