Ghaziabad News: कस्टडी में हादसा या हत्या? अभय खंड पुलिस चौकी पर उठे सवाल, जानिए पूरा मामला

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Ghaziabad News: कस्टडी में हादसा या हत्या? अभय खंड पुलिस चौकी पर उठे सवाल, जानिए पूरा मामला

Ghaziabad News: कस्टडी में हादसा या हत्या? अभय खंड पुलिस चौकी पर उठे सवाल, जानिए पूरा मामला

गाजियाबाद: पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि अभय खंड पुलिस चौकी में (death in custody )पुलिसवालों ने पीटकर उसकी हत्या कर दी। दूसरी तरफ पुलिस इसे हादसा बता रही है। पहले केस को रफा-दफा करने का प्रयास किया गया। युवक के परिवार वाले सोमवार रात और मंगलवार सुबह विजय नगर थाने में हंगामा करने पहुंचे तो मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा। इसके बाद विजय नगर थाने में अभय खंड पुलिस चौकी में तैनात सिपाही नीरज राठी और विजय नगर थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। एसीपी कोतवाली सलोनी अग्रवाल ने बताया कि युवक के भाई नौशाद की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच चल रही है। मृतक दिलशाद का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।दिलशाद के खिलाफ विजयनगर थाने में छेड़छाड़ की शिकायत आई थी। पुलिस उसे निजी कार में मकनपुर से थाने लेकर आ रही थी। पुलिस का कहना है कि सेक्टर-9 चौकी क्षेत्र में कार का एक्सिडेंट हुआ। कार सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गई। इस दौरान खिड़की से बाहर थूक रहे दिलशाद की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में चालक को भी गिरफ्तार किया है। नौशाद का आरोप है कि उनका परिवार पुलिस की वर्दी ड्राईक्लीन करता है। सोमवार को नीरज राठी ने उनके भाई को कॉल कर वर्दी देने के लिए बुलाया था। जब काफी देर तक नहीं आया तो वह भाई के बारे में जानकारी करने चौकी पहुंचे, वहां उसके साथ मारपीट की जा रही थी। जब उन्होंने मिलने के लिए कहा तो घर जाने के लिए कह दिया गया। पूछताछ करने पर उन्होंने विजयनगर पुलिस द्वारा एक मामले में भाई को पकड़ने की बात कही। इसके बाद पिता इकबाल विजयनगर और इंदिरापुरम थाने के बीच कई चक्कर लगाते रहे, लेकिन किसी ने जानकारी नहीं दी। सोमवार शाम को बताया गया कि एक सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई है।

प्राइवेट कार में था दिलशाद

जिस कार से हादसा हुआ, वह एक पुलिसकर्मी की निजी कार थी। प्राइवेट कार से किसी आरोपी को लेकर आने के सवाल पर एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस अक्सर ऐसा करती है। जिस गाड़ी से आरोपी को लेकर आया गया, उसकी पूरी डिटेल भी दी जाती है, वह सरकारी या प्राइवेट इसका भी जिक्र किया जाता है।

परिवार का आरोप, शरीर पर चोट के निशान

परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने दिलशाद की बॉडी को देखा दो तो उसके पेट और सीने के पास चोट के 2 निशान थे, जिससे उन्हें अंदेशा है कि उसके साथ मारपीट की गई है। पुलिस के अनुसार, हादसे में ऊपर और नीचे की तरफ बॉडी के टकराने से चोट आई है।

दिलशाद के भाई नौशाद की शिकायत पर कॉन्स्टेबल नीरज राठी और विजयनगर थाने के पुलिसकर्मी पर केस दर्ज किया गया है। सभी एंगल से जांच कराई जा रही है। -सलोनी अग्रवाल, एसीपी कोतवाली

परिवार के 8 सवाल ?

  1. कार का एक्सिडेंट हुआ तो पुलिसकर्मियों को चोट कैसे नहीं लगी?
  2. अगर एक्सिडेंट हुआ था तो परिवार को तुरंत जानकारी क्यों नहीं दी गई?
  3. पुलिस थूकने के दौरान हादसे की बात कह रही, जबकि लोगों ने बताया कि ट्रक खड़ा था?
  4. अभय खंड पुलिस चौकी में बहाने से क्यों बुलाया गया?
  5. इंदिरापुरम और विजय नगर थाने के क्यों चक्कर लगवाए गए?
  6. दोनों थानों से सही जानकारी क्यों नहीं दी गई?
  7. अगर किसी मामले में गिरफ्तार करने गए थे तो परिवार को उसकी जानकारी क्यों नहीं दी?
  8. जिन पुलिसकर्मियों पर FIR हुई, उन्हें गिरफ्तार कब किया जाएगा?

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