Gorakhpur temple attack: मुर्तजा को लेकर सिद्धार्थनगर गई ATS, यहीं से हमलवार ने खरीदा था बांका

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Gorakhpur temple attack: मुर्तजा को लेकर सिद्धार्थनगर गई ATS, यहीं से हमलवार ने खरीदा था बांका

Gorakhpur temple attack: मुर्तजा को लेकर सिद्धार्थनगर गई ATS, यहीं से हमलवार ने खरीदा था बांका

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुई घटना के बाद से ही हमलावर मुर्तजा की कुंडली खंगाली जा रही है। ऐसी आशंका है कि गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर हमला करने वाला मुर्तजा अहमद अब्बासी का कनेक्शन ISIS और अंसार गजवा-वा तुल से जुड़ा है। वे भारत- नेपाल सीमा पर स्थित कई संदिग्ध मदसरों और मरकज के भी संपर्क में रहा है। उसके लैपटॉप और बैग से मिले सुरागों के बाद ATS पूरी तरह चौकन्ना हो गई है। अब ATS उसे लेकर सिद्धार्थनगर और महाराजगंज गई है, क्योंकि हमले से पहले वे दो दिनों तक सिद्धार्थनगर के बांसी में रुका था। यहीं से उसने बांका भी खरीदा था, जिससे उसने जवानों पर हमला किया। इतना ही नहीं, इस मामले की जांच के क्रम में ATS की अलग-अलग टीमों ने गोरखपुर के साथ ही कुशीनगर, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर में भी छापामारी शुरू कर दी है।

कोयंबटूर तक मुर्तजा का कनेक्शन
साथ ही मामले की जांच पूर्वांचल और नेपाल के साथ ही मुबंई, जामनगर और कोयंबटूर तक पहुंच गई है। ATS के साथ ही इस मामले को गंभीरता से लेते हुए NIA ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। हमलावर मुर्तजा के लैपटॉप से अब तक टीम को गोरखनाथ मंदिर के नख्शे के अलावा, देश विरोधी वीडियोज, कट्टरपंथी जाकिर नाइक के वीडियो के अलावा मजहबी साहित्य और उसके मोबाइल फोन से आतंकी कनेक्शन होने के सबूत हाथ लगे हैं। ATS सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा का कनेक्शन ISIS और अंसार गजवा-वा तुल जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े होने की बात सामने आई है।

तलाकशुदा पत्नी से भी पूछताछ
ATS की एक टीम मुर्तजा की तलाकशुदा पत्नी और उसके परिजनों से पूछताछ के लिए गाजीपुर भी रवाना हो चुकी है। यहां टीम उसकी तलाकशुदा पत्नी और परिजनों से पूछताछ शुरू हो गई है। इसमें तलाक की वजह, मुर्तजा के तौर तरीकों के बारे में भी टीम जानकारी जुटाएगी। इसके अलावा ATS मुर्तजा के करीबियों की लिस्ट तैयार कर उनसे भी पूछताछ करने की तैयारी कर रही है, जबकि मुर्तजा के पिता ने बताया है कि उनके बेटे की दूसरी शादी जौनपुर जिले में तय होने की बात चल रही है। ऐसे में टीम जौनपुर में उस परिवार से भी पूछताछ करेगी, जहां मुर्तजा की शादी तय हो रही है।

पहले से मुर्तजा को ट्रैक कर रही है ATS
फिलहाल ATS सबसे पहले मुर्तजा का नेपाल कनेक्शन की पड़ताल में जुटी हुई है। अब तक की जांच में सामने आए तथ्यों से मुर्तजा कई ऐसे मदरसों और मरकजों के संपर्क में था, जहां विदेशी फंडिंग होती है। वहीं, ATS मुर्तजा को बीते 21 महीनों से ट्रैक कर रही थी, क्योंकि साल 2020 में ATS ने गोरखपुर के एक जासूस को दबोचा था। वह हनीट्रैप का शिकार होकर 2014 और 2018 में पाकिस्तान भी गया था।

जासूस ने पाकिस्तान भेजे थे नख्शे
यहां आने के बाद उसने एयरपोर्ट, गोरखनाथ मंदिर सहित शहर के कई महत्वपूर्ण स्थानों के नख्शे पाकिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं को भेजे थे। इसी जांच के दौरान मुर्तजा का नाम भी सामने आया था। ATS उसे तभी से ट्रैक कर रही थी, लेकिन पुख्ता सबूत नहीं मिलने की वजह से टीम उसे दबोच नहीं सकी और उसने वारदात को अंजाम दे दिया, जबकि मुर्तजा के पिता ने भी यह खुलासा किया है कि 2 अप्रैल को ATS वाले उसके घर मुर्तजा को पूछते हुए गए थे। इसी के बाद से वो नेपाल भाग गया था।

स्लीपर सेल बढ़ाने के लिए बनाया था ऐप
अब तक की जांच में सामने आया है कि आतंकी संगठनों के लिए मुर्तजा स्लीपर सेल हो सकता है। इसी दिशा में ATS पहले से काम कर रही है। मुर्तजा खुद एक केमिकल इंजीनियर होते ही एक ऐप डेवलप किया था। ऐसे में ATS को आशंका है कि इस ऐप का इस्तेमाल आतंकी नेटवर्क के स्लीपर सेल को बढ़ाने की दिशा में वे काम कर रहा था। फिलहाल टीम उस ऐप की भी पड़ताल कर रही है, जिसे मुर्तजा ने डेवलप किया था।



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