Devendra Fadnavis: मैं समंदर हूं लौटकर वापस आऊंगा…विधानसभा में कही फडणवीस की बात हो सकती है सच h3>
मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में उठे सियासी भूचाल के बाद पूरी महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi Government) में तेज हलचल देखने को मिल रही है। ठाकरे सरकार के तीनों ही दल अब एक के बाद एक मीटिंग करते हुए नज़र आ रहे हैं। चारों तरफ से तीनों दलों के भीतर नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं। चाहे शिवसेना (Shivsena) हो, एनसीपी (NCP) हो या फिर कांग्रेस (Congress)। विधान परिषद (Maharashtra Legislative Council) और राज्यसभा में हुई क्रॉस वोटिंग ने तीनों ही दलों को आत्ममंथन करने पर मजबूर कर दिया है। लेकिन शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे (Shivsena Minister Eknath Shinde) ने जो किया उससे बात बहुत दूर निकल चुकी है। महाराष्ट्र में सत्ताधारी महाविकास अघाड़ी के गिरने की अटकलें लगना शुरू हो चुकी हैं। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का विधानसभा में दिया गया वह भाषण भी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह खुद को समंदर बता रहे हैं।
क्या बोले थे फडणवीस
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दिनों पहले राज्य की विधानसभा में महाविकास अघाड़ी सरकार पर तंज कसते हुए एक शायरी कही थी। उन्होंने कहा था, ‘ मेरा पानी उतरता देख मेरे किनारे पर घर न बसा लेना, मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा’। इसके पहले भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान देवेंद्र फडणवीस में कहा था कि ‘मैं दोबारा आऊंगा’ हालांकि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद बीजेपी सत्ता स्थापित नहीं कर पाई थी। उसके बाद से ही ठाकरे सरकार गिराने के प्रयास शुरू थे। इसी दौरान देवेंद्र फडणवीस का यह दूसरा भाषण अब सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।
नेताओं के बाद अब कार्यकर्ता भी नॉट रिचेबल
महाराष्ट्र में शिवसेना विधायकों के बाद अब कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी नॉट रिचेबल होते हुए नजर आ रहे हैं। सातारा जिले में शिवसेना के शहर कार्यालय पर ताला लगा दिया गया है। एकनाथ शिंदे के कट्टर समर्थक माने जाने वाले शिवसेना के सातारा शहर प्रमुख निलेश मोरे भी अब नॉट रिचेबल हो चुके हैं। उनके साथ उप शहर प्रमुख गणेश अहिवले भी नॉट रिचेबल हो चुके हैं। दूसरी तरफ नासिक जिले के शिवसेना के पांच प्रमुख नेता और पदाधिकारी भी अपना फोन बंद कर संपर्क के बाहर हैं।
कांग्रेस के विधायक मुंबई तलब
महाविकास अघाड़ी सरकार पर आए इस संकट के बाद कांग्रेस के सभी विधायकों को मुंबई तलब किया गया है। कांग्रेस नेता और एमवीए सरकार में मंत्री विश्वजीत कदम ने अजित पवार से मुलाकात भी की है। इस मुलाकात में सामाजिक न्याय विभाग मंत्रालय के कामकाज के अलावा मौजूदा सियासी हालात पर भी चर्चा हुई है। वहीं उद्धव ठाकरे की बैठक में शामिल होने के लिए तकरीबन 18 विधायकों के वर्षा बंगले पर पहुंचने की भी सूचना है।
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क्या बोले थे फडणवीस
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दिनों पहले राज्य की विधानसभा में महाविकास अघाड़ी सरकार पर तंज कसते हुए एक शायरी कही थी। उन्होंने कहा था, ‘ मेरा पानी उतरता देख मेरे किनारे पर घर न बसा लेना, मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा’। इसके पहले भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान देवेंद्र फडणवीस में कहा था कि ‘मैं दोबारा आऊंगा’ हालांकि राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनने के बावजूद बीजेपी सत्ता स्थापित नहीं कर पाई थी। उसके बाद से ही ठाकरे सरकार गिराने के प्रयास शुरू थे। इसी दौरान देवेंद्र फडणवीस का यह दूसरा भाषण अब सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है।
नेताओं के बाद अब कार्यकर्ता भी नॉट रिचेबल
महाराष्ट्र में शिवसेना विधायकों के बाद अब कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी नॉट रिचेबल होते हुए नजर आ रहे हैं। सातारा जिले में शिवसेना के शहर कार्यालय पर ताला लगा दिया गया है। एकनाथ शिंदे के कट्टर समर्थक माने जाने वाले शिवसेना के सातारा शहर प्रमुख निलेश मोरे भी अब नॉट रिचेबल हो चुके हैं। उनके साथ उप शहर प्रमुख गणेश अहिवले भी नॉट रिचेबल हो चुके हैं। दूसरी तरफ नासिक जिले के शिवसेना के पांच प्रमुख नेता और पदाधिकारी भी अपना फोन बंद कर संपर्क के बाहर हैं।
कांग्रेस के विधायक मुंबई तलब
महाविकास अघाड़ी सरकार पर आए इस संकट के बाद कांग्रेस के सभी विधायकों को मुंबई तलब किया गया है। कांग्रेस नेता और एमवीए सरकार में मंत्री विश्वजीत कदम ने अजित पवार से मुलाकात भी की है। इस मुलाकात में सामाजिक न्याय विभाग मंत्रालय के कामकाज के अलावा मौजूदा सियासी हालात पर भी चर्चा हुई है। वहीं उद्धव ठाकरे की बैठक में शामिल होने के लिए तकरीबन 18 विधायकों के वर्षा बंगले पर पहुंचने की भी सूचना है।
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