क्या इबोला की दवा कोरोना से निजात दिलाने में सक्षम?

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कोरोना वायरस को मात देनी की जांग दुनियाभर में चल रही है। जहां इस वायरस से निजात पाने के लिए वैज्ञानिको का शोध जोरों पर है। इसी बीच यह खबर आरही है की कोरोना वायरस के इलाज में अब तक रेमडेसिवीर दवा को ही सबसे कारगर परिणाम देखने को मिले। कंपनी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मरदाद Wall Street न्यूजपेपर को दिए एक इंटरव्यू के मुताबिक रेमडेसिविर को बनाने वाली कंपनी आने वाले समय में रेमडेसिविर के इंजेक्शन के साथ-साथ इसका पाउडर बनाने पर खोज की जाएगी ताकि इसे इनहेलर के जरिए भी उपयोग किया जा सके।

यह भी बताना चाहेंगे की रेमडेसिविर को गोली के रूप में नहीं दिया जा सकता है क्योंकि इसकी केमिकल की परत लिवर के लिए हानिकारक है , इसका लिवर पर दुष्परिणाम पद सकता है इसलिए इस दवा को डॉक्टर्स द्वारा इंट्रावेनस (IV) रूप में अस्पतालों में दिया जा सकता है।

कोरोना वायरस फेफड़ों पर हमला करता है, अगर रेमडेसिविर के मौजूदा IV फॉर्मूलेशन को नेबुलाइजर के जरिए लिया जा सकेगा तो नेबुलाइजर के जरिए रेमडेसिवीर दवा को फेफड़ों तक सीधा पहुंचाने पर मदद मिलेगी। इससे कोरोना के उन मरीजों का भी जल्द इलाज हो सकेगा जो अस्पताल में भर्ती नहीं हैं। देशभर में कोरोना के मामलें थमने का नाम नहीं ले रहे है। ऐसे में यह कदम कोरोना की रफ़्तार को कम करने में कारगार सिद्ध हो सकता है।

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