Delhi Metro Phase-4: दिल्ली मेट्रो की सिल्वर लाइन पर दो स्टेशनों के बीच की दूरी होगी 3.7 किमी, इतने बड़े गैप की ये है वजह
नई दिल्ली: वैसे तो दिल्ली मेट्रो दूरियां कम करने और सफर को आसान बनाने के लिए जानी जाती है, लेकिन फेज-4 में बन रही सिल्वर लाइन के दो मेट्रो स्टेशनों मां आनंदमयी मार्ग और संगम विहार/तिगड़ी के बीच कुल 3,721 मीटर यानी करीब 3.7 किमी की दूरी रहेगी। जो फेज-4 में बनने वाले किन्हीं दो स्टेशनों के बीच की सबसे अधिक और पूरे मेट्रो नेटवर्क में तीसरी सबसे अधिक दूरी होगी। इतना ही नहीं, करीब पौने 4 किलोमीटर लंबी इस दूरी को पार करते वक्त मेट्रो अंडरग्राउंड भी जाएगी और एलिवेटेड सेक्शन पर भी चलेगी, क्योंकि मां आनंदमयी मार्ग का स्टेशन जहां अंडरग्राउंड होगा, वहीं संगम विहार/तिगड़ी पर एलिवेटेड स्टेशन बनेगा।
इस वजह से बना इतना बड़ा गैप
डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, आमतौर पर मेट्रो के दो स्टेशनों के बीच की दूरी 1 से 2 किमी के बीच ही रखी जाती है, लेकिन कई बार किन्हीं खास कारणों के चलते दूरी को बढ़ाना भी पड़ता है। मसलन, अगर वजह से एलाइनमेंट में बदलाव करना पड़े या स्टेशन के लिए जमीन उपलब्ध ना हो या आस-पास कोई आबादी ना हो, कोई पुल बनाना पड़े या कोई अन्य अड़चन हो, तो स्टेशनों के बीच की दूरी को थोड़ा और बढ़ाना पड़ता है। सिल्वर लाइन के इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी को बढ़ाने के पीछे भी मुख्य कारण इन्हीं में से एक था।
डेढ़ दो किमी लंबे एरिया में 4 संरक्षित स्मारक
इस लाइन पर तुगलकाबाद से लेकर साकेत तक मेट्रो महरौली-बदरपुर रोड से होते हुए गुजर रही है। मां आनंदमयी मार्ग और संगम विहार के बीच एमबी रोड के दोनों ओर करीब डेढ़ दो किमी लंबे एरिया में 4 संरक्षित स्मारक बने हुए हैं। इनमें तुगलकाबाद का किला, गयासुद्दीन का किला, आदिलाबाद का किला और नाई का कोट प्रमुख हैं। ये सभी स्मारक नियमों के तहत एएसआई द्वारा संरक्षित भी हैं। चूंकि यहां से मेट्रो अंडरग्राउंड होकर गुजरेगी, ऐसे में टनल बनाने के काम के दौरान या मेट्रो के चलने से जो कंपन पैदा होती है, उससे इन स्मारकों के लिए खतरा पैदा हो सकता था। उसी को देखते हुए मेट्रो लाइन के एलाइनमेंट को बदला गया है। खासकर तुगलकाबाद किले के पास मेट्रो एमबी रोड से अलग होकर एक कर्व लेते हुए आगे जाएगी।
अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बना पाना संभव नहीं
इसके अलावा स्मारकों के बने होने की वजह से इस पूरे हिस्से में रिहायशी आबादी भी कम है। इस वजह से भी यहां दो स्टेशनों के बीच इतनी अधिक दूरी रखी गई है। हालांकि, किले के पीछे की तरफ कुछ आबादी रहती है, लेकिन वहां के लोगों को मेट्रो पकड़ने के लिए किसी अन्य साधन से या तो मां आनंदमयी मार्ग या फिर संगम विहार/तिगड़ी के स्टेशन तक जाना पड़ेगा, क्योंकि संरक्षित क्षेत्र होने की वजह से यहां बीच में कोई और अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बना पाना संभव नहीं था।
मेट्रो नेटवर्क में अभी इन स्टेशनों के बीच है सबसे ज्यादा दूरी
मयूर विहार फेज-1-हजरत निजामुद्दीन 4.3 किमी
दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस-दिल्ली कैंट 3.78 किमी
पालम-सदर बाजार’ 3.1 किमी
अर्जनगढ़-घिटोरनी 2.7 किमी
फेज-4 में इन स्टेशनों के बीच होगी सबसे ज्यादा दूरी
मां आनंदमयी मार्ग-संगम विहार/तिगड़ी 3.72 किमी
बुराड़ी-मजलिस पार्क 2.4 किमी
मजलिस पार्क-आजादपुर 2.35 किमी
जनकपुरी वेस्ट-कृष्णा पार्क 2.33 किमी
इस वजह से बना इतना बड़ा गैप
डीएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, आमतौर पर मेट्रो के दो स्टेशनों के बीच की दूरी 1 से 2 किमी के बीच ही रखी जाती है, लेकिन कई बार किन्हीं खास कारणों के चलते दूरी को बढ़ाना भी पड़ता है। मसलन, अगर वजह से एलाइनमेंट में बदलाव करना पड़े या स्टेशन के लिए जमीन उपलब्ध ना हो या आस-पास कोई आबादी ना हो, कोई पुल बनाना पड़े या कोई अन्य अड़चन हो, तो स्टेशनों के बीच की दूरी को थोड़ा और बढ़ाना पड़ता है। सिल्वर लाइन के इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी को बढ़ाने के पीछे भी मुख्य कारण इन्हीं में से एक था।
डेढ़ दो किमी लंबे एरिया में 4 संरक्षित स्मारक
इस लाइन पर तुगलकाबाद से लेकर साकेत तक मेट्रो महरौली-बदरपुर रोड से होते हुए गुजर रही है। मां आनंदमयी मार्ग और संगम विहार के बीच एमबी रोड के दोनों ओर करीब डेढ़ दो किमी लंबे एरिया में 4 संरक्षित स्मारक बने हुए हैं। इनमें तुगलकाबाद का किला, गयासुद्दीन का किला, आदिलाबाद का किला और नाई का कोट प्रमुख हैं। ये सभी स्मारक नियमों के तहत एएसआई द्वारा संरक्षित भी हैं। चूंकि यहां से मेट्रो अंडरग्राउंड होकर गुजरेगी, ऐसे में टनल बनाने के काम के दौरान या मेट्रो के चलने से जो कंपन पैदा होती है, उससे इन स्मारकों के लिए खतरा पैदा हो सकता था। उसी को देखते हुए मेट्रो लाइन के एलाइनमेंट को बदला गया है। खासकर तुगलकाबाद किले के पास मेट्रो एमबी रोड से अलग होकर एक कर्व लेते हुए आगे जाएगी।
अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बना पाना संभव नहीं
इसके अलावा स्मारकों के बने होने की वजह से इस पूरे हिस्से में रिहायशी आबादी भी कम है। इस वजह से भी यहां दो स्टेशनों के बीच इतनी अधिक दूरी रखी गई है। हालांकि, किले के पीछे की तरफ कुछ आबादी रहती है, लेकिन वहां के लोगों को मेट्रो पकड़ने के लिए किसी अन्य साधन से या तो मां आनंदमयी मार्ग या फिर संगम विहार/तिगड़ी के स्टेशन तक जाना पड़ेगा, क्योंकि संरक्षित क्षेत्र होने की वजह से यहां बीच में कोई और अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन बना पाना संभव नहीं था।
मेट्रो नेटवर्क में अभी इन स्टेशनों के बीच है सबसे ज्यादा दूरी
मयूर विहार फेज-1-हजरत निजामुद्दीन 4.3 किमी
दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस-दिल्ली कैंट 3.78 किमी
पालम-सदर बाजार’ 3.1 किमी
अर्जनगढ़-घिटोरनी 2.7 किमी
फेज-4 में इन स्टेशनों के बीच होगी सबसे ज्यादा दूरी
मां आनंदमयी मार्ग-संगम विहार/तिगड़ी 3.72 किमी
बुराड़ी-मजलिस पार्क 2.4 किमी
मजलिस पार्क-आजादपुर 2.35 किमी
जनकपुरी वेस्ट-कृष्णा पार्क 2.33 किमी