ज़िन्दगी मे खुश रहना बेहद ज़रूरी है, इस बात को शायद कोई भी नकारने की कोशिश नही करेगा. लेकिन अगर संयुक्त राष्ट्र की विश्व खुशहाली रिपोर्ट पर गौर किया जाय तो भारत लगातार इसमें पिछड़ता जा रहा है. हमारी दिनचर्या, भाग दौड़ या फिर एक दुसरे से आगे निकलने का पागलपन, कारण कोई भी हो, हमारा देश इस सूची में ज्यादा परेशान और दुखी दिखता है.
असल में बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की विश्व ख़ुशहाली रिपोर्ट ज़ारी की गयी. इस रिपोर्ट में ख़ुशी को 6 पैमानों पर मापा गया. वो 6 पैमाने हैं, प्रति व्यक्ति आय, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, आज़ादी, सामाजिक सपोर्ट, भ्रष्टाचार, विश्वास और उदारता. लोग इन सभी बिन्दुओं को लेकर क्या सोचते हैं, क्या राय रखते हैं, ये रिपोर्ट इसी बात से सम्बंधित है.
हर बार की तरह इस बार भी फिनलैंड इस सूची में सबसे ऊपर है. हालाँकि दुनिया का सबसे अमीर देश माना जाने वाला अमेरिका इस सूची में 19 वें स्थान पर है. इस रिपोर्ट के मुताबिक सूडान विश्व का सबसे दुखी देश है. ये इस सूची में 156 वें स्थान पर है. गौरतलब है कि सूडान का क्षेत्र युद्धग्रस्त होने के कारण वहां पर लोगों में नाखुशी ज्यादा है.
इस वर्ष सूची में भारत का 140 वां स्थान है, जो की पिछली बार की अपेक्षा 7 ज्यादा है. 2018 की रिपोर्ट में भारत का स्थान 133 वां. पाकिस्तान इस सूची में 67 वे स्थान पर और चीन 93 वें स्थान पर है.
ये बात ध्यान देने योग्य है कि भारत के कुछ राज्यों जैसे मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश ने ख़ुशी मंत्रालय बनाया है और इसके बाद महाराष्ट्र ने भी यह कदम उठाने का फैसला किया है