Haryana News: खनन माफियाओं का ट्रैक्टर आगे–आगे, सिंघम स्टाइल में पुलिस करती रही पीछा, अंत में हुआ ये
जांच अधिकारी राजकपूर ने बताया की खनन विभाग के कर्मचारी प्रेम चंद ने शिकायत दी है कि वह एवीटी (एंटी व्हीकल थेफ्ट) स्टाफ के साथ अरावली पहाड़ों का निरीक्षण करने जा रहे थे। तभी गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि राहिल, आशिन व शोएब निवासी महू अवैध खनन कर अपने ट्रैक्टर–ट्रॉली में पत्थरों को चोरी कर कहीं बेचने के लिए ले जा रहे हैं। जिस सूचना के आधार पर पुलिस और खनन विभाग की टीम ने गांव सकरस के समीप नाकेबंदी की । कुछ देर बाद तीनों ट्रैक्टर चालक अपनी ट्रॉली में पत्थर भरकर महू की तरफ से आते हुए दिखाई दिए। जब ट्रैक्टर चालकों को रुकवाने का इशारा किया तो उन्होंने अपने ट्रैक्टरों को वापस घुमा लिया और गांव कालाबास की तरफ भागने लगे। जब ट्रैक्टर चालकों का पीछा किया तो उन्होंने रास्ते में ही पत्थरों को खाली कर दिया।
पुलिस का रास्ता रोकने के चलते हुए ट्रैक्टर से खाली किए पत्थर
पुलिस को दी शिकायत में प्रेमचंद ने बताया कि जब खनन विभाग और एवीटी स्टाफ की टीम खनन माफियाओं का पीछा कर रही थी तभी उन्होंने रास्ता रोकने के लिए चलते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली से पत्थरों को रास्ते में ही खाली कर दिया। इस दौरान टीम ने अपनी गाड़ी को साइड से निकाला और आरोपियों का पीछा करने लगे। खनन माफिया रास्ते में पत्थरों को खाली करते रहे और पुलिस की टीम उनके पीछे–पीछे दौड़ती रही।
जब नहीं रुकी पुलिस तो आरोपियों ने ट्रॉली को रास्ते में लगाया
पुलिस टीम की गाड़ी के सामने पत्थरों को खाली करने के बाद खनन माफियाओं को जब लगा की अब वह घिर चूके है, तो आरोपियों ने कई किलोमीटर दूर चलकर गांव काला खेड़ा में खाली ट्रॉली को खड़ा कर पुलिस का रास्ता रोक दिया और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पुलिस ने ट्रॉली को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ के बाद तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा सरकारी काम में बाधा डालने माइंस एंड मिनरल एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी ।