HIT The First Case Review: राजकुमार राव ने फिर दिखाया अपना दम इस रीमेक में, उतार-चढ़ाव से भरी है यह थ्रिलर

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HIT The First Case Review: राजकुमार राव ने फिर दिखाया अपना दम इस रीमेक में, उतार-चढ़ाव से भरी है यह थ्रिलर


HIT The First Case Review: राजकुमार राव ने फिर दिखाया अपना दम इस रीमेक में, उतार-चढ़ाव से भरी है यह थ्रिलर

Bollywood Telugu Remake: फिल्मों में अब सिर्फ पुलिस होना काफी नहीं होता. राइटर-डायरेक्टर अलग-अलग डिपार्टमेंट में जाते हैं और वहां के अधिकारियों की कहानी कहते हैं. यहां हिट है, होमिसाइड इंटरवेंश टीम. हर तरह के हादसों में हुई मौतों की जांच करने वाला डिपार्टमेंट. जिससे फोरेंसिक जांच का विभाग भी कनेक्टेड है. कहानी का अफसर विक्रम (राजकुमार राव) हिट में है और उसकी गर्लफ्रेंड नेहा (सान्या मल्होत्रा) फोरेंसिक एक्सपर्ट है. विक्रम अतीत में एक हादसे से गुजरा है और उससे उबर नहीं पा रहा. नेहा चाह कर भी उसकी मदद नहीं कर पा रही, मगर वह जैसे तैसे उसे छुट्टी पर काम-काज से दूर भेजती है. इसी बीच नेहा गायब हो जाती है और यह खबर पाते ही विक्रम लौटता है. नेहा की तलाश का काम किसी और को दिया जा चुका है. विक्रम को दूसरा केस दिया जाता है. जांच करते हुए विक्रम पाता है जिस युवती का केस उसके पास है, उसी से कहीं न कहीं नेहा के गुम होने के तार जुड़े हैं. कहानी यहां से एक के बाद मोड़ लेती है. इस बीच एक लाश भी मिलती है. किसकी है यह लाश?

सीक्वल के लिए खुले दरवाजे
हिट द फर्स्ट केस अपनी मूल कथा में एक साइको-थ्रिलर की खूबियां समेटे हुए है और लगातार दर्शकों के दिमाग के साथ खेलती है. लेकिन जैसा कि ऐसी फिल्मों में होता है, जिधर-जिधर और जिस-जिस पर दर्शक का ध्यान खींचा जाता जाता है, उधर कुछ नहीं मिलता. हिट में भी यही होता है. तमाम किरदार आते हैं. पुलिस पूछताछ में बातें दोहराई जाती हैं. बीच-बीच में लगता है कि बस, केस अब सुलझ गया लेकिन फिर बात आगे बढ़ जाती है. फिल्म का रोमांच आपको बांधे रहता है, मगर इतना जरूर है कि आखिर में कुछ अलग ही बात निकलेगी, यह आप जानते हैं. वैसे हिट की एक मुश्किल यह है कि इसमें आपको कई सवालों के जवाब नहीं मिलते और निर्माता-निर्देशकों ने सीक्वल के लिए दरवाजे खुले रखे हैं.

सान्या के साथ नहीं हुआ न्याय
रोचक बात यह है कि 2020 में इसी नाम से आई मूल तेलुगु फिल्म का सीक्वल तैयार हो चुका है. हिट की कहानी में सारे सवालों के जवाब न मिलना कई दर्शकों को निराश कर सकता है. परंतु राजकुमार राव जरूर अपनी एक्टिंग से बांधते हैं. वह अकेले भी इस फिल्म को देखने की वजह हो सकते हैं. उन्होंने मानसिक उथल-पुथल से गुजर रहे व्यक्ति का रोल अच्छे से निभाया है. साथ ही उनके एक्शन सीन भी बढ़िया हैं. जतिन गोस्वामी राव के प्रतिद्वंदी के रूप में उभर कर आते हैं और शिल्पा शुक्ला अपनी भूमिका में असर छोड़ती हैं. मिलिंद गुणाजी और दिलीप ताहिल ने रोल अच्छे ढंग से परफॉर्म किए हैं, लेकिन सान्या मल्होत्रा के साथ जरूर लगता है कि न्याय नहीं हुआ.

कुछ सवाल रीमेक पर
इन तमाम बातों के बीच साउथ फिल्मों के हिंदी रीमेक दौर में यह सवाल होता है कि क्यों? जबकि तमाम फिल्में यूट्यूब से लेकर ओटीटी प्लेटफॉर्मों पर कभी डब तो कभी सबटाइटल्स के साथ मौजूद हैं, हिंदी में अलग एक्टरों के साथ क्यों फिल्म बनाई जाए. हिट द फर्स्ट केस देखते हुए यह महसूस होता है कि निर्देशक-लेखक शैलेष कोलानू ने अपनी ही फिल्म को फिर से खुद क्यों बनाया? तेलंगाना से लोकेशन राजस्थान पहुंचना, भाषा और थोड़े सीन बदलना और समलैंगिकता का तड़का लगाने से रीमेक बेहतर हो जाती है? बावजूद इन बातों के अगर आपने 2020 में तेलुगु में आई हिट नहीं देखी है तो यह रीमेक देख सकते हैं. सीक्वल का भी इंतजार कर सकते हैं.

निर्देशक: शैलेष कोलानू
सितारेः राजकुमार राव, सान्या मल्होत्रा, जतिन गोस्वामी, अखिल अय्यर, मिलिंद गुणाजी, शिपा शुक्ला, दिलीप ताहिल
रेटिंग ***

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