IAS Tina Dabi ने पाकिस्तान मंसूबों पर फेरा पानी , इस फैसले से दुश्मन को मिली मात

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IAS Tina Dabi ने पाकिस्तान मंसूबों पर फेरा पानी , इस फैसले से दुश्मन को मिली मात

IAS Tina Dabi ने पाकिस्तान मंसूबों पर फेरा पानी , इस फैसले से दुश्मन को मिली मात


जैसलमेर: भारत पाकिस्तान से सटे जिलों पर लगातार सुरक्षा एजेंसियां काम कर रही है। इसी बीच सरहदी जिले जैसलमेर में भी कलेक्टर टीना डाबी ने एक खास फैसला लिया है। जैसलमेर जिले की जिला कलेक्टर टीना डाबी ने भारत में पाकिस्तान की मोबाइल सिम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इस संबंध में आदेश जारी किए गए है। दरअसल, माना जा रहा है कि जिले से लगती भारत पाक सीमा के अंदर कई किलोमीटर तक पाकिस्तानी मोबाइल नेटवर्क की सेंध सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है। लिहाजा कलेक्टर की ओर से यह कदम उठाया गया है।

इस वजह से लगाई गई है रोक

मिली जानकारी के अनुसार भारत पाक सीमा पर स्थित नजदीकी गांवों में इन दिनों पाकिस्तानी मोबाइल के नेटवर्क साफ तौर से नजर आ रहे हैं। सीमा के पास 4-5 किलोमीटर तक पाकिस्तानी मोबाइल नेटवर्क अपनी घुसपैठ कर रहे हैं। इसी का फायदा उठाकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI अपना जाल फैलाने में कामयाब हो रही है। पाकिस्तानी जासूस भारतीय रक्षा क्षेत्र में सेंध लगा रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।

2900 किलोमीटर तक की भारत- पाक सीमा

2900-

राजस्थान समेत देश के कई राज्यों से पाकिस्तान की सीमा गुजरती है। पश्चिमी राजस्थान के कई जिले पाकिस्तान सीमा से लगते हैं। श्रीगंगानगर , बाड़मेर और जैसलमेर वो सरहदी जिले हैं, जिनसे सीधे पाकिस्तान की सीमा से जुड़ी है। राजस्थान के अलावा गुजरात का कच्छ , पंजाब और जम्मू-कश्मीर कुल मिलाकर सरहद पर तकरीबन 2900 किलोमीटर तक की सीमा बताई जाती है।

ईएमआई नम्बर पर पाकिस्तानी नंबर ट्रेस नहीं हो रहे

ईएमआई नम्बर पर पाकिस्तानी नंबर ट्रेस नहीं हो रहे

बताया जा रहा है कि कई बॉर्डर इलाकों पर पाकिस्तानी सिम बरामद की हुई है। एक्सपटर्स की मानें तो जब मोबाइल में पाकिस्तानी सिम डाली जाती है तो भारतीय खुफियां एजेंसियां मोबाइल के ईएमआई नंबर पर इसे ट्रेस नहीं कर पाती है, न ही उस सिम की कॉल डिटेल, सिम नंबर या अन्य जानकारी मिल पाती है। ऐसे में अब सीमावर्ती गांव में इस्तेमाल हो रही पाकिस्तानी सिम पर रोक लगाने की कोशिश हो रही है।

पाकिस्तानी सिम से बढ़ रहे जासूसी के खतरे

पाकिस्तानी सिम से बढ़ रहे जासूसी के खतरे

बीते कुछ सालों में सरहदी इलाकों में पाकिस्तानी सिम बरामद हुई है। पाकिस्तानी जासूसों से यह सिम बरामद होने के बाद सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। पाकिस्तान सिम बरामद होने के बाद जासूसी के खतरे बढ़ गए हैं। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अब तक पाकिस्तानी नेटवर्क पर लगाम लगाने की कवायद में जुटी है। इसी बीच जैसलमेर में लिया गया फैसला भी इस समस्या के हल में बड़ा कदम माना जा रहा है।

लगातार मिल रही तस्करी को भी जगह

लगातार मिल रही तस्करी को भी जगह

मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान जहां अपने मोबाइल नेटवर्क को स्ट्रॉग कर सूचना को जुटाने में लगा हुआ है। वहीं इसके जरिए नशे की सौदेबाजी को भी बढ़ा रहा है। नशे की तस्करी में मोबाइल से संपर्क किया जा जा रहा है और ड्रोन के जरिए सीमावर्ती इलाकों में ड्रग की खेप भेजने की कोशिश की जा रही है। ऐसे नापाक मंसूबों का कई बार बीएसएफ पर्दाफाश कर चुकी है।

पाकिस्तानी सिम के इस्तेमाल पर होगी सख्त कार्रवाई

पाकिस्तानी सिम के इस्तेमाल पर होगी सख्त कार्रवाई

जैसलमेर जिला कलेक्टर टीना डाबी की ओर से जारी एक आदेश जारी कर कार्रवाई की बात कही गई है। आदेशानुसार जैसलमेर से लगती भारत पाक सीमा के अन्दर पाक सिम के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। आदेश में यह बताया गया है कि जो भी पाक सिम का इस्तेमाल करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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