नई दिल्ली: पीएम मोदी के साढ़े चार साल के कार्यकाल में वह कई विदेशी यात्रा कर चुके है. उनके इस कार्यकाल के दौरान उनकी विदेशी यात्राओं पर सरकार ने 280 मिलियन डॉलर (2 हजार करोड़ रुपये) का खर्च किया है.
बता दें कि ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश राज्य मंत्री ने संसद में पूछे गए एक सवाल के उत्तर में यह जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने लगभग 84 बार विदेशी यात्रा की.
इन सब पर हुआ है सबसे अधिक खर्च
जब भी पीएम ने विदेशी दौरा किया है, उनमे सबसे अधिक खर्च एयर इंडिया वन के रखरखाव और सुरक्षित हॉटलाइन को स्थापित करने में आया है. इसके अतिरिक्त जो पैसा खर्च किया गया उसमें अन्य सभी खर्चे शामिल हैं.
विदेश के बड़े-बड़े नेताओं के साथ की मुलाकात
पीएम बनने के बाद मोदी ने विदेश के सभी नेताओं के साथ मुलाकात की है. इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और जापानी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग जैसे दिग्गज नेताओं के साथ कई मुलाकातों का दौरा शामिल है. साल 2016 में उन्होंने नोटबंदी के फौरन बाद जापान की यात्रा के लिए रवाना हो गया था. इस दौरान लोगों ने यह तक कहा था कि पीएम खुद तो विदेश की यात्रा कर रहें है और आम लोग नोटों के लिए बैंकों और एटीएम की लाइन में लगे हैं.
मोदी के कई विदेशी दौरे पर विवाद भी ही है
ये ही नहीं मोदी के कई विदेशी दौरे पर विवाद भी ही है. रवांडा की यात्रा के दौरान पीएम ने वहां के गावों में 200 गायों को दान देने पर खासा विवाद हुआ. पीएम मोदी शकाहारी और गो भक्त है. उन्होंने गांव वालों को जो गायें दी थी उन्हें शायद बूचड़खानों में भेजा जाना था. इस पर लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री गो भक्त होने का ढकोसला करते हैं. ये ही नहीं जुलाई 2017 तक, मोदी ने 6 महाद्वीपों पर 31 विदेशी यात्राएं की है, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के संयुक्त असेंबली में शिरकत लेने के लिए उन्होंने अमेरिका के दौरे सहित 49 देशों की यात्रा तक की. उन्होंने इस दौरान एशियाई देशों का दौरा किया.