Hardik Pandya Injury: हार्दिक पंड्या ने टॉस से पहले गुजरात को दिया बड़ा झटका, CSK के खिलाफ कप्तानी कर रहे राशिद खान h3>
मुंबई: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की नई टीम गुजरात टाइटंस (GT) को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ बड़े मुकाबले में बड़ा झटका लगा है। टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ग्रोइन की चोट की वजह से मैच से बाहर हो गए हैं, जबकि अफगानिस्तान के क्रिकेटर राशिद खान (Rashid Khan is leading GT today) टीम की कप्तानी कर रहे हैं। दरअसल, हार्दिक की जांघ में कुछ समस्या है। इस वजह से यह मैच नहीं खेल रहे हैं। उनकी जगह रिद्धिमान साहा टीम में शामिल हुए हैं। गुजरात ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है।
धांसू फॉर्म में चल रहे हैं हार्दिक
हार्दिक जबर्दस्त फॉर्म में हैं। उन्होंने 5 मैचों में 76 की औसत से 228 रन बनाए हैं, जबकि 4 विकेट भी झटके हैं। टीम को जब भी जरूरत हुई तब रन बनाए और विकेट निकाले। माना जा रहा है कि अगर वह ऐसी ही फॉर्म बरकरार रखते हैं तो टीम इंडिया में वापसी हो जाएगी। हालांकि, ऐसे मौके पर उनका चोट की वजह से बाहर होना बड़ा झटका है।
T20 वर्ल्ड कप में नहीं की थी बॉलिंग
उल्लेखनीय है कि हार्दिक कमर की चोट (Hardik Back Injury) और फिर ‘रिहैबिलिटेशन’ के कारण पिछले साल टी20 विश्व कप से भारतीय टीम से बाहर हैं। टी20 विश्व कप में बड़े मैचों में भारत के लिए गेंदबाजी (Hardik Pandya Bowling) नहीं करने के लिए उनकी काफी आलोचना हुई थी। सिलेक्टर्स का कहना था कि उन्होंने कहा था कि वह फिट हैं और बॉलिंग करेंगे। इसी शर्त पर उन्हें टीम में सिलेक्ट किया गया था। हार्दिक बैट से भी कमाल नहीं कर सके थे।
आईपीएल से ठीक पहले रणजी ट्रॉफी से नाम लिया था वापस
भारतीय टीम में शामिल होने के लिए सिलेक्टर्स ने हार्दिक पंड्या के सामने रणजी ट्रॉफी खेलने की शर्त रखी थी, लेकिन बड़ोदा के इस ऑलराउंडर ने डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेलने का फैसला किया था। इस बारे में जब सिलेक्टर्स से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया तो चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा गुस्सा हो गए थे। उन्होंने कहा था कि यह तो खिलाड़ी को पता होगा। आप उनसे क्यों नहीं पूछते?
2018 के बाद से जी का जंजाल बनी पीठ की चोट
2018 में एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ पीठ की चोट के चलते ही हार्दिक पंड्या को मैदान से बाहर स्ट्रेचर पर लिटाकर ले जाया गया था। उसके बाद से वह उस तरीके से बॉलिंग नहीं कर पा रहे हैं, जिसके लिए जाने जाते हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं। यहां तक कि इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस तक के लिए बॉलिंग की। शायद इसलिए फ्रेंचाइजी ने उन्हें मेगा ऑक्शन से ठीक पहले रिलीज करने का फैसला किया था। इसके बाद गुजरात टाइटंस ने उन्हें टीम का कप्तान बनाया था।
हार्दिक जबर्दस्त फॉर्म में हैं। उन्होंने 5 मैचों में 76 की औसत से 228 रन बनाए हैं, जबकि 4 विकेट भी झटके हैं। टीम को जब भी जरूरत हुई तब रन बनाए और विकेट निकाले। माना जा रहा है कि अगर वह ऐसी ही फॉर्म बरकरार रखते हैं तो टीम इंडिया में वापसी हो जाएगी। हालांकि, ऐसे मौके पर उनका चोट की वजह से बाहर होना बड़ा झटका है।
T20 वर्ल्ड कप में नहीं की थी बॉलिंग
उल्लेखनीय है कि हार्दिक कमर की चोट (Hardik Back Injury) और फिर ‘रिहैबिलिटेशन’ के कारण पिछले साल टी20 विश्व कप से भारतीय टीम से बाहर हैं। टी20 विश्व कप में बड़े मैचों में भारत के लिए गेंदबाजी (Hardik Pandya Bowling) नहीं करने के लिए उनकी काफी आलोचना हुई थी। सिलेक्टर्स का कहना था कि उन्होंने कहा था कि वह फिट हैं और बॉलिंग करेंगे। इसी शर्त पर उन्हें टीम में सिलेक्ट किया गया था। हार्दिक बैट से भी कमाल नहीं कर सके थे।
आईपीएल से ठीक पहले रणजी ट्रॉफी से नाम लिया था वापस
भारतीय टीम में शामिल होने के लिए सिलेक्टर्स ने हार्दिक पंड्या के सामने रणजी ट्रॉफी खेलने की शर्त रखी थी, लेकिन बड़ोदा के इस ऑलराउंडर ने डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेलने का फैसला किया था। इस बारे में जब सिलेक्टर्स से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया तो चीफ सिलेक्टर चेतन शर्मा गुस्सा हो गए थे। उन्होंने कहा था कि यह तो खिलाड़ी को पता होगा। आप उनसे क्यों नहीं पूछते?
2018 के बाद से जी का जंजाल बनी पीठ की चोट
2018 में एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ पीठ की चोट के चलते ही हार्दिक पंड्या को मैदान से बाहर स्ट्रेचर पर लिटाकर ले जाया गया था। उसके बाद से वह उस तरीके से बॉलिंग नहीं कर पा रहे हैं, जिसके लिए जाने जाते हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं। यहां तक कि इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस तक के लिए बॉलिंग की। शायद इसलिए फ्रेंचाइजी ने उन्हें मेगा ऑक्शन से ठीक पहले रिलीज करने का फैसला किया था। इसके बाद गुजरात टाइटंस ने उन्हें टीम का कप्तान बनाया था।