Explainer : अब दूध पर 2 के बजाय 5 रुपए प्रति लीटर अनुदान, पशुपालकों के लिए ऐसे सौगात बनी दुग्ध उत्पादक संबल योजना h3>
mukhyamantri dugdh sambal yojna: राजस्थान में आज से पशुपालकों को 2 रुपए के बजाय 5 रुपए प्रति लीटर का अनुदान मिलेगा। 2013 में शुरू हुई योजना को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया था लेकिन गहलोत ने फिर से चालू किया और अब 3 रुपए अधिक अनुदान देना शुरू किया।
हाइलाइट्स
पशुपालकों के लिए सौगात बनी दुग्ध उत्पादक संबल योजना
अब पशुपालकों को 2 रुपए के बजाय 5 रुपए प्रति लीटर का अनुदान मिलेगा
पशुपालकों को बढ़ी हुई राशि 1 अप्रैल 2022 से मिलनी प्रारम्भ
रामस्वरूप लामरोड़, जयपुर: प्रदेश के किसानों के विकास के लिए अलग से कृषि बजट पेश करने साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पशुपालकों की भी बड़ी सौगात दी है। 23 फरवरी को बजट पेश करने के दिन मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि राज्य के सहकारी दुग्ध उत्पादक संघों को दूध आपूर्ति करने वाले पशुपालकों को प्रति लीटर 5 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इससे पहले राज्य सरकार की ओर से 2 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से अनुदान दिया जाता था। इस अनुदान राशि को दो रुपए से बढाकर सीधे पांच रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। पशुपालकों को बढी हुई राशि 1 अप्रैल 2022 से मिलनी प्रारम्भ हो गई है। Rajasthan Chiranjeevi Yojna Explainer: राजस्थान में अब ₹1000000 तक का मुफ्त इलाज, जानें- कैसे मिलेगा लाभ 2013 में शुरू हुई योजना को भाजपा सरकार किया बंद, गहलोत ने पुन: चालू किया वर्ष 2013 में अपने दूसरे कार्यकाल में अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना प्रारम्भ की थी जिसे बाद में भाजपा सरकार ने बंद कर दिया। बाद में जब कांग्रेस फिर से सत्ता में आई तो फरवरी 2019 को पुन: इस योजना को चालू किया गया। पूर्व में इस योजना के तहत 2 रुपए प्रति लीटर अनुदान देने का प्रावधान किया गया था। शुरुआत में 80 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। अब अनुदान राशि को 2 रुपए से बढ़ाकर 5 रुपए कर दिया गया है। इसके लिए राज्य सरकार ने 550 करोड़ रुपए का बजट अलग से रखे जाने का ऐलान किया है। 1 अप्रेल से अनुदान की बढ़ी हुई राशि पशुपालकों को दी जाएगी। प्रदेश के 9 लाख से ज्यादा पशुपालक इस योजना का लाभ ले रहे हैं। Rajasthan Bijli Bill : अशोक गहलोत के ऐलान के बाद कितना कम होगा आपका बिजली बिल, जानिए डीटेल निजी कंपनियों को दूध बेचन वाले पशुपालक भी कर रहे अनुदान की मांग प्रदेश में दूध का संकलन करने वाले सहकारी संघों के अतिरिक्त कई निजी संस्थाएं और कम्पनियां भी दूध का संकलन करती है। जहां लाखों की तादात में किसान दूध बेचते हैं। इन किसानों की मांग है कि उन्हें भी इस मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना का लाभ मिलना चाहिए। निजी कंपनियों और अन्य संस्थानों को दूध बेचने वाले पशुपालकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भेजकर इस योजना का लाभ देने की मांग की है। हालांकि यह योजना राज्य के सहकारी संघों को दूध बेचने वाले पशुपालकों के लिए लाई गई है।
Rajasthan Budget 2022: राजस्थान की जनता को कांग्रेस के बजट में क्या-क्या मिला?
अगला लेखRajasthan Chiranjeevi Yojna Explainer: राजस्थान में अब ₹1000000 तक का मुफ्त इलाज, जानें- कैसे मिलेगा लाभ
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें
Web Title : mukhyamantri dugdh sambal yojna explainer how helpful subsidy of rs 5 per litter on milk to farmers Hindi News from Navbharat Times, TIL Network
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – RajasthanNews