Dinesh Karthik: बैट छोड़कर थामा माइक, 36 की उम्र में दे रहे नए लड़कों को फाइट, लेकिन दिनेश कार्तिक बन जाना इतना आसान नहीं h3>
नई दिल्ली: साल 2019, तारीख 10 जुलाई। अगर आप भारतीय क्रिकेट के प्रशंसक हैं तो ये दिन शायद ही भूले हों। वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की हार, लगा कि जैसे ट्राफी पास आकर फिसल गई हो। लगे भी क्यों ना। 240 रनों का टारगेट आज के हिसाब से कौन सा बहुत ज्यादा था। न भूलने की दूसरी सबसे बड़ी वजह रही, आखिरी में दुनिया के बेस्ट फिनिशर एमएस धोनी (MS Dhoni) का रन आउट हो जाना और उसके बाद उनका वनडे क्रिकेट में कभी ना लौटना। तब आज फिनिशर के उपाधि से नवाजे जा रहे दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) का टीम इंडिया (Team India) के लिए वह आखिरी मैच बताया गया। शायद वह ठीक भी था। क्योंकि उसके बाद से डीके कभी भारतीय जर्सी में नहीं दिखे। लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी, रार नहीं छोड़ी। और ऐसा शायद दिनेश कार्तिक ही कर सकते हैं।
आईपीएल 2022 (IPL 2022) के सीजन में आरसीबी (RCB) की ओर से खेल रहे दिनेश कार्तिक की तारीफ आज हर कोई कर रहा। 36 साल के इस खिलाड़ी को प्रशंसक धोनी की तरह फिनिशर बता रहे। मंगलवार को राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan royals) के खिलाफ जब वे मैदान में उतरे तो उनकी टीम को जीत के लिए 12 रन प्रति ओवर बनाने थे। 87 रन पर 5 विकेट गंवाकर टीम संकट में थी। लक्ष्य 171 रनों का था। उन्होंने 14वें ओवर टीम इंडिया के स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन की जमकर पिटाई की। एक छक्का और तीन चौके जड़े। इस ओवर कुल 21 रन बने। मैच का रुख यहीं से बदला।
विराट कोहली के साथ दिनेश कार्तिक।
दिनेश कार्तिक ने इस मैच में शाहबाज अहमद (Shahbaz Ahmed) के साथ मिलकर 67 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को रोमांचक जीत दिलाई और 23 गेंदों में 44 रनों की नाबाद पारी खेली। सबसे खास बात यह है कि कार्तिक इस आईपीएल में अब तक तीन मैच खेलकर नॉटआउट हैं। पिछले दो मैचों की बात करें तो उन्होंने पंजाब किग्स के खिलाफ 14 गेंदों में 32 और केकेआर के खिलाफ 7 गेंदों में 14 रनों की पारी खेली। इस आईपीएल में तीन मैच खेलन के बाद स्ट्राइक रेट भी 204 का है। इससे ज्यादा वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल का ही है।
191.30 के स्ट्राइक रेट से कार्तिक की नाबाद 23 गेंदों में 44 रन की पारी ने साबित कर दिया कि फिनिशर अभी खत्म नहीं हुआ है। सभी टी20 क्रिकेट में 2018 के बाद से कार्तिक का ओवरऑल डेथ ओवरों का स्ट्राइक रेट 188.01 है जो इस अवधि के दौरान न्यूनतम 500 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में तीसरा सबसे ज्यादा है। स्लॉग ओवरों में भारतीयों के बीच केवल विराट कोहली (206.47) और हार्दिक पांड्या (193.56) का स्ट्राइक रेट कार्तिक से बेहतर है। रॉयल चैलेंजर्स के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कार्तिक को लेकर कहा है कि उनका नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से वापस आना चाहिए।
‘मुझे पता है कि मैंने अच्छा किया है, और मैं वापस आऊंगा’
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019। दिनेश कार्तिक को 12 साल बाद इंडिया की विश्व कम टीम में इंट्री मिली। इससे पहले वे 2007 में टीम हिस्सा थे। टीम एनाउंस होने से कुछ दिनों पहले कार्तिक ने धोनी के साथ एडिलेड में मैच जिताऊ पारी खेली थी। इसका इनाम मिला। इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने अपने तीसरे मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ कार्तिक को टीम में शामिल तो किया। लेकिन बारिश की वजह से मैच हुआ ही नहीं।
इसके बाद उन्हें आठवें मैच में मौका मिला, बांग्लादेश के खिलाफ। 44वें ओवर में पंत के आउट होने के बाद बैटिंग मिली। 9 गेंद में 8 रन ही बना पाए। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ उन्हें मौका तो मिला। लेकिन तब बैटिंग का नंबर नहीं आया। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें ऊपर नंबर पांच पर भेजा गया। लेकिन वे 25 गेंदों पर 6 रन ही बना पाए। तीन पारियों में 14 रन बनाने की गाज गिरी और कार्तिक को टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
world cup 2019 में आउट होने के बाद निराश दिनेश कार्तिक। फाइल फोटो
लेकिन जैसा की ऊपर ही कहा था। दिनेश कार्तिक होना आसान नहीं है। मैच के लगभग दो साल बाद जुलाई में कार्तिक ने चुप्पी तोड़ी और कहा, ‘वे जो देखना चाहते हैं वह उम्र नहीं है बल्कि आप कितने फिट हैं। अगर आप फिटनेस टेस्ट पास कर लेते हैं तो इसका मतलब है कि आप देश के लिए खेलने के लिए तैयार हैं। मेरा लक्ष्य टी20 वर्ल्ड कप में देश के लिए खेलना है। इस साल और अगले साल बैक-टू-बैक टी 20 विश्व कप हैं और मैं इसका हिस्सा बनने के लिए जो कुछ भी कर सकता हूं वह कर रहा हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता है कि मैंने अतीत में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं वापस आऊंगा। इसके बाद आईसीसी टी 20 वर्ल्ड कप वे जब कमेंटेटर की भूमिका में दिखे तो लगा कि उनके अंदर का क्रिकेट शायद खत्म हो गया। लेकिन कार्तिक ने इसके बाद जो किया, जैसा खेल दिखाया उसके हम सब साक्षी हैं।
जो न रुके, न झुके, वह दिनेश कार्तिक
आईपीएल शुरू होने से पहले ही कार्तिक मुंबई आ गए और अपने दोस्त अभिषेक नायर के साथ मिलकर अपने खेल में सुधार के लिए मेहनत की। तब उन्होंने कहा था कि वे आईपीएल को आधार बनाकर टीम इंडिया में वापसी करने की कोशिश करेंगे। यह भी कहा कि अभी तो वे तीन से चार साल तक क्रिकेट आराम से खेल सकते हैं। टी 20 में उन्होंने देश के लिए अपना आखिरी टी 20 मैच 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। निदास ट्रॉफी का वह फाइनल भला कौन भूल सकता है। उस मैच कार्तिक ने 3 छक्के और 2 चौकों की मदद से 8 गेंद में 29 रनों की पारी खेली थी। आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को बेहतरीन जीत दिलाई। लेकिन इसके बाद 2019 वर्ल्ड कप के प्रदर्शन को आधार बनाकर उन्हें टी 20 से भी बाहर कर दिया गया।
कार्तिक ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाया था।
लेकिन कार्तिक ने न खेलना छोड़ा और न ही टीम इंडिया में वापसी की अपनी उम्मीद छोड़ी है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट टीम की ओर रुख किया और अपनी टीम तमिलनाडु की बागडोर अपने हाथ में ली। भारत के लिए अब तक कुल 26 टेस्ट, 94 वनडे और 32 टी 20 मैच खेल चुके कार्तिक अब तक कुल 330 टी 20 मैच खेल चुके हैं जिसमें उनके नाम 27.58 के औसत से 6373 रन हैं। वे अब तक 62 बार नाटआउट रहे हैं।
खैर, हम घरेलू क्रिकेट की ओर लौटते हैं। कार्तिक अपने राज्य तमिलनाडु को विजस हजारे ट्रॉफी के फाइनल तक ले जाते हैं। फाइनल में उनकी टीम को आंध्र प्रदेश के हाथों में 11 रनों से हार जरूर मिली। लेकिन इस मैच कार्तिक ने 103 गेंदों पर 116 रनों की पारी खेली। उनकी टीम 314 रनों का पीछा कर रही थी। क्वार्टर फाइनल में कर्नाटक के खिलाफ 37 गेंदों पर 44 रनों की उपयोगी पारी खेली। इस पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 8 मैचों में 53.71 के औसत से 376 रन बनाए और रन बनाने के मामले में आठवें नंबर पर रहें। सबके खास बात यह रही कि ऊपर के आठों खिलाड़ी उम्र में उनसे काफी छोटे हैं।
राजस्थान के खिलाफ बेहतरीन पारी के बाद दिनेश कार्तिक ने कहा-अभी आग बाकी है मुझमें।
आईपीएल 2022 (IPL 2022) के सीजन में आरसीबी (RCB) की ओर से खेल रहे दिनेश कार्तिक की तारीफ आज हर कोई कर रहा। 36 साल के इस खिलाड़ी को प्रशंसक धोनी की तरह फिनिशर बता रहे। मंगलवार को राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan royals) के खिलाफ जब वे मैदान में उतरे तो उनकी टीम को जीत के लिए 12 रन प्रति ओवर बनाने थे। 87 रन पर 5 विकेट गंवाकर टीम संकट में थी। लक्ष्य 171 रनों का था। उन्होंने 14वें ओवर टीम इंडिया के स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन की जमकर पिटाई की। एक छक्का और तीन चौके जड़े। इस ओवर कुल 21 रन बने। मैच का रुख यहीं से बदला।
विराट कोहली के साथ दिनेश कार्तिक।
दिनेश कार्तिक ने इस मैच में शाहबाज अहमद (Shahbaz Ahmed) के साथ मिलकर 67 रनों की साझेदारी कर अपनी टीम को रोमांचक जीत दिलाई और 23 गेंदों में 44 रनों की नाबाद पारी खेली। सबसे खास बात यह है कि कार्तिक इस आईपीएल में अब तक तीन मैच खेलकर नॉटआउट हैं। पिछले दो मैचों की बात करें तो उन्होंने पंजाब किग्स के खिलाफ 14 गेंदों में 32 और केकेआर के खिलाफ 7 गेंदों में 14 रनों की पारी खेली। इस आईपीएल में तीन मैच खेलन के बाद स्ट्राइक रेट भी 204 का है। इससे ज्यादा वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल का ही है।
191.30 के स्ट्राइक रेट से कार्तिक की नाबाद 23 गेंदों में 44 रन की पारी ने साबित कर दिया कि फिनिशर अभी खत्म नहीं हुआ है। सभी टी20 क्रिकेट में 2018 के बाद से कार्तिक का ओवरऑल डेथ ओवरों का स्ट्राइक रेट 188.01 है जो इस अवधि के दौरान न्यूनतम 500 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों में तीसरा सबसे ज्यादा है। स्लॉग ओवरों में भारतीयों के बीच केवल विराट कोहली (206.47) और हार्दिक पांड्या (193.56) का स्ट्राइक रेट कार्तिक से बेहतर है। रॉयल चैलेंजर्स के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कार्तिक को लेकर कहा है कि उनका नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से वापस आना चाहिए।
‘मुझे पता है कि मैंने अच्छा किया है, और मैं वापस आऊंगा’
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019। दिनेश कार्तिक को 12 साल बाद इंडिया की विश्व कम टीम में इंट्री मिली। इससे पहले वे 2007 में टीम हिस्सा थे। टीम एनाउंस होने से कुछ दिनों पहले कार्तिक ने धोनी के साथ एडिलेड में मैच जिताऊ पारी खेली थी। इसका इनाम मिला। इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने अपने तीसरे मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ कार्तिक को टीम में शामिल तो किया। लेकिन बारिश की वजह से मैच हुआ ही नहीं।
इसके बाद उन्हें आठवें मैच में मौका मिला, बांग्लादेश के खिलाफ। 44वें ओवर में पंत के आउट होने के बाद बैटिंग मिली। 9 गेंद में 8 रन ही बना पाए। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ उन्हें मौका तो मिला। लेकिन तब बैटिंग का नंबर नहीं आया। सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्हें ऊपर नंबर पांच पर भेजा गया। लेकिन वे 25 गेंदों पर 6 रन ही बना पाए। तीन पारियों में 14 रन बनाने की गाज गिरी और कार्तिक को टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
world cup 2019 में आउट होने के बाद निराश दिनेश कार्तिक। फाइल फोटो
लेकिन जैसा की ऊपर ही कहा था। दिनेश कार्तिक होना आसान नहीं है। मैच के लगभग दो साल बाद जुलाई में कार्तिक ने चुप्पी तोड़ी और कहा, ‘वे जो देखना चाहते हैं वह उम्र नहीं है बल्कि आप कितने फिट हैं। अगर आप फिटनेस टेस्ट पास कर लेते हैं तो इसका मतलब है कि आप देश के लिए खेलने के लिए तैयार हैं। मेरा लक्ष्य टी20 वर्ल्ड कप में देश के लिए खेलना है। इस साल और अगले साल बैक-टू-बैक टी 20 विश्व कप हैं और मैं इसका हिस्सा बनने के लिए जो कुछ भी कर सकता हूं वह कर रहा हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि मुझे पता है कि मैंने अतीत में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं वापस आऊंगा। इसके बाद आईसीसी टी 20 वर्ल्ड कप वे जब कमेंटेटर की भूमिका में दिखे तो लगा कि उनके अंदर का क्रिकेट शायद खत्म हो गया। लेकिन कार्तिक ने इसके बाद जो किया, जैसा खेल दिखाया उसके हम सब साक्षी हैं।
जो न रुके, न झुके, वह दिनेश कार्तिक
आईपीएल शुरू होने से पहले ही कार्तिक मुंबई आ गए और अपने दोस्त अभिषेक नायर के साथ मिलकर अपने खेल में सुधार के लिए मेहनत की। तब उन्होंने कहा था कि वे आईपीएल को आधार बनाकर टीम इंडिया में वापसी करने की कोशिश करेंगे। यह भी कहा कि अभी तो वे तीन से चार साल तक क्रिकेट आराम से खेल सकते हैं। टी 20 में उन्होंने देश के लिए अपना आखिरी टी 20 मैच 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। निदास ट्रॉफी का वह फाइनल भला कौन भूल सकता है। उस मैच कार्तिक ने 3 छक्के और 2 चौकों की मदद से 8 गेंद में 29 रनों की पारी खेली थी। आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को बेहतरीन जीत दिलाई। लेकिन इसके बाद 2019 वर्ल्ड कप के प्रदर्शन को आधार बनाकर उन्हें टी 20 से भी बाहर कर दिया गया।
कार्तिक ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाया था।
लेकिन कार्तिक ने न खेलना छोड़ा और न ही टीम इंडिया में वापसी की अपनी उम्मीद छोड़ी है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट टीम की ओर रुख किया और अपनी टीम तमिलनाडु की बागडोर अपने हाथ में ली। भारत के लिए अब तक कुल 26 टेस्ट, 94 वनडे और 32 टी 20 मैच खेल चुके कार्तिक अब तक कुल 330 टी 20 मैच खेल चुके हैं जिसमें उनके नाम 27.58 के औसत से 6373 रन हैं। वे अब तक 62 बार नाटआउट रहे हैं।
खैर, हम घरेलू क्रिकेट की ओर लौटते हैं। कार्तिक अपने राज्य तमिलनाडु को विजस हजारे ट्रॉफी के फाइनल तक ले जाते हैं। फाइनल में उनकी टीम को आंध्र प्रदेश के हाथों में 11 रनों से हार जरूर मिली। लेकिन इस मैच कार्तिक ने 103 गेंदों पर 116 रनों की पारी खेली। उनकी टीम 314 रनों का पीछा कर रही थी। क्वार्टर फाइनल में कर्नाटक के खिलाफ 37 गेंदों पर 44 रनों की उपयोगी पारी खेली। इस पूरे टूर्नामेंट में उन्होंने 8 मैचों में 53.71 के औसत से 376 रन बनाए और रन बनाने के मामले में आठवें नंबर पर रहें। सबके खास बात यह रही कि ऊपर के आठों खिलाड़ी उम्र में उनसे काफी छोटे हैं।
राजस्थान के खिलाफ बेहतरीन पारी के बाद दिनेश कार्तिक ने कहा-अभी आग बाकी है मुझमें।