पाकिस्तान से लौटी गीता की जल्द ही होगी शादी, जिम्मा उठाएगी मोदी सरकार

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नई दिल्ली: हम सभी यह जानते है कि पाकिस्तान से वापस लौट कर आना बहुत बड़ी बात है और वहीं 14 साल से पाकिस्तान में फांसी इस लड़की ने आखिर कर अपने देश भारत आने में कामयाब हो सकी. इतना लंबा संघर्ष किसी को भी तोड़ सकता है पर इस लड़की ने अपनी हिम्मत को बरकरार रखा. आज हम बात कर रहे है उस लड़की की जो 2015 में पाकिस्तान से भारत लाई गई थी. इस लड़की का नाम गीता है. पहले गीता पाकिस्तान से अपने वतन भारत लाई गई तब सुर्खियों में थी और इस बार उनकी सुर्खियों में बनाने की वजह है उनकी शादी है.

गीता से शादी करने के लिए करीब 14 युवकों के प्रस्ताव छांटे गए है. इसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर ही नहीं अपितु सरकारी और निजी कंपनियों में नौकरी करने वालों लोगों भी शामिल है. जानकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में गीता का ‘स्वयंवर’ का आयोजन किया गया. अब देखना यह होगा कि गीता इन 14 युवकों में से किस को अपना पति बनाती है.

विदेश मंत्रालय द्वारा कराया जाएगा स्‍वयंवर

आपको बता दें कि गीता की शादी पर विदेश मंत्रालय की नजर है. गीता की शादी के लिए युवकों के बायोडाटा पर सुषमा स्‍वराज अपनी नजर मार चुकी है. शुरुआत में बायोडाटा भेजने वाले 30 लड़कों में से गीता ने करीब 14 युवकों के बायोडाटा को स्‍वयंवर के लिए चुना और फिर उन बायोडाटा को विदेश मंत्रालय भेजा.

गीता के माता-पिता की तलाशा न होने की वजह से उसे मध्यप्रदेश सरकार के सामाजिक न्याय और नि:शक्त कल्याण विभाग की देख-रेख में इंदौर की गैर सरकारी संस्था “मूक-बधिर संगठन” में रहा रहीं है. पिछले ढई साल के दौरान देश के अलग-अलग इलाकों के दो दर्जन से ज्यादा परिवार के माता-पिता ने गीता को अपनी बेटी बताया है. लेकिन सरकार की जांच के मुताबिक इनमे से कोई भी गीता का माता-पिता नहीं साबित हो पाया है.

छोटी सी उम्र में गलती से पाकिस्तान सरहद पार पहुंचने वाली यह मूक-बधिर लड़की को भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विशेष प्रयासों के कारण 26 अक्टूबर 2015 को भारत लाया गया. इसी बीच पाकिस्तान से भारत आई गीता के लिए दूल्हा ढूंढने का सिलसिला शुरू हो चूका है. विदेश मंत्रालय से हरी झंडी मिलने पर फेसबुक पर वर तलाशने की पोस्ट शेयर की गई.