Haryana: मनरेगा भ्रष्टाचार में लिप्त नूंह के 162 पूर्व सरपंचों पर लटकी जांच की तलवार, BDPO ने DC को भेजी चिट्ठी
पूर्व महिला सरपंच पर केस दर्ज कराने की सिफारिश
नूंह जिले के गांव अटेरना शमशाबाद की पूर्व सरपंच जायदा द्वारा महात्मा गांधी ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना के तहत हुए विकास कार्यों का रिकॉर्ड कार्यालय में जमा नहीं करने के आरोप में महानिदेशक पंचायत विभाग हरियाणा ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नगीना से मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की है।
महानिदेशक पंचायत विभाग हरियाणा ने महिला सरपंच जायदा को 25 जनवरी और 2 फरवरी को मनरेगा का रिकॉर्ड जाम कराने के लिए नोटिस दिए थे। पंचायत विभाग द्वारा कई बार महिला सरपंच को नोटिस देने के बाद कोई जवाब नहीं मिलने से नाराज पंचायत विभाग के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने कार्यवाही के लिए एसएचओ थाना नगीना, एसडीएम फिरोजपुर झिरका, डीआरडीए नूंह, डीडीपीओ नूंह, एसपी नूंह और डीसी नूंह को पत्र भेजा है।
मनरेगा से संबंधित रिकॉर्ड कार्यालय में जमा नहीं किया
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नगीना कुलदीप ने बताया कि गांव अटेरना शमशाबाद की पूर्व सरपंच जाहिदा ने मनरेगा से संबंधित रिकॉर्ड कार्यालय में जमा नहीं किया। जिसको लेकर मुकदमा दर्ज कराने के लिए सिफारिश की गई है। प्रदेश में नई पंचायतों का गठन पिछले वर्ष हो गया था। लेकिन नवनियुक्त सरपंचों को जरूरी कागजात नहीं मिलने से अग्रिम कार्रवाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मेवात में मनरेगा योजना के तहत हुआ करोड़ों का घोटाला
पिछले पंचायत संस्थाओं के कार्यकाल के दौरान नूंह मेवात जिले में करोड़ों का गबन हुआ है। जिले में फर्जी जॉब कार्ड बनाकर मजदूरों के नाम से राशि हड़पने में पंचायत विभाग के अधिकारी, ठेकेदार, फर्म मालिक, बैंक अधिकारी सहित दर्जनों लोग शामिल रहे थे। जिले की कोई भी ग्राम पंचायत ऐसी नहीं बची जिसमें मनरेगा के तहत हुए विकास कार्यों में गबन की शिकायत जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री तक ना पहुंची हो।