पाक को छोड़कर बिम्सटेक देशो को शपथ ग्रहण का न्योता

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भारत में 2019 में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद 30 मई के दिन को शपथ ग्रहण के लिए मुकर्रर किया गया है और इसी बीच खबर आई है कि भारत ने बिम्सटेक के सदस्य देशों में से पाकिस्तान को छोड़कर सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है. असल में ये मसला अंतराष्ट्रीय कूटनीति से जुड़ा हुआ है. भारत की आतंकवाद के प्रति सख्त नीति का प्रतिनिधित्व ये निर्णय करता है.

क्या है बिम्सटेक?

बिम्सटेक का पूरा नाम बे ऑफ़ बंगाल इनिसिएटिव फॉर मल्टीसेक्टोरल टेक्निकल एंड इकनोमिक कारपोरेशन है. ये बंगाल की खाड़ी से तटवर्ती या समीपी देशों का एक अंतराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग संगठन है. इसके अंतर्गत भारत, बांग्लादेश, बर्मा, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल शामिल हैं.

मालूम हो कि भारत पर हुए पुलवामा हमले के बाद से ही भारत-पकिस्तान के सम्बन्ध बिगड़े हैं और अब इस तरह से पाकिस्तान को न बुलाना पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर घेरने की तैयारी ही लगती है.

विशेषज्ञों का मानना है कि भारत ने पाकिस्तान को कड़ा सन्देश देने के लिए इस प्रकार का निर्णय लिया है. मालूम हो कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दोनों देशो के बेहतरी के लिए मिल-जुल कर काम करने की इच्छा ज़ाहिर की थी, लेकिन भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर रुख कड़ा ही रखने का निर्णय लिया है.