Ganesh Chaturthi 2022: यह हैं विश्व प्रसिद्ध गणेश मंदिर, यहां श्रीराम ने की थी पूजा, बनाते हैं उल्टा स्वास्तिक | Ganesh Chaturthi 2022 : ganesh temple in sehore, ujjain, indore | Patrika News h3>
patrika.com गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022) के मौके पर आपको बताने जा रहा है ऐसे ही गणेश मंदिरों के बारे में…।
आप भी करें भगवान गणेश के लाइव दर्शन (Live Darshan)
इंदौरः खजराना के गणेश के बिग बी भी भक्त
खजराना के गणेश भगवान के दुनियाभर में भक्त हैं, उनमें से सदी के महानायक अमिताभ बच्चन भी हैं। पिछले साल बच्चन ने जब अपनी आंखों की सर्जरी करवाई थी, तो सफल सर्जरी के बाद डाक्टरों के साथ ही उन्होंने खजराना के गणेशजी को भी याद किया था। बिग बी ने खुद सोशल मीडिया पर गणेशजी की तस्वीर शेयर की थी।
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उज्जैन के चिंतामन गणेश
उज्जैन शहर के भीतर रेलवे स्टेशन से 7 किमी दूर है चिंतामन गणेश मंदिर। यहां श्रीगणेश की पूजा चिंतामन, इच्छामन और सिद्धिविनायक के रूप में होती है। बताया जाता है कि इस मंदिर में गणेशजी की प्रथम पूजा भगवान राम, लक्ष्मण और सीता माता ने की थी। पुजारी कहते हैं कि जब भगवान को पूजन के दौरान जलाभिषेक के लिए जल नहीं मिला तो लक्ष्मण जी ने बाण मारकर धरती में से जल निकाल दिया। इसीलिए यहां पर बावड़ी का नाम बाणगंगा और लक्ष्मण बावड़ी भी कहते हैं। भगवान राम ने चिंतामन, लक्ष्मण जी ने इच्छामन और सीता मां ने सिद्धिविनायक का पूजन किया था।
इंदौर के बड़े गणपति
इंदौर का यह मंदिर मूर्ति के आकार के लिए जाना जाता है। इस मूर्ति को विश्व की प्राचीन मूर्तियों में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा माना जाता है। इंदौर इस मंदिर की प्रतिमा इतनी ऊंची है कि चोला चढ़ाने के लिए सवा मन घी और सिंदूर का प्रयोग होता है। श्रंगार में पूरे आठ दिन का समय लगता है। यहां साल में चार बार ही चोला चढ़ाया जाता है। जबकि हाल ही कुछ वर्षों में थाईलैंड में भी एक पार्क में 39 मीटर की मूर्ति स्थापित है, लेकिन यह मूर्ति मंदिर में नहीं हैं और प्राचीन नहीं है।
Ganesh Chaturthi : यहां है विश्व की सबसे ऊंची गणेशजी की मूर्ति, एक सप्ताह में हो पाता है पूरा श्रृंगार
कहा जाता है कि उज्जैन निवासी स्वर्गीय पंडित नारायण दाधीच भगवान गणेश के अनन्य भक्त थे। एक दिन भगवान गणेश ने उन्हें स्वपम्न में दर्शन दिए और निर्देश दिया कि उनके मंदिर का निर्माण किया जाए। स्वप्न में ही दाधीच ने भगवान से पूछा कि कहां पर मंदिर बनाया जाए, तो उन्होंने इंदौर स्थित स्वंभू गणेश प्रतिमा के पीछे मंदिर बनाने का आदेश दिया। दाधीच ने खोज की और बड़ा गणपति का मंदिर निर्माण हुआ। वर्तमान में मंदिर की देखरेख पंडित नारायण दाधीच की तीसरी पीढ़ी के पंडित धनेश्वर दाधीच सेवा कर रहे हैं।
सीहोर के भगवान गणेश
मध्यप्रदेश में भगवान गणेश का अनोखा मंदिर है, देश के कई प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है यह मंदिर। चिंतामन गणेश मंदिर के नाम से प्रसिद्ध यह स्थान भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र है। खास बात यह है कि देश के चार स्वयंभू प्रतिमाओं में से एक है यह प्रतिमा। इनके अलावा राजस्थान के रणथंभौर सवाई माधोपुर, अवंतिका उज्जैन के चिंतामन गणेश, गुजरात के सिद्धपुर और चौथा मध्यप्रदेश का चिंतामन गणेश मंदिर में विराजे हैं। प्राचीन मान्यताओं के मुताबिक यहां आने वाले लोग भगवान गणेश के मंदिर के पीछे उल्टा स्वास्तिक बनाकर मन्नत मांगते हैं। इसके बाद जब मन्नत पूरी हो जाती है तो सीधा स्वास्तिक बनाने जरूर आते हैं।
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मुंबई के सिद्धी विनायक के लाइव दर्शन (Live Darshan)
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उज्जैन के चिंतामन गणेश
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सीहोर के भगवान गणेश
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