पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया है। इस बार ईरान ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकियों को मारा और अपने दो सैनिकों को मुक्त करा लिया। इसके साथ ही ईरान तीसरा देश बन गया है, जिसने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारा है। इससे पहले अमेरिका और भारत भी ऐसा कर चुके हैं।
सर्जिकल स्ट्राइक को मंगलवार रात अंजाम दिया गया। तेहरान की एनाडूलो समाचार एजेंसी ने बताया कि इस ऑपरेशन में कई पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं, जो आतंकवादियों को कवर फायर दे रहे थे। बताया गया कि ईरान एलीट रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (आईआरजीसी) ने खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान के काफी अंदर जाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया।
सूत्रों ने बताया कि ईरान के सैनिकों ने पाकिस्तान के अवैध रूप से कब्जाए गए बलूचिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश अल-अदल के कब्जे से अपने दो सैनिकों को मुक्त कराया। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की ओर से जारी आधिकारिक बयान में भी इसकी पुष्टि कर दी गई है। मुक्त कराए गए ईरान के दोनों जवान उन 12 जवानों में शामिल थे, जिन्हें साल 2018 में अगवा किया गया था। इनमें से पांच को पाकिस्तानी सेना ने पहले ही छुड़ा लिया था।
जैश उल-अदल या जैश अल-अदल एक सलाफी जेहादी आतंकी संगठन है जो मुख्यतौर पर दक्षिणी-पूर्वी ईरान में सक्रिय है। यह आतंकवादी संगठन ईरान में नागरिक और सैन्य ठिकानों पर कई हमले कर चुका है। बलूचिस्तान में निर्दोष लोगों के नरसंहार के लिए इस आतंकी संगठन को पाकिस्तानी सेना से पूरा समर्थन मिलता है। बता दें कि कि जैश उल अदल एक घोषित आतंकवादी संगठन है जो मुख्य रूप से दक्षिण-पूर्वी ईरान में सक्रिय है.
ये भारत और ईरान के ऊपर आतंकी हमले करवाने की रणनीति बनाते रहते हैं. अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ईरान के राष्ट्रपति डॉ. हसन रूहानी पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति बनाने पर विस्तार से चर्चा कर लें तो बहुत सही रहेगा. वैसे भी दोनों नेताओं के बेहद मधुर संबंध भी हैं. आपको याद होगा कि पुलमावा हमले के जवाब में भारतीय सेना ने जब आजाद कश्मीर में आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया, उसी दिन ईरान ने भी पाकिस्तान पर हमला किया था.
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