Honeytrap in Bihar: कॉल रिसीव करते ही मोबाइल स्क्रीन पर न्यूड लड़की…, बिहार में ऐसे चल रहा है हुस्न के जाल में फंसाकर हनीट्रैप का धंधा h3>
किशनगंज: ‘मिस्टर A’ (काल्पनिक नाम) ने जब व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल रिसीव किया तो उस तरफ से एक खूबसूरत युवती न्यूड अवस्था में दिखी। बातचीत के दौरान वह मिस्टर A को फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए प्रेरित करने लगी। यह लाइन किसी C ग्रेड फिल्म स्क्रिप्ट की नहीं है, बल्कि बिहार के किशनगंज में सक्रिय हनीट्रैप गैंग कुछ इसी तरह से लोगों को फंसा रहा है। इसके बाद ब्लैकमेल कर उनसे मोटी रकम वसूलने का धंधा चल रहा है। नवभारत टाइम्स.कॉम ने इस हनीट्रैप गैंग की कारिस्तानियों की पूरी फाइल तैयार कर इस खबर के माध्यम से जगजाहिर कर रहा है, ताकि भोले-भाले लोग इसके चंगुल में फंसने से बच सकें।
हनीट्रैप में ऐसे फंसते हैं भोले-भाले लोग
किशनगंज जिले में लोगों को शिकार बना रहा हनीट्रैप गैंग पूरी प्लानिंग के साथ लोगों को फंसाते हैं। यह गैंग पहले विभिन्न माध्यमों से डाटा एकत्र कर उन लोगों को चिन्हित करता है जो धन-दौलत में ठीक-ठाक हैं और शादीशुदा हों। गैंग से जुड़ी लड़कियां आमतौर पर रात 11 बजे के बाद वीडियो कॉल करती हैं। कॉल हमेशा व्हाट्सऐप के जरिए किया जाता है। कॉल रिसीव करते ही मोबाइल की स्क्रीन पर न्यूड लड़कियां दिखती हैं। ये लड़कियां शुरुआत से ही ऐसी बातें करती हैं कि शख्स वहां ठहर जाता है। इसी बातचीत के दौरान शख्स को किसी एकांत जगह जैसे बाथरूम, बेडरूम आदि जगहों पर जाने को कहती है।
उसके बाद लड़की शख्स को बातों में उलझा कर उसे न्यूड अवस्था में ले आती है। शख्स के न्यूड होते ही लड़की कॉल डिस्कनेक्ट कर देती है। अगली सुबह शख्स की न्यूड तस्वीरें उसे व्हाट्सऐप चैट के जरिए भेज दी जाती है। यहीं से ब्लैकमेलिंग का सारा खेल शुरू होता है। लड़की शख्स को को धमकी देती है कि यदि दो घंटे के भीतर 10 हजार रुपये उसके खाते में ट्रांसफर नहीं किए गए तो वह इन सभी वीडियो और तस्वीरों को फेसबुक पर उसे टैग कर वायरल कर देगी।
शख्स शादीशुदा होने पर अपनी बदनामी होने के डर से तत्काल रुपये बताए हुए बैंक खाते पर ट्रांसफर कर देता है। इसके बाद यह खेल निरंतर जारी रहता है। शख्स से कभी 5 हजार तो किसी दिन 10 रुपये की डिमांड की जाती रहती है।
हनीट्रैप का शिकार हुए ‘मिस्टर A’से जब करीब 60 हजार रुपये ऐंठ लिए गए तो उन्होंने यह बात अपने दोस्तों को बताई। इसके बाद ये लोग परिचय के किसी पुलिस अफसर के पास गए। उन्होंने सलाह दी कि सबसे पहले पैसे ट्रांसफर करना बंद करो। पुलिस अफसर ने बताया कि इस तरह के लोग पैसे नहीं मिलने पर बिना समय गंवाए दूसरे ग्राहक को फंसाने में जुट जाते हैं। साथ ही पुलिसकर्मी ने आश्वासन दिया कि वह अपने स्तर से इसकी जांच कराएंगे।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर नवभारत टाइम्स.कॉम ने चार युवकों से केस की पूरी स्टडी की है। पहला केस शिकार युवक मिस्टर A (काल्पनिक नाम) का है, बाकी के तीन केस की स्टडी इस प्रकार है।
केस स्टडी: 1
किशनगंज जिले में एक और ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें नेहा शर्मा नाम की कथित युवती ने दिघलबैंक प्रखंड के एक युवक से पहले फेसबुक पर दोस्ती की और फिर न्यूड वीडियो कॉल किया, लेकिन युवक उस साइबर अपराधी का इरादा भांप कॉल को डिस्कनेक्ट कर दिया और ठगी से बाल-बाल बच गया।
केस स्टडी: 2
देश के बाहर विदेशों से भी इस प्रकार ठगी की जा रही हैं। दूसरे मामलें में +44 ISD कॉल कर ठीक उसी प्रकार से न्यूड कॉल कर फर्जीवाड़े की कोशिश की गई। इस मामले में भी पीड़ित ने अपनी सूझबूझ का परिचय दिया और ठगी से खुद को बचाया।
केस स्टडी: 3
ठगी की शिकार होने से बाल-बाल बचे किशनगंज शहर के एक युवक ने बताया कि कथित शबनम नाम की एक लड़की ने उसे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। दोस्ती बढ़ने के बाद एक दिन व्हाट्सऐप पर उसका वीडियो कॉल आया, जिस दौरान वह न्यूड अवस्था में थी। लेकिन युवती का इरादा भांप उसने अपने फोन के कैमरे पर उंगली रख दी। इसके कुछ देर बार उधर से कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया गया। फिर उसी दिन रात को भी उसी नंबर से उसने दोबारा वीडियो कॉल किया। युवक ने कॉल रिसीव नहीं किया।
ये चार मामले तो प्रकाश में आये, लेकिन ना जानें जिले में कितने ऐसे लोग न्यूड वीडियो कॉल के मकड़जाल में फंस कर खुद को लूटा चुके हैं।
साइबर अपराधी पहले अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल करते हैं। जिस नंबर से कॉल आता है, उसे अटेंड करने पर सामने महिला न्यूड या सेमी न्यूड हो जाती है। कॉल रिसीव करते ही साइबर अपराधी स्क्रीन शॉट या स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर लेता है। स्क्रीन शॉट्स में कॉल करने वाले और कॉल रिसीव करने वाले की तस्वीर आ जाती है। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू हो जाता है। युवतियां धमकी देती है कि अगर उसने पैसे नहीं दिए, तो वह उसकी तस्वीर उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल कर देगी। इस तरह के अपराध में पीड़ित व्यक्ति अपने सम्मान और साख बचाने के चक्कर में पैसे दे देता है। इस कारण पुलिस ने अज्ञात नंबर से आने वाले वीडियो कॉल को रिसीव नहीं करने की अपील की है।
क्या कहती है पुलिस
किशनगंज टाउन थाने के थानाध्यक्ष अमर प्रसाद ने कहा, ‘ऐसे मामले सुनने में तो आते हैं, लेकिन लोग थाना में शिकायत दर्ज नहीं करवाते हैं। कुछ दिनों पूर्व किशनगंज टाउन थाना में एक व्यक्ति ने घटना के काफी दिनों बाद सनहा दर्ज करवाया था। ज्यादातर मामलों में लोग थाने में शिकायत नहीं करते। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। अनजान वीडियो कॉल रिसीव नहीं करने चाहिए। इसके बावजूद भी अगर कोई ब्लैकमेलिंग या भयादोहन का शिकार होता है, तो उनसे अपील है कि वे थाना में शिकायत जरूर दर्ज कराएं। ताकि शिकायत के आधार पर अनुसंधान कर हम ब्लैकमेलिंग और भयादोहन करने वालों तक पहुंच सकें।
रिपोर्ट: राजेश कुमार श्यामसुखा
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किशनगंज जिले में लोगों को शिकार बना रहा हनीट्रैप गैंग पूरी प्लानिंग के साथ लोगों को फंसाते हैं। यह गैंग पहले विभिन्न माध्यमों से डाटा एकत्र कर उन लोगों को चिन्हित करता है जो धन-दौलत में ठीक-ठाक हैं और शादीशुदा हों। गैंग से जुड़ी लड़कियां आमतौर पर रात 11 बजे के बाद वीडियो कॉल करती हैं। कॉल हमेशा व्हाट्सऐप के जरिए किया जाता है। कॉल रिसीव करते ही मोबाइल की स्क्रीन पर न्यूड लड़कियां दिखती हैं। ये लड़कियां शुरुआत से ही ऐसी बातें करती हैं कि शख्स वहां ठहर जाता है। इसी बातचीत के दौरान शख्स को किसी एकांत जगह जैसे बाथरूम, बेडरूम आदि जगहों पर जाने को कहती है।
उसके बाद लड़की शख्स को बातों में उलझा कर उसे न्यूड अवस्था में ले आती है। शख्स के न्यूड होते ही लड़की कॉल डिस्कनेक्ट कर देती है। अगली सुबह शख्स की न्यूड तस्वीरें उसे व्हाट्सऐप चैट के जरिए भेज दी जाती है। यहीं से ब्लैकमेलिंग का सारा खेल शुरू होता है। लड़की शख्स को को धमकी देती है कि यदि दो घंटे के भीतर 10 हजार रुपये उसके खाते में ट्रांसफर नहीं किए गए तो वह इन सभी वीडियो और तस्वीरों को फेसबुक पर उसे टैग कर वायरल कर देगी।
शख्स शादीशुदा होने पर अपनी बदनामी होने के डर से तत्काल रुपये बताए हुए बैंक खाते पर ट्रांसफर कर देता है। इसके बाद यह खेल निरंतर जारी रहता है। शख्स से कभी 5 हजार तो किसी दिन 10 रुपये की डिमांड की जाती रहती है।
हनीट्रैप का शिकार हुए ‘मिस्टर A’से जब करीब 60 हजार रुपये ऐंठ लिए गए तो उन्होंने यह बात अपने दोस्तों को बताई। इसके बाद ये लोग परिचय के किसी पुलिस अफसर के पास गए। उन्होंने सलाह दी कि सबसे पहले पैसे ट्रांसफर करना बंद करो। पुलिस अफसर ने बताया कि इस तरह के लोग पैसे नहीं मिलने पर बिना समय गंवाए दूसरे ग्राहक को फंसाने में जुट जाते हैं। साथ ही पुलिसकर्मी ने आश्वासन दिया कि वह अपने स्तर से इसकी जांच कराएंगे।
नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर नवभारत टाइम्स.कॉम ने चार युवकों से केस की पूरी स्टडी की है। पहला केस शिकार युवक मिस्टर A (काल्पनिक नाम) का है, बाकी के तीन केस की स्टडी इस प्रकार है।
केस स्टडी: 1
किशनगंज जिले में एक और ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसमें नेहा शर्मा नाम की कथित युवती ने दिघलबैंक प्रखंड के एक युवक से पहले फेसबुक पर दोस्ती की और फिर न्यूड वीडियो कॉल किया, लेकिन युवक उस साइबर अपराधी का इरादा भांप कॉल को डिस्कनेक्ट कर दिया और ठगी से बाल-बाल बच गया।
केस स्टडी: 2
देश के बाहर विदेशों से भी इस प्रकार ठगी की जा रही हैं। दूसरे मामलें में +44 ISD कॉल कर ठीक उसी प्रकार से न्यूड कॉल कर फर्जीवाड़े की कोशिश की गई। इस मामले में भी पीड़ित ने अपनी सूझबूझ का परिचय दिया और ठगी से खुद को बचाया।
केस स्टडी: 3
ठगी की शिकार होने से बाल-बाल बचे किशनगंज शहर के एक युवक ने बताया कि कथित शबनम नाम की एक लड़की ने उसे फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। दोस्ती बढ़ने के बाद एक दिन व्हाट्सऐप पर उसका वीडियो कॉल आया, जिस दौरान वह न्यूड अवस्था में थी। लेकिन युवती का इरादा भांप उसने अपने फोन के कैमरे पर उंगली रख दी। इसके कुछ देर बार उधर से कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया गया। फिर उसी दिन रात को भी उसी नंबर से उसने दोबारा वीडियो कॉल किया। युवक ने कॉल रिसीव नहीं किया।
ये चार मामले तो प्रकाश में आये, लेकिन ना जानें जिले में कितने ऐसे लोग न्यूड वीडियो कॉल के मकड़जाल में फंस कर खुद को लूटा चुके हैं।
साइबर अपराधी पहले अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल करते हैं। जिस नंबर से कॉल आता है, उसे अटेंड करने पर सामने महिला न्यूड या सेमी न्यूड हो जाती है। कॉल रिसीव करते ही साइबर अपराधी स्क्रीन शॉट या स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर लेता है। स्क्रीन शॉट्स में कॉल करने वाले और कॉल रिसीव करने वाले की तस्वीर आ जाती है। इसके बाद ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू हो जाता है। युवतियां धमकी देती है कि अगर उसने पैसे नहीं दिए, तो वह उसकी तस्वीर उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल कर देगी। इस तरह के अपराध में पीड़ित व्यक्ति अपने सम्मान और साख बचाने के चक्कर में पैसे दे देता है। इस कारण पुलिस ने अज्ञात नंबर से आने वाले वीडियो कॉल को रिसीव नहीं करने की अपील की है।
क्या कहती है पुलिस
किशनगंज टाउन थाने के थानाध्यक्ष अमर प्रसाद ने कहा, ‘ऐसे मामले सुनने में तो आते हैं, लेकिन लोग थाना में शिकायत दर्ज नहीं करवाते हैं। कुछ दिनों पूर्व किशनगंज टाउन थाना में एक व्यक्ति ने घटना के काफी दिनों बाद सनहा दर्ज करवाया था। ज्यादातर मामलों में लोग थाने में शिकायत नहीं करते। लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। अनजान वीडियो कॉल रिसीव नहीं करने चाहिए। इसके बावजूद भी अगर कोई ब्लैकमेलिंग या भयादोहन का शिकार होता है, तो उनसे अपील है कि वे थाना में शिकायत जरूर दर्ज कराएं। ताकि शिकायत के आधार पर अनुसंधान कर हम ब्लैकमेलिंग और भयादोहन करने वालों तक पहुंच सकें।
रिपोर्ट: राजेश कुमार श्यामसुखा