Ghaziabad: ‘घर में घुसकर बेटे को चाकू मारा, पुलिस ने नहीं उठाया कोई कदम’ AIIMS में बच्चे की मौत के बाद बोली मां h3>
Ghaziabad Crime: दिल्ली एम्स में बच्चे की मौत के बाद माता-पिता के फरार होने की खबर सामने आई थी। अब मामले मे कुछ और ही सच्चाई सामने आ रही है। बच्चे की मां ने बताया है कि पड़ोसी ने घर में घुसकर उनके बेटे को चाकू मारा है। पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
गाजियाबाद में नाबालिग बच्चे की हत्या
गाजियाबाद: बच्चे की एम्स में हुई मौत के बाद से लापता पैरंट्स से शनिवार को एनबीटी की बात हुई। बच्चे की मां ने इस दौरान पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। साथ ही बताया कि उनके पड़ोसी ने ही बच्चे पर चाकू से वार किए थे। उन्होंने कोई फर्जी पता नहीं लिखवाया था, उनके बेटे पर घर में घुसकर हमला किया गया था, उस वक्त कोई बचाने नहीं आया। बस दो लड़के मदद को आगे आए, उन्होंने ही उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाने में मदद की। पीड़ित का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते कदम उठा लेती तो उनका बेटा आज जिंदा होता। बच्चे की डेडबॉडी वो पुलिस की वजह से ही नहीं ले सके। महिला ने बताया कि वे लोग पहले न्यू कोंडली, दिल्ली में रहते थे, उस समय बेटे के दिल्ली के सरकारी स्कूल में एडमिशन के लिए अपने एक रिश्तेदार के पते पर आधार कार्ड बनवाया हुआ था। जब बेटे को लेकर दिल्ली के सरकारी अस्पताल पहुंचे तो वहां दिल्ली का पता मांगा गया था, इसलिए वहां उसका आधार कार्ड जमा कर दिया। हम लोगों ने कोई झूठा पता नहीं दिया। पुलिस इस मामले को लेकर हम लोगों को आरोपी की तरह ट्रीट कर रही है, हम परेशान हैं। जबकि पड़ोसी की वजह से मेरे बेटे की जान गई है। हम लोगों पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
जुड़वां बेटों में से एक की मौत हो गई, दूसरा लापता
महिला के पति पंडिताई का काम करते हैं, उनके चार बच्चे हैं। दो जुड़वां बेटे हैं, उनका एक बेटे की मौत हो गई, जबकि दूसरा 24 जुलाई की शाम 4 बजे से लापता है। वह घर से पानी लेने के लिए निकला था, उसके बाद से घर नहीं लौटा। इसमें उनके पड़ोसी की मिलीभगत है। इस मामले में खोड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन अभी तक पता नहीं चला। जबकि उनके बेटे पर चाकुओं से वार किए गए थे, जिससे उसकी मौत हो गई। खोड़ा पुलिस ने उनके उस बेटे के लापता होने की कहानी बताई जो मर गया, जबकि उनका दूसरा बेटा लापता है, जो अब तक नहीं मिला। पुलिस ने झूठी कहानी बनाई। ये कैसे मां-बाप? कलेजे का टुकड़ा दिल्ली AIIMS में तड़पकर मर गया और वे भर्ती करवाकर भाग गए
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
महिला ने बताया कि शुरू से ही खोड़ा पुलिस की भूमिका संदिग्ध है। वह कई बार इस मामले में सीनियर अधिकारियों से मिली। लेकिन पुलिस ने शुरू से एक पक्षीय कार्रवाई की। अगर निष्पक्ष कार्रवाई होती तो उनका बच्चा जिंदा रहता। वहीं जब बच्चे पर हमला हुआ तब उसकी मां घर पर नहीं थी। उन्होंने बताया कि उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया। तब कुछ लोगों से मदद के लिए कहा तो दो लड़के उनके घर पर आए थे, जिन्होंने उसे उठाने में मदद की। उनका इस प्रकरण में और कोई हाथ नहीं है। यही दो लड़के वीडियो फुटेज में बच्चे को ले जाते दिख रहे हैं।
इतने सारे वीडियो क्यों बनाए और वायरल किया
महिला का कहना है कि उन्हें ऐसे बुरे हालात में जो समझ आया वह कदम उठाया। सभी को असलियत पता चले, इसलिए उन्होंने इतने सारे विडियो वायरल किए। पड़ोसियों ने काफी परेशान किया, लेकिन उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। जहां तक वीडियो बनाने की बात है, वह इसलिए किया ताकि हमारे पास भी दिखाने के लिए सबूत रहें। फिलहाल वे लोग घर पर इसलिए नहीं लौटे, क्योंकि उन्हें पड़ोसियों से डर है।
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