नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन (Farmers Protest) 25वें दिन भी जारी है और दिल्ली के सीमाओं पर बैठे किसान लगातार कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) किसानों को कानूनों के फायदे समझाने में लगी है, लेकिन पार्टी की मुश्किलें उसके ही सहयोगी दल बढ़ा रहे हैं. अब एनडीए (NDA) के सहयोगी हनुमान बेनीवाल ने मोर्चा खोल दिया है.
ससंद की 3 समितियों से दिया इस्तीफा
कृषि कानूनों (Agriculture Laws) का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन करते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के प्रमुख हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने शनिवार को संसद की तीन समितियों से इस्तीफा दे दिया. लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) को भेजे पत्र में हनुमान बेनीवाल ने उद्योग संबंधी स्थायी समिति, याचिका समिति और पेट्रोलियम व गैस मंत्रालय की परामर्श समिति से इस्तीफा दिया.
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26 दिसंबर को करेंगे दिल्ली कूच
संसदीय समितियों से इस्तीफा देते हुए हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने कहा कि वह 26 दिसंबर को 2 लाख समर्थकों के साथ राजस्थान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि 26 दिसंबर को ही एनडीए में बने रहने या साथ छोड़ने पर फैसला करेंगे. राजस्थान के नागौर से सासंद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वो किसानों के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं.
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मामलों पर कार्रवाई नहीं हुई: बेनीवाल
हनुमान बेनीवाल के कहा कि उन्होंने सदस्य के रूप में जनहित से जुड़े अनेक मामलों को उठाया, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसलिए वह किसान आंदोलन (Farmers Protest) के समर्थन में और लोकहित के मुद्दों को लेकर संसद की तीन समितियों के सदस्य पद से त्याग पत्र दे रहे हैं. जयपुर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद हनुमान बेनीवाल ने यह घोषणा की.