Indian Admission in US: वाया दुबई टूर से लेकर चार्टर्ड फ्लाइट की बुकिंग तक, बच्चों को अमेरिका में दाखिला दिलाने के लिए पैरंट्स कर रहे सारे जतन

156
Indian Admission in US: वाया दुबई टूर से लेकर चार्टर्ड फ्लाइट की बुकिंग तक, बच्चों को अमेरिका में दाखिला दिलाने के लिए पैरंट्स कर रहे सारे जतन


Indian Admission in US: वाया दुबई टूर से लेकर चार्टर्ड फ्लाइट की बुकिंग तक, बच्चों को अमेरिका में दाखिला दिलाने के लिए पैरंट्स कर रहे सारे जतन

हाइलाइट्स:

  • अमेरिका में फॉल सीजन के दौरान कॉलेज में दाखिले के लिए सोमवार से वीजा आवेदन शुरू
  • भारतीय यात्रियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद स्टूडेंट्स के पैरंट्स की चिंता बढ़ी, मई से लगाया था बैन
  • अपने बच्चों को कॉलेज कैंपस तक छोड़ने के लिए स्टूडेंट्स के पैरंट्स अलग तरीके आजमा रहे हैं

मुंबई
अगर कुछ यूएस जाने वाले कुछ स्टूडेंट्स वीजा के लिए संघर्ष कर रहे हैं तो वहीं उनके पैरंट्स अपने बच्चों को कॉलेज कैंपस तक छोड़ने के लिए सारे जतन कर रहे हैं। चाहे इसके लिए उन्हें विदेश में महीना भर रुकना पड़े या फिर आधी दुनिया का चक्कर लगाना हो। दरअसल भारतीय यात्रियों की अमेरिका में एंट्री बैन होने के बाद स्टूडेंट्स के पैरंट्स की चिंता बढ़ गई है। अमेरिका में फॉल सीजन (जुलाई-अगस्त) के दौरान कॉलेज में दाखिले के लिए सोमवार से वीजा आवेदन शुरू हो गए हैं।

1 मई से अमेरिका ने उन यात्रियों की एंट्री पर बैन लगा दिया था जो पिछले 14 दिन से भारत में हैं। हालांकि इसमें यूएस लौटने वाले स्टूडेंट्स को छूट दी गई थी। वॉशिंगटन ने भी अपने दरवाजे राष्ट्रहित में जरूरी लोगों के लिए खोल रखे हैं। इसके बाद से ही पैरंट्स ने इस कैटिगरी में वीजा के लिए अप्लाइ करना शुरू कर दिया था। इसके अलावा अपने बच्चों को कॉलेज कैंपस तक छोड़ने के लिए उन्होंने दूसरे देशों से होते हुए अमेरिका जाने का प्लान बनाया है।

‘दुबई में दो हफ्ते रुकने के बाद जाएंगे अमेरिका’
स्टडी अब्रॉड काउंसलर करन गुप्ता ने बताया, ‘एक जाने-माने बिल्डर के बच्चे का यूनिवर्सिटी ऑफ साउथर्न कैलिफोर्निया में अगस्त महीने में ऐडमिशन होना है। उन्होंने तय किया है कि वह पहले चार्टर्ड फ्लाइट से दुबई जाएंगे और वहां दो हफ्ते रहने के बाद, लॉस एंजेलिस स्थित यूनिवर्सिटी में बच्चे को छोड़कर आएंगे। दूसरी काउंसलर सोनल पारिख ने बताया, ‘दुबई में जिन पैरंट्स का बिजनस है वे वहां स्टे करके यूएस की फ्लाइट पकड़ रहे हैं।’

स्टूडेंट्स के साथ पैरंट्स को डायरेक्ट अमेरिका आने की इजाजत नहीं
अपने बच्चों को ड्रॉप करने का यह ट्रेंड पैरंट्स के बीच काफी पॉप्लुयर हो रहा है। खासकर वे पैरंट्स जिनके बच्चे अंडरग्रैजुएट हैं और आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जा रहे हैं। करन गुप्ता ने बताया, ‘जब अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के भारतीय कार्यालय ने स्पष्ट किया कि यूएस वीजा वाले पैंरट्स को भी अपने बच्चों के साथ ट्रैवल करने की इजाजत नहीं होगी, तो उनकी चिंता बढ़ना लाजिमी था।’

दूसरे देशों का सफर करते हुए जा रहे हैं यूएस
और यहीं से क्रिएटिव ट्रैवल प्लान का विचार किया गया। अगर कुछ लोग चार्टर्ड फ्लाइट के जरिए सफर कर रहे हैं तो कुछ कमर्शल फ्लाइट से उन देशों में पहुंच रहे हैं जहां भारतीयों पर बैन नहीं है और वहां से वे अमेरिका के लिए रवाना हो रहे हैं। यूके से भी कई पैरंट्स इज़िप्ट (मिस्र) होते हुए अमेरिका जा रहे हैं तो कुछ वाया रूस होते हुए अमेरिका जाने की योजना बना रहे हैं।

‘हम बच्चों के साथ जाना चाहते हैं’
यहां अमेरिकी दूतावास ने यूरोप में स्टॉपेज के साथ फ्लाइट बुकिंग न कराने की नसीहत दी है क्योंकि इन देशों की क्वारंटीन पॉलिसी काफी सख्त है। एक अभिवावक ने बताया, ‘हम पहले से ही तनाव में हैं कि अगर कोई इमर्जेंसी हुई तो हमें यूएस जाने की इजाजत नहीं होगी जब तक कि ट्रैवल बैन नहीं हट जाता। मेरे जैसे कई पैरंट्स एयरपोर्ट फॉर्मेलिटी पूरी करने से लेकर नए शहर में बसने और कैंपस तक पहुंचने के लिए अपने बच्चों के साथ रहने की जरूरत महसूस कर रहे हैं।’

सांकेतिक तस्वीर



Source link