Imran Khan: ‘अमेरिका ने दी थी पाकिस्तान को धमकी’…फिसली इमरान की जुबान, बोले- नहीं दूंगा इस्तीफा, आखिरी बॉल तक लड़ूंगा h3>
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को पाकिस्तान को संबोधित किया। देर से शुरू हुए अपने संबोधन में इमरान ने साफ कर दिया कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और रविवार को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे। इमरान खान ने अमेरिका और अपनी पार्टी के बागी सांसदों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान को धमकी भरा पत्र अमेरिका की तरफ से आया था। उन्होंने कहा कि जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे, वो जानते हैं कि मैं हार नहीं मानता और आखिरी बॉल तक लड़ता हूं।
अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा, ‘मैं राजनीति में इसलिए आया क्योंकि पाकिस्तान कभी वैसा मुल्क नहीं बन सका जैसा सपना इसके संस्थापकों ने देखा था। मैंने पाकिस्तान को ऊपर जाते देखा है। साउथ कोरिया हमसे सीखने आया था। मलेशिया के शहजादे मेरे साथ पढ़ते थे। लेकिन मैंने इसे नीचे आते भी देखा है। मैंने पाकिस्तान को जलील होते भी देखा है।’ उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा आजाद विदेश नीति की बात कही न कि किसी मुल्क से दुश्मनी की।
अमेरिका का नाम लेकर पलट गए इमरान
इमरान खान ने कहा कि मेरी नीति न ही अमेरिका विरोधी थी और न ही भारत विरोधी। मैं ये सब इसलिए बता रहा हूं ताकि लोगों को पता चले कि मेरी नीतियां क्या हैं। संबोधन के बीच में इमरान खान ने उस धमकी भरे पत्र का भी जिक्र किया जो पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की राजनीति का केंद्र बना हुआ है। खान ने पहले ‘गलती’ से अमेरिका का नाम लिया और फिर बोले, ‘मैं नाम नहीं लूंगा … किसी बाहरी मुल्क की तरफ से एक पत्र मिला था। उसमें लिखा था कि अगर इमरान खान चला जाता है तो हम पाकिस्तान को माफ कर देंगे। लेकिन अगर इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव फेल हो जाता है तो पाकिस्तान को एक मुश्किल वक्त का सामना करना पड़ेगा। मैं अपनी कौम से पूछना चाहता हूं कि क्या हमारी यही हैसियत है।’
‘मैं आखिरी बॉल तक हार नहीं मानता हूं’
इमरान खान ने कहा कि रविवार को इस मुल्क का फैसला होगा। क्या यह मुल्क वही पुरानी गुलाम नीति और भ्रष्ट लोगों को चुनेगा? संबोधन में इमरान ने उन अटकलों को विराम दे दिया जिसमें कहा जा रहा था कि वह इस्तीफे अथवा इमरजेंसी की घोषणा कर सकते हैं। इमरान बोले, ‘किसी ने मुझसे कहा कि आप इस्तीफा दे दें। जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे वो जानते हैं मैं आखिरी बॉल तक हार नहीं मानता। रविवार को जो भी नतीजा हो मैं और ज्यादा ताकतवर होकर आऊंगा।’
इमरान खाम बोले, ‘आप एक-एक गद्दार की शक्ल याद रखना’
इमरान खान की नाराजगी सबसे ज्यादा अपनी पार्टी के बागी सांसदों से थी। उन्होंने कहा, ‘रविवार को यह फैसला होगा कि कौन अपने जमीन का सौदा करता है। आने वाली नस्लें आपको माफ नहीं करेंगी। कौमें आपको भूलने नहीं देंगी। आप एक-एक गद्दार की शक्ल याद रखना। ये कौम न भूलेगी, न आपको माफ करेगी और न आपके पीछे जो लोग हैं उन्हें माफ करेगी। मुझे मुकाबला करना आता है। मैं किसी भी सूरत में इस साजिश को कामयाब नहीं होने दूंगा।’
अगला लेखImran Khan: ‘इमरान अपनी कुर्सी बचाने के लिए लोगों के पैर पकड़ रहे’, बिलावल भुट्टो की चेतावनी- अब भागने का कोई रास्ता नहीं
अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा, ‘मैं राजनीति में इसलिए आया क्योंकि पाकिस्तान कभी वैसा मुल्क नहीं बन सका जैसा सपना इसके संस्थापकों ने देखा था। मैंने पाकिस्तान को ऊपर जाते देखा है। साउथ कोरिया हमसे सीखने आया था। मलेशिया के शहजादे मेरे साथ पढ़ते थे। लेकिन मैंने इसे नीचे आते भी देखा है। मैंने पाकिस्तान को जलील होते भी देखा है।’ उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा आजाद विदेश नीति की बात कही न कि किसी मुल्क से दुश्मनी की।
अमेरिका का नाम लेकर पलट गए इमरान
इमरान खान ने कहा कि मेरी नीति न ही अमेरिका विरोधी थी और न ही भारत विरोधी। मैं ये सब इसलिए बता रहा हूं ताकि लोगों को पता चले कि मेरी नीतियां क्या हैं। संबोधन के बीच में इमरान खान ने उस धमकी भरे पत्र का भी जिक्र किया जो पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की राजनीति का केंद्र बना हुआ है। खान ने पहले ‘गलती’ से अमेरिका का नाम लिया और फिर बोले, ‘मैं नाम नहीं लूंगा … किसी बाहरी मुल्क की तरफ से एक पत्र मिला था। उसमें लिखा था कि अगर इमरान खान चला जाता है तो हम पाकिस्तान को माफ कर देंगे। लेकिन अगर इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव फेल हो जाता है तो पाकिस्तान को एक मुश्किल वक्त का सामना करना पड़ेगा। मैं अपनी कौम से पूछना चाहता हूं कि क्या हमारी यही हैसियत है।’
‘मैं आखिरी बॉल तक हार नहीं मानता हूं’
इमरान खान ने कहा कि रविवार को इस मुल्क का फैसला होगा। क्या यह मुल्क वही पुरानी गुलाम नीति और भ्रष्ट लोगों को चुनेगा? संबोधन में इमरान ने उन अटकलों को विराम दे दिया जिसमें कहा जा रहा था कि वह इस्तीफे अथवा इमरजेंसी की घोषणा कर सकते हैं। इमरान बोले, ‘किसी ने मुझसे कहा कि आप इस्तीफा दे दें। जो मेरे साथ क्रिकेट खेलते थे वो जानते हैं मैं आखिरी बॉल तक हार नहीं मानता। रविवार को जो भी नतीजा हो मैं और ज्यादा ताकतवर होकर आऊंगा।’
इमरान खाम बोले, ‘आप एक-एक गद्दार की शक्ल याद रखना’
इमरान खान की नाराजगी सबसे ज्यादा अपनी पार्टी के बागी सांसदों से थी। उन्होंने कहा, ‘रविवार को यह फैसला होगा कि कौन अपने जमीन का सौदा करता है। आने वाली नस्लें आपको माफ नहीं करेंगी। कौमें आपको भूलने नहीं देंगी। आप एक-एक गद्दार की शक्ल याद रखना। ये कौम न भूलेगी, न आपको माफ करेगी और न आपके पीछे जो लोग हैं उन्हें माफ करेगी। मुझे मुकाबला करना आता है। मैं किसी भी सूरत में इस साजिश को कामयाब नहीं होने दूंगा।’