Farmers Protest 2.0 | दूसरे दिन प्रदर्शन के लिए निकल पड़े किसान, रोकने के लिए पुलिस कर रही हर मुमकिन कोशिश | Navabharat (नवभारत) h3>
चंडीगढ़: किसान बुधवार सुबह एक बार फिर अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च (Farmers Protest) शुरू करने के लिए अंबाला (Ambala) के पास शंभू सीमा (Shambhu Border) पर एकत्र हुए, जिसके चलते भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस (Tear Gas) के गोले दागे। पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली तक मार्च करने के अपने प्रयास में हरियाणा (Haryana) की सीमा पर बैरिकेड हटाने का नये सिरे से प्रयास किया।
#WATCH | Police use tear gas to disperse protesting farmers at the Haryana-Punjab Shambhu Border.
The farmers have announced to continue to march towards the National Capital. pic.twitter.com/bJC0xXPCaU
— ANI (@ANI) February 13, 2024
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जब कुछ किसान शंभू सीमा पर बैरिकेड के पास एकत्र हुए तो हरियाणा पुलिस ने बुधवार सुबह करीब आठ बजे आंसू गैस के कई गोले दागे। मंगलवार को, प्रदर्शनकारी किसानों की पजांब-हरियाणा सीमा के दो बिंदुओं पर हरियाणा पुलिस के साथ झड़प हुई थी। किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे और पानी की बौछार की थी। मंगलवार को पुलिस के साथ कई घंटों तक चली झड़प के बाद किसान नेताओं ने दिन भर के लिए विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया था। उन्होंने कहा कि वे बुधवार को शंभू सीमा से मार्च फिर से शुरू करेंगे।
#WATCH | Drone visuals from the Singhu border in Delhi show the security arrangements as the farmers’ protest enters day 2. pic.twitter.com/iLTww2XLaA
— ANI (@ANI) February 14, 2024
मंगलवार को शंभू सीमा के पास किसानों ने सीमेंट से बने अवरोधक हटाने के लिए ट्रैक्टर इस्तेमाल किए। ये अवरोधक प्रदर्शनकारी किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए घग्गर नदी पुल पर हरियाणा पुलिस द्वारा बैरिकेड के हिस्से के रूप में रखे गए थे। हरियाणा पुलिस ने कहा था कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें
प्रदर्शनकारी किसानों ने आंसू गैस के गोले फेंकने के लिए हरियाणा सरकार की आलोचना की और कहा कि वे अपनी मांगों को मनवाने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के वास्ते दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए दृढ़ हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने घोषणा की है कि किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के वास्ते कानून बनाने सहित अपनी मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार को दिल्ली कूच करेंगे। सोमवार को केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसान प्रतिनिधियों की वार्ता विफल रही थी।
(एजेंसी)
#WATCH | Security checks underway at Shambhu border in Ambala, Haryana on second day of farmers’ protest. pic.twitter.com/1xz1AkOlgL
— ANI (@ANI) February 14, 2024