IND vs BAN: शाकिब अल हसन ने गले में क्यों पहना काला धागा? चेन्नई टेस्ट के रहस्य से उठ गया पर्दा h3>
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। भारत ने चेन्नई में आयोजित पहले टेस्ट में बांग्लादेश को 280 रनों से धूल चटाई। भारत की जीत के साथ-साथ एक रहस्य की भी चर्चा हो रही है। दरअसल, बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन चेन्नई टेस्ट में बल्लेबाजी के दौरान काले धागे को मुंह से दबाते हुए नजर आए थे। कई लोगों को लगा कि शाकिब ने शायद किसी टोटके की वजह से यह धागा पहना है। हालांकि, ऐसा नहीं था। शाकिब के मेंटोर मोहम्मद सलाहुद्दीन और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के मुख्य चिकित्सक डॉ. देबाशीष चौधरी ने चेन्नई टेस्ट के रहस्य से पर्दा उठा दिया है।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, सलाहुद्दीन और चौधरी ने बताया कि शाकिब ने बल्लेबाजी के समय सिर को सही स्थिति में रखने के लिए काला पट्टा पहना। उन्होंने अपने सिर को गिरने से बचाने के लिए यह तरीका निकाला है। इससे पहले उन्होंने बल्लेबाजी करते समय अपने सिर की स्थिति को सही रखने के लिए गर्दन में ब्रेस पहना था। शाकिब को सिर की स्थिति से जुड़ी यह दिक्कत एक आंख में परेशानी के कारण हुई, जो पिछले साल सामने आई थी। चेन्नई, लंदन, ढाका और सिंगापुर के नेत्र रोग विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि शाकिब को सेंट्रल सीरस कोरियोरेटिनोपैथी (सीएससी) है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटिना के नीचे तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जो दृष्टि को बाधित कर सकता है।
डॉ. चौधरी ने कहा, “शाकिब ने खुद स्ट्रैप यानी पट्टे का आइडिया निकाला। यह आइडिया हमने नहीं दिया। वह बल्लेबाजी करते समय अपने सिर की स्थिति को सही रखने के तरीके पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “शाकिब ने पहले ब्रेस के साथ इसे ठीक रखने की कोशिश की थी। यह स्ट्रैप भी परीक्षण चरण में है। उन्होंने इसे नेट्स में आजमाया है। उन्होंने इसके साथ काफी शैडो बैटिंग की है।” वहीं, सलाहुद्दीन ने कहा, ”हम सभी की एक प्रनुख आंख होती है, इसलिए जब वह गेंद देखने में परेशानी दे रही हो तो मुश्किल खड़ी हो सकती है।”
जब सलाहुद्दीन ने शाकिब को स्ट्रैप को मुंह से दबाते हुए देखा तो उन्हें खुशी हुई क्योंकि वह अपने सिर की स्थिति को ठीक करने के लिए एक नया मैथेड आजमा रहे थे। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि यह शाकिब के लिए अच्छा है। मैंने उन्हें ऐसा करने के लिए नहीं कहा था। यह विचार उनके दिमाग में आया। शाकिब ने मुझे कल रात फोन पर बताया। वह इसे अपनी गर्दन के चारों ओर बांधते हैं। इसे दबाने से उन्हें गर्दन और सिर को स्थिर रखने में मदद मिलती है। जब सिर और गर्दन हिलते हैं तो आंखें भी हिलती हैं, जो एक बल्लेबाज के लिए आदर्श नहीं है।” शाकिब ने चेन्नई में पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में 32 रन बनाए।
भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। भारत ने चेन्नई में आयोजित पहले टेस्ट में बांग्लादेश को 280 रनों से धूल चटाई। भारत की जीत के साथ-साथ एक रहस्य की भी चर्चा हो रही है। दरअसल, बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन चेन्नई टेस्ट में बल्लेबाजी के दौरान काले धागे को मुंह से दबाते हुए नजर आए थे। कई लोगों को लगा कि शाकिब ने शायद किसी टोटके की वजह से यह धागा पहना है। हालांकि, ऐसा नहीं था। शाकिब के मेंटोर मोहम्मद सलाहुद्दीन और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के मुख्य चिकित्सक डॉ. देबाशीष चौधरी ने चेन्नई टेस्ट के रहस्य से पर्दा उठा दिया है।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार, सलाहुद्दीन और चौधरी ने बताया कि शाकिब ने बल्लेबाजी के समय सिर को सही स्थिति में रखने के लिए काला पट्टा पहना। उन्होंने अपने सिर को गिरने से बचाने के लिए यह तरीका निकाला है। इससे पहले उन्होंने बल्लेबाजी करते समय अपने सिर की स्थिति को सही रखने के लिए गर्दन में ब्रेस पहना था। शाकिब को सिर की स्थिति से जुड़ी यह दिक्कत एक आंख में परेशानी के कारण हुई, जो पिछले साल सामने आई थी। चेन्नई, लंदन, ढाका और सिंगापुर के नेत्र रोग विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि शाकिब को सेंट्रल सीरस कोरियोरेटिनोपैथी (सीएससी) है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटिना के नीचे तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जो दृष्टि को बाधित कर सकता है।
डॉ. चौधरी ने कहा, “शाकिब ने खुद स्ट्रैप यानी पट्टे का आइडिया निकाला। यह आइडिया हमने नहीं दिया। वह बल्लेबाजी करते समय अपने सिर की स्थिति को सही रखने के तरीके पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “शाकिब ने पहले ब्रेस के साथ इसे ठीक रखने की कोशिश की थी। यह स्ट्रैप भी परीक्षण चरण में है। उन्होंने इसे नेट्स में आजमाया है। उन्होंने इसके साथ काफी शैडो बैटिंग की है।” वहीं, सलाहुद्दीन ने कहा, ”हम सभी की एक प्रनुख आंख होती है, इसलिए जब वह गेंद देखने में परेशानी दे रही हो तो मुश्किल खड़ी हो सकती है।”
जब सलाहुद्दीन ने शाकिब को स्ट्रैप को मुंह से दबाते हुए देखा तो उन्हें खुशी हुई क्योंकि वह अपने सिर की स्थिति को ठीक करने के लिए एक नया मैथेड आजमा रहे थे। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि यह शाकिब के लिए अच्छा है। मैंने उन्हें ऐसा करने के लिए नहीं कहा था। यह विचार उनके दिमाग में आया। शाकिब ने मुझे कल रात फोन पर बताया। वह इसे अपनी गर्दन के चारों ओर बांधते हैं। इसे दबाने से उन्हें गर्दन और सिर को स्थिर रखने में मदद मिलती है। जब सिर और गर्दन हिलते हैं तो आंखें भी हिलती हैं, जो एक बल्लेबाज के लिए आदर्श नहीं है।” शाकिब ने चेन्नई में पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में 32 रन बनाए।