भारतीय आर्मी ने सियाचिन में शुरू किया स्वच्छ भारत अभियान…

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सियाचिन ग्लेशियर विश्व की सर्वोच्च युद्धःभूमि है | यहाँ -50 डिग्री की बर्फ ज़माने वाली ठंड में भारत माँ के सुपुत्र यानी के ITBPF (इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस फ़ोर्स) के जवान दिन रात एक के करके भारतीयों की रक्षा करते है | यह जवान इतनी कड़ाके की ठंड के बावजूद अपने कर्तव्य कदापि नहीं भूलते |

ITBPF की स्थापना 24 अक्टूबर 1992 में हुई थी | ITBPF के जवानो के पास बॉर्डर सिक्युरिटी की जिम्मेदारी होती है | यह ड्यूटी लदाख के काराकोरम पास से लेकर जाछेप पास तक होती है | इसमें कुल 3288 किमी की इंडो-चायना बॉर्डर है | साथ ही 9000 ऐल्टीट्यूड से लेकर 18700 तक के ऐल्टीट्यूड में सीमा के विभाग है | ITBPF एक स्पेशलाइज्ड माउंटेन फ़ोर्स है |

अब इसी सियाचिन ग्लेशियर पर भारतीय जवानो ने विश्व की सबसे ऊँची युद्धःभूमि पर स्वच्छ भारत अभियान चलाया है | यहाँ की हर चीज़ बर्फ से ढकी होती है | यहाँ तक की उबलता हुआ पानी अगर ग्लास में लेने जाओ तो वो भी कुछ सेकेंड्स में बर्फ बन जाए | ऐसी स्थिति में वहा पर जा के सफाई करना किसी आम इंसान के बस की बात नहीं है | ऐसी स्थिति में कूड़ा जमा होकर वहा गन्दगी ना फैले इसलिए वहा सफाई करना जरुरी हो जाता है | अगर कूड़ा ग्लेशियर में फसा रहा तो भविष्य में बहोत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है | इसलिए ITBPF ने ये स्वच्छता अभियान शुरु किया | रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, आर्मी हमेशा से ही विश्व के सर्वोच्च युढ्भूमि की स्वछता के बारे में ठोस कदम उठाती आयी है |

अबतक ITBPF ने 63 किलो टन कूड़ा बहार निकाला है | यह कूड़ा बर्फ में धंसा होता है | इसको निकालने के बाद कुछ कूड़ा जवानो को अपनी तय जगह तक पैदल लाना पड़ता है तो कुछ कूड़ा सेना के हेलिकॉप्टर्स वापसी के समय ले आते है |