Hyderabad killing : हैदराबाद में ऑनर किलिंग के मामले पर स्थानीय सांसद असदुद्दीन ओवैसी की चुप्पी, उठ रहे सवाल h3>
हैदराबाद : हैदराबाद में एक लड़के ने दूसरे धर्म की लड़की से शादी की। लड़की ने शादी के बाद अपना नाम बदलकर पल्लवी कर लिया। हालांकि यह लड़की के घरवालों को नगवार गुजरा और नागाराजू की पीटपीटकर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद तमाम लोग सवाल उठा रहे हैं लेकिन अब तक हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी का कोई बयान सामने नहीं आया है। ओवैसी की खामोशी को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं तो विपक्ष ने भी ओवैसी से जवाब मांगा है।
असदुद्दीन ओवैसी सामान्यता हर एक मॉब लिंचिंग केस में ट्विटर, वीडियो संदेश या अन्य माध्यमों से अपने बयान जारी करते रहे हैं। पूरे देश में तमाम मुद्दों को लेकर ओवैसी मुखर होते हैं लेकिन इस मुद्दे पर उनकी खामोशी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
एआईएमआईएम नेता भी टाले सवाल
AIMIM नेता नसरुल्लाह गाजी ने कहा कि ओवैसी दलित, आदिवासी, मुसलमान हर किसी पर होने वाले अत्याचार को लेकर आवाज उठाते हैं। हालांकि जब उसने हैदराबाद किलिंग पर औवैसी की चुप्पी पर सवाल किया गया तो वह चुप्पी साध गए।
ट्विटर पर ऐक्टिव लेकिन घटना पर चुप
औवैसी अपने ट्विटर पर लगातार ऐक्टिव हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने दो रीट्वीट किए हैं। दोनों रीट्वीट हैदराबाद पुलिस के बयान वाले एक एंजेसी के ट्वीट हैं। एक ट्वीट में घटना का जिक्र है और दूसरे ट्वीट में आरोपियों पर लगाई गई धाराओं का जिक्र है। इसके अलावा ओवैसी ने इस घटना पर एक भी ट्वीट नहीं किया न ही कोई बयान दिया।
‘ओवैसी का कोई ट्वीट नहीं, राहुल और प्रियंका भी चुप’
ओवैसी की चुप्पी पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि ओवैसी का कोई ट्वीट नहीं आता। राहुल गांधी चुप रहते हैं। प्रियंका गांधी का कोई बयान सामने नहीं आता है। एक पैटर्न है। अगर कोई हिंदू लड़का मुसलमान लड़की से शादी कर लेता है तो वह मोहब्बत नहीं रह जाती। सरेराह ऐसे हिंदू लड़के की निर्मम हत्या कर दी जाती है।
‘पीछे की ताकतों का होना चाहिए पर्दाफाश’
इस घटना की निंदा करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद बी. संजय कुमार ने कहा कि नागराजू को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उसने एक मुस्लिम महिला से शादी की। उन्होंने इसे धार्मिक हत्या करार दिया। उन्होंने मांग की कि दोषियों की पहचान की जानी चाहिए और उनके पीछे की ताकतों और संगठनों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। उन्होंने एक बयान में सवाल किया कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल और धर्मनिरपेक्ष बुद्धिजीवी इस तरह की घिनौनी हत्या पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दे रहे हैं।
एआईएमआईएम नेता भी टाले सवाल
AIMIM नेता नसरुल्लाह गाजी ने कहा कि ओवैसी दलित, आदिवासी, मुसलमान हर किसी पर होने वाले अत्याचार को लेकर आवाज उठाते हैं। हालांकि जब उसने हैदराबाद किलिंग पर औवैसी की चुप्पी पर सवाल किया गया तो वह चुप्पी साध गए।
ट्विटर पर ऐक्टिव लेकिन घटना पर चुप
औवैसी अपने ट्विटर पर लगातार ऐक्टिव हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने दो रीट्वीट किए हैं। दोनों रीट्वीट हैदराबाद पुलिस के बयान वाले एक एंजेसी के ट्वीट हैं। एक ट्वीट में घटना का जिक्र है और दूसरे ट्वीट में आरोपियों पर लगाई गई धाराओं का जिक्र है। इसके अलावा ओवैसी ने इस घटना पर एक भी ट्वीट नहीं किया न ही कोई बयान दिया।
‘ओवैसी का कोई ट्वीट नहीं, राहुल और प्रियंका भी चुप’
ओवैसी की चुप्पी पर बीजेपी प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि ओवैसी का कोई ट्वीट नहीं आता। राहुल गांधी चुप रहते हैं। प्रियंका गांधी का कोई बयान सामने नहीं आता है। एक पैटर्न है। अगर कोई हिंदू लड़का मुसलमान लड़की से शादी कर लेता है तो वह मोहब्बत नहीं रह जाती। सरेराह ऐसे हिंदू लड़के की निर्मम हत्या कर दी जाती है।
‘पीछे की ताकतों का होना चाहिए पर्दाफाश’
इस घटना की निंदा करते हुए, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद बी. संजय कुमार ने कहा कि नागराजू को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उसने एक मुस्लिम महिला से शादी की। उन्होंने इसे धार्मिक हत्या करार दिया। उन्होंने मांग की कि दोषियों की पहचान की जानी चाहिए और उनके पीछे की ताकतों और संगठनों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। उन्होंने एक बयान में सवाल किया कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दल और धर्मनिरपेक्ष बुद्धिजीवी इस तरह की घिनौनी हत्या पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दे रहे हैं।