क्या कोरोना के कारण बेहतर हुआ देश का वातावरण?

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कोरोना वायरस के कहर को कम करने के लिए देशभर में लॉक डाउन जारी है। लॉकडाउन से भारत में वायु, जल और ध्वनि प्रदूषण के स्तर पर काफी कमी देखी गई है। क्या आप जानते है भारत में वायु प्रदूषण के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। कम उम्र में ही बच्चो को प्रदूषित वातावरण के कारण स्वास्थ संबधित कई समस्या होती है , उसी के साथ बड़े -उम्र के लोगो को भी कई दिक्कते होती है। यह कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना वायरस ने प्रदूषण की मार झेलती दुनिया को जीवनशैली में बदलाव करने पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।

लॉकडाउन ख़त्म होने के बाद प्रदूषण में बढ़ोतरी होने की पूरी आशंका है , लेकिन यह कहना गलत नहीं होगा की लॉक डाउन के वजह से प्रदूषण में भारी मात्रा में गिरावट देखी गयी है। जब इंसानो ने धरती के वातावरण को नुकसान पहुंचाया तो प्रकृति ने खुद ही यह जिम्मा उठा लिया , जिसके परिणाम स्वरुप दुनियाभर का वातावरण में बड़े स्तर पर सुधर देखा जा सकता है।

लेकिन सरकार और आम जनता को सबक लेने की जरूरत है और कुछ क़दमों को उठाने से ही वायु प्रदूषण को आंशिक रूप से कम किया जा सकता है। सरकार गाड़ियों से निकलने वाले धुएँ में कमी लाने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। देश की मौजूदा हालत बेशक तोर पर काफी चिंता जनक है, लेकिन प्रकृति के लिहाजे से देश का वातावरण की हालत काफी बेहतर है।

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