Income Tax Return भरना छोटे किसानों के लिए कितना लाभदायक है

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किसान इंकम टैक्स
किसान इंकम टैक्स

ITR भरना छोटे किसानों के लिए कितना लाभदायक है. इसका जवाब जानने से पहले तो हमारे लिए यह जानना जरूरी है कि ITR होता क्या है. अगर ITR की Full Form –  Income Tax Return  होती है. अगर साधारण शब्दों में जाने तो भारत सरकार के द्वारा एक आय की सीमा निश्चित की गई है. अगर आपकी आय इससे ज्यादा है, तो आपको सरकार को टैक्स देना होता है. अगर आप टैक्स के दायरे में आते हैं, तो आपको Income Tax Return फाइल करना पड़ता है. जिससे सरकार को आपकी आय की स्टीक जानकारी मिल जाती है.

जहां तक Income Tax Return की बात है, तो जो लोग Income Tax  के दायरे में आते हैं, उनके लिए इसे भरना जरूरी होता है. लेकिन जो लोग Income Tax के दायरे में नहीं आते उनके लिए Income Tax Return फाइल करने की बाध्यता नहीं होती है. आप सोच रहे होगें कि अगर हम Income Tax के दायरे में नहीं आते तो ITR फाइल क्यों करें. आपको बता दें कि अगर आप आपकी आय कम है , तो भी आपके पास जीरो आईटीआर भरने का विकल्प हमेशा रहता है. इसका मतलब यह है क‍ि आप सरकार को टैक्स तो नहीं चुकाते, लेक‍िन आप अपनी आमदनी/निवेश, खर्च, कर मुक्त भत्ते आदि की जानकारी देते हैं.

Income Tax Return return
किसान

छोटे किसान जिनकी कमाई कम है, वो भी जीरो Income Tax Return फाईल कर सकते हैं. अगर छोटे किसान ऐसा करते हैं, तो सरकार को इससे फायदा होता है कि उनका स्टीक कमाई की जानकारी मिलती है. अब किसानों को होने वाले फायदे जानते हैं. भले ही आप टैक्स के दायरे में नहीं आते, लेकिन अगर कहीं आपके पेमेंट पर TDS (स्रोत पर कर कटौती) हुई है तो उसे वापस पाने के लिए आपको आईटीआर भरना ही पड़ेगा.

Income Tax Return
Income Tax Return

अगर कोई किसान मकान, कार या एजुकेशन लोन आदि लेने की तैयारी कर रहे हैं, तो आईटीआर फाइल करने से आपका काम बहुत आसान हो सकता है. अगर आप आईटीआर फाइल करते हैं तो लोन देने वाला संस्थान यह समझता है कि आप उसे अपनी आमदनी का एक ठोस सबूत दे रहे हैं.

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दरअसल ज्यादातर बैंक लोन देने के वक्त आपके आईटीआर की जानकारी आमदनी के स्रोत की जानकारी के लिए मांगते हैं. नियमित रूप से आईटीआर फाइल करने का रिकॉर्ड आपके लिए लोन लेना आसान बना देता है.