स्नैपडील और फ्लिपकार्ट का सौदा ।

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ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने 95 करोड़ डॉलर ( 6114 करोड़ रूपये ) में फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। सौदे से जुड़े सूत्रों ने बुधवार को कहा कि फ्लिपकार्ट में स्नैपडील के विलय से ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेज़न को कड़ी टक्कर मिलेगी।

सौदे से जुड़े सूत्रों का कहना है किस्नैपडील संचालक जैस्पर इंफोटेक के बोर्ड ने फ्लिपकार्ट के 90-95 करोड़ डॉलर के प्रस्ताव को पिछले हफ्ते मंजूरी दे दी है। अब स्नैपडील के शेयरधारको कि मंजूरी मिलते ही सौदे क औपचारिकताएं पूरी हो जाएगी। हालांकि स्नैपडील और फ्लिपकार्ट ने तजा गतिविधि पर कुछ नहीं कहा है। बंगलुरु में मुख्यालय वाली फ्लिपकार्ट के प्रारम्भिक प्रस्ताव को स्नैपडील ने ठुकरा दिया था।

सूत्रों का कहना है कि स्नैपडील बोर्ड ने सूचीबद्ध ई-कॉमर्स कमपनी इन्फीबीम के 70 करोड़ डॉलर में शेयर के लेनदेन के प्रस्ताव पर भी विचार किया, लेकिन रकम बेहद कम होने से इसे खारिज कर दिया गया। गौरतलब है कि भारत के तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स बाजार में सर्वोच्चता के लिए स्वदेशी फ्लिपकार्ट और अमेरिकी रिटेल कमपनी अमेज़न में तगड़ी प्रतिस्पर्द्धा चल रही है। सस्ते डाटा प्लान के बाद फीचर्स फोनो की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया है।

सॉफ्टबैंक भी विलय के पक्ष में
जापान का दिग्गज उद्योग समूह सॉफ्टबैंक स्नैपडील की सबसे बड़ी निवेशक है और डील पर जल्द से जल्द मुहर की पक्षधर है । सॉफ्टबैंक फ्लिपकार्ट में हिस्सा खरीदने का भी इच्छुक है, ताकि भारत के तेजी से बढ़ते ऑनलाइन इटैल बाजार से मुनाफा कमाया जा सके।

ई-कॉमर्स का बढ़ता बाजार
ई-कॉमर्स क्षेत्र में पांच साल से 50 प्रतिशत की सालाना वृद्धि देखी गई है। और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ई-कॉमर्स कंपनियां ई-कॉमर्स क्षेत्र में 2020 तक 35 अरब डॉलर के पार कारोबार कर लेंगी।

फ्लिपकार्ट की ताकत
फ्लिपकार्ट ई-कॉमर्स क्षेत्र की जानी मानी व सफल कमपनी है, जिसकी 2016 में 15 हजार 200 करोड़ रूपये की कमाई हुई है। फ्लिपकार्ट कंपनी में 30 हजार से ज्यादा कर्मचारी काम करते है और आप को बता दे आज की तारीख में फ्लिपकार्ट कंपनी की कीमत 746 अरब रूपये है ।