Hasan Mushrif ED Raid: क्या है 100 करोड़ का शुगर मिल घोटाला? जिसकी वजह से हसन मुश्रीफ के घर पर पड़ी ईडी की रेड
क्या है सौ करोड़ रुपये का घोटाला
हसन मुश्रीफ पर भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ यह मामला कोल्हापुर के अप्पासाहेब नलावडे शुगर फैक्ट्री से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि इस फैक्ट्री में 98 प्रतिशत पैसा मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए इकट्ठा किया गया था। मनी लांड्रिंग का यह आरोप हसन मुश्रीफ पर लगाया गया है। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में हसन मुश्रीफ के दामाद मतीन मंगोली का भी पूरा सहभाग है। आरोप है कि कुछ साल पहले यह कारखाना ब्रिक्स इंडिया कंपनी को बेचा गया। खास बात यह है कि ब्रिक्स इंडिया हसन मुश्रीफ के दामाद मतीन मंगोली के स्वामित्व वाली कंपनी है। सोमैया ने यह भी आरोप लगाया कि शुगर फैक्ट्री को खरीदने के लिए कोलकाता में बंद पड़ी हुई कंपनियों के नाम पर फर्जी एकाउंट बनाए गए और फिर इसकी खरीद की गई है।
इन फर्जी बैंक अकाउंट में डाले गए पैसे सीधे मंगोली की ब्रिक्स इंडिया कंपनी को ट्रांसफर हुए। खास बात यह भी है कि ब्रिक्स इंडिया कंपनी के पास इसके पहले किसी भी शुगर फैक्ट्री को चलाने का अनुभव नहीं है। इसके बावजूद यह शुगर फैक्ट्री ब्रिक्स इंडिया कंपनी को सौंपी गई। आरोप है कि कोल्हापुर जिला सहकारी बैंक ने भी उचित तरीके से ऑक्शन की कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया। किरीट सोमैया ने यह भी सवाल किया कि आखिर इस शुगर कारखाने को ट्रांसफर करने के लिए सिर्फ ब्रिक्स इंडिया कंपनी ही क्यों मिली?
किरीट सोमैया का आरोप
बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हसन मुश्रीफ और उनके परिवार पर जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जो कंपनी अस्तित्व में ही नहीं थी। जो पुणे में एक छोटा सा होटल चला रहे थे। उस कंपनी को हसन मुश्रीफ ने शुगर मिल का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया। इसके अलावा सोमैया ने कहा कि रजत कंज्यूमर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के पहले ही बंद हो चुकी थी। उस कंपनी के नाम पर मुश्रीफ परिवार के खातों में करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ। सोमैया ने कहा कि ऐसी और भी कई बेनामी और बोगस कंपनियां हैं। जिनके नाम पर मुश्रीफ और उनके दामाद ने करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन किए हैं।
धर्म विशेष को निशाना बनाने का आरोप
एनसीपी नेता हसन मुश्रीफ ने ईडी की रेड के बाद बीजेपी पर संगीन आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विशेष जाति और धर्म के लोगों को सरकार द्वारा टारगेट किया जा रहा है। मुश्रीफ ने कहा कि पहले नवाब मलिक उसके बाद मुझे और मेरे बाद असलम शेख पर कार्रवाई की बात कही जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके पहले भी छापेमारी में भी कोई चीज जांच एजेंसियों को नहीं मिली थी। बावजूद इसके परेशान करने के लिए और राजनीतिक एजेंडे के तहत दोबारा यह छापेमारी की गई है।