Ghaziabad: फिल्मी एक्टर गोविंदा और मनोज तिवारी के नाम पर 10 करोड़ की ठगी, जालसाजों ने जानिए कैसे लगाया चूना
इस मामले में कंपनी के खिलाफ एकजुट करने के लिए पीड़ितों ने टेलिग्राम पर एक ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में एक हजार से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। शीतल ने बताया कि पहले इस ग्रुप में 1500 के आसपास लोग थे। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो कुछ लोगों ने निराश होकर ग्रुप को छोड़ दिया। दूसरी तरफ एक ग्रुप आरोपी ने भी बनाया है, जिसमें कुछ दिन में लोगों से सपोर्ट मांगने की बात करता है।
विरोध में लोगों ने बनाया ग्रुप
इस मामले में कंपनी के खिलाफ एकजुट करने के लिए पीड़ितों ने टेलिग्राम पर एक ग्रुप बनाया है। इस ग्रुप में एक हजार से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। शीतल ने बताया कि पहले इस ग्रुप में 1500 के आसपास लोग थे। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो कुछ लोगों ने निराश होकर ग्रुप को छोड़ दिया। दूसरी तरफ एक ग्रुप आरोपी ने भी बनाया है, जिसमें कुछ दिन में लोगों से सपोर्ट मांगने की बात करता है।
नुकसान का आधा लौटाने का दिया ऑफर
पीड़ितों ने बताया आरोपी उन्हें नुकसान का आधा लौटाने का दावा किया। उसने लोगों को मेसेज कर इस प्रकार के ऑफर दिए हैं। हालांकि निवेश करने वाले इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली एनसीआर में ही ठगों ने करीब 10 करोड़ रुपये का गबन किया है। आरोपी निवेश पर 15 फीसदी हर महीने रिटर्न का झांसा देता था। अप्रैल से कंपनी को बंद होना बताया जा रहा है।
कई लोगों ने कर्ज लेकर दिए रुपये
पीड़ित ने बताया कि आरोपी की कंपनी में ज्यादातर लोगों ने 1 लाख रुपये का निवेश किया था। उन्हें हर महीने 15 हजार रुपये देने का वादा किया था। इसके अलावा उसने कुछ और इन्सेंटिव देने की बात कर लोगों को उनके नीचे अन्य को जोड़ने के लिए कहा था। कुछ लोगों को एक-दो बार पेमेंट दिया तो विश्वास बढ़ गया। निवेश करने वालों ने परिवार के लोगों और दोस्तों से कंपनी में रुपये लगवा दिए। बाद में आरोपी ऑफिस को बंद कर फरार हो गए। उन्होंने बताया कि इस कंपनी में निवेश करने वाले कई लोगों ने कर्ज पर रुपये लेकर इसमें लगाए थे।
ऐसी बताई थी स्कीम
ठगों ने लोगों को बताया कि वह कई प्रकार की ट्रेडिंग पर रुपये लगाते हैं। उन्हें सीधे 30 फीसदी की कमाई होती है। इस कार्य में बड़े निवेश की जरूरत है। ऐसे में आम लोगों को इससे जोड़ रहे हैं। जिन्हें जोड़ा जा रहा है है, उन्हें भी 15 फीसदी तक रिटर्न दे रहे हैं। कंपनी लोगों से सिर्फ रुपये देने के लिए कहती थी। जितने रुपये वे लगाते थे, उसका 15 फीसदी रिटर्न हर महीने अकाउंट में भेजने की बात कही थी। कंपनी ने झारखंड में 2019 में लोगों को स्कीम के नाम पर सबसे पहले जोड़ा था।
कंपनी का प्रोफाइल देखकर ही करें निवेश, लालच में न पड़ेंः एक्सपर्ट
साइबर एक्सपर्ट राहुल मिश्रा ने बताया कि हमेशा कंपनी का प्रोफाइल देखकर ही निवेश करें। सिर्फ बैंक ही फिक्स्ड डिपॉजिट पर तय रिटर्न देने का दावा कर सकते हैं। बाकी म्युच्युअल फंड, शेयर आदि में निवेश मार्केट के जोखिमों पर आधारित होता है। कभी भी कोई 10-15 पर्सेंट महीने के रिटर्न का दावा नहीं कर सकता। ऐसी लालच में न पड़ें। मैक्सीजान जैसी कंपनियां हमेशा निम्न और मध्यम आय वर्ग के लोगों को टारगेट करती हैं। ऐसी कंपनियां नामी चेहरों को दिखाकर विश्वास जमाते हैं। कुछ दिन मोटा रिटर्न भी देते हैं। लेकिन, यह सिर्फ छलावा होता है। निवेश करने से पहले देख लें कि कंपनी करती क्या है, उसकी प्रोफाइल क्या है, रजिस्टर्ड है या नहीं, कंपनी के कर्ता-धर्ता कौन हैं, फाइनैंस मामलों में कारोबार करने वाली कंपनी है तो आरबीआई से अनुमति है या नहीं, ये सारी बातें जानने के बाद ही निवेश करें।
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप