Eknath Shinde: ‘हम तो डूबेंगे तुमको भी नहीं छोड़ेंगे’ की चेतावनी, एकनाथ शिंदे के लिए ताबूत की आखिरी कील साबित होंगे बच्चू कडू?

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Eknath Shinde: ‘हम तो डूबेंगे तुमको भी नहीं छोड़ेंगे’ की चेतावनी, एकनाथ शिंदे के लिए ताबूत की आखिरी कील साबित होंगे बच्चू कडू?

Eknath Shinde: ‘हम तो डूबेंगे तुमको भी नहीं छोड़ेंगे’ की चेतावनी, एकनाथ शिंदे के लिए ताबूत की आखिरी कील साबित होंगे बच्चू कडू?

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में बीते चार-पांच दिनों से प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया बच्चू कडू (Bachchu Kadu) और अमरावती के विधायक रवि राणा (Ravi Rana) के बीच में सियासी संघर्ष शुरू है। इस लड़ाई में दोनों ही नेताओं ने एक-दूसरे के ऊपर जमकर आरोप-प्रत्यारोप किया। इन सबके बीच बच्चू कडू ने अपने छह-सात समर्थक विधायकों के साथ सरकार से बाहर निकलने की चेतावनी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को दी थी। हालांकि, दोनों आला नेताओं की मध्यस्तता के बाद बच्चू कडू और रवि राणा के बीच का वाद खत्म हो चुका है। रवि राणा ने तो सोमवार को माफी मांगकर कर यह मामला खत्म कर दिया था। जबकि बच्चू कडू ने मंगलवार शाम को अमरावती (Amravati) में शक्ति प्रदर्शन किया। हालांकि इस शक्ति प्रदर्शन की आंच मुंबई तक देखने को मिली। नतीजा यह हुआ कि मुंबई (Mumbai) में भी सियासी हलचल बढ़ गई थी। बच्चू कडू ने चेतावनी देते हुए कहा कि हम तो डूबेंगे लेकिन तुमको भी नहीं छोड़ेंगे। तमाम नाराजगी के बावजूद बच्चू कडू ने रवि राणा के साथ चल रही जुबानी जंग को खत्म कर लिया है। उन्होंने कहा कि पहली गलती थी इसलिए माफ किया। अगली बार ऐसा हुआ तो प्रहार का वार कैसा होता है, यह पता चलेगा।

बच्चू कडू ने कहा कि कौन क्या बोलता है इससे फर्क नहीं पड़ता। यह मेरे अस्तित्व का सवाल है। कोई आए और कुछ बोले हम इतने सस्ते भी नहीं हुए हैं। सूत्रों की माने तो बच्चू कडू के शक्ति प्रदर्शन के बाद रवि राणा ने देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की है।

कार्यकर्ता सम्मेलन में क्या बोले बच्चू कडू
बच्चू कडू ने कहा कि हम महात्मा गांधी को मानते हैं लेकिन भगत सिंह हमारे दिमाग में दिल और दिमाग में इस कदर बसे हुए हैं कि हमारी कब सटक जाए पता ही नहीं चलता। अगली बार इस बात का भी ध्यान रखना। बच्चू कडू ने कहा कि हम अपशब्द नहीं बोलेंगे, हम आचार संहिता का पालन करेंगे। किसी के मन को ठेस पहुंचे ऐसा कोई काम नहीं करेंगे। यह सब मैं सिर्फ सरकार में मंत्री पद के लिए करता हूं ऐसा बिल्कुल नहीं है। बच्चू कडू ने कहा कि आज हर दल में बागी लोग हैं ऐसा कोई भी दल नहीं है जहां बागी न हों बावजूद इसके तमाम बागी पहली पंक्ति में मौजूद रहते हैं।

उन्होंने कहा कि फेसबुक के कमेंट पर ना जाएं आजकल आधा सोशल मीडिया पैसों से चलाया जाता है। यहां सच्चाई कभी सामने आती ही नहीं। मुझे मेरे किसान आंदोलन के दौरान अगर मीडिया ने इतना कवरेज दिया होता तो आज किसानों के किसानों की पांच- छह मांगे पूरी हो गई होती। उन्होंने कहा कि पहली बार मैं आठ दिनों तक लगातार चर्चा का विषय बना रहा। टीवी में जो चलता है वही दिखाया जाता है। एक साल के राज्य मंत्री पद के कार्यकाल में मैंने 1182 मीटिंग की थी और गरीबों के मुद्दों को हल करने का प्रयास किया था। मैंने अपने मंत्री पद का इस्तेमाल गरीबों के लिए किया। अगर उनका एक भी मैसेज आता था तो मैं उनके लिए मीटिंग बुलाता था।

क्या थे बच्चू कडू का आरोप
महाराष्ट्र में 50 खोखे (50 करोड़ ) की लड़ाई को लेकर विधायक रवि राणा और पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक बच्चू कडू के बीच में ठनी हुई थी। विधायक रवि राणा ने यह आरोप लगाया था कि बच्चू कडू और उनके समर्थक विधायकों ने 50 खोखे यानी 50 करोड़ लेकर शिंदे-बीजेपी सरकार को अपना समर्थन दिया है। रवि राणा की इसी बात पर बच्चू कडू भड़क उठे हैं। उनका कहना है कि या तो सबूत दो वरना माफी मांगो। देवेंद्र फडणवीस और सीएम के समझाने के बाद इस मामले में विधायक रवि राणा सार्वजानिक रूप से माफ़ी मांग चुके हैं।

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