DDA New Scheme: 13 हजार फ्लैट्स के लिए DDA की एक और नई स्कीम, ‘पहले आओ, पहले पाओ’

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DDA New Scheme: 13 हजार फ्लैट्स के लिए DDA की एक और नई स्कीम, ‘पहले आओ, पहले पाओ’

DDA New Scheme: 13 हजार फ्लैट्स के लिए DDA की एक और नई स्कीम, ‘पहले आओ, पहले पाओ’

विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः करीब आठ साल से पब्लिक डीडीए के फ्लैट्स को नकार रही है। यही वजह है कि डीडीए अब कई स्कीमों में बचे फ्लैट्स को बेचने के लिए अपने अंतिम विकल्प ‘पहले आओ, पहले पाओ’ को लाने की तैयारी में है। इसके लिए 13 हजार फ्लैट्स का पहला खाका तैयार कर लिया गया है।

डीडीए की हाल ही में आई स्पेशल हाउसिंग स्कीम 2021 बुरी तरह फ्लॉप रही थी। इसमें 18335 फ्लैट्स में से महज 5227 को ही खरीददार मिले। डीडीए के अनुसार मिनिस्ट्री में अब ‘पहले आओ, पहले पाओ’ स्कीम का प्रपोजल भेजा है। यह स्कीम पूरी तरह ऑनलाइन ही होगी। मिनिस्ट्री से मंजूरी मिलने और प्रपोजल के पॉलिसी का हिस्सा बनने पर डीडीए इन फ्लैट्स की स्कीम लाएगा। यह पॉलिसी उन्हीं फ्लैट्स के लिए होगी जो सरेंडर किए हैं, रिजेक्ट किए हैं या फिर अलॉट नहीं हो पाएं होंगे।

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नरेला में सबसे ज्यादा फ्लैट्स
इस तरह के सबसे अधिक करीब 8000 फ्लैट्स नरेला में हैं। बाकी के फ्लैट्स रोहिणी, द्वारका, सिरसपुर, रामगढ़ और लोकनायक पुरम आदि जगहों पर हैं। डीडीए के अनुसार हाल ही मे हुए ड्रा में कई लोगों को फ्लैट्स नहीं मिल सके। इनकी वजह यह है कि उन्होंने जो विकल्प भरे वह उपलब्ध नहीं थे। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने इनवेस्टमेंट के मकसद से आवेदन किया और उन्हें मनमाफिक जगह पर फ्लैट्स मिल गए। डीडीए अधिकारियों के अनुसार अब इन फ्लैट्स को अगले ड्रा के लिए रोके रखने का अधिक मतलब नहीं हैं। हमारे पास कई ऐसे आवेदन आए हैं जिन्हें यह फ्लैट्स चाहिए।

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लगातार कम हो रही है मांग
डीडीए फ्लैट्स की डिमांड 2014 से ही लगातार कम होती जा रही है। इसकी वजह डीडीए फ्लैट्स की महंगी कीमत और खराब लोकेशन को माना जा रहा है। जबकि प्राइवेट बिल्डरों के फ्लैट्स रेडी टू मूव रहते हैं और डीडीए से सस्ते भी होते हैं। 2014 में करीब 10000 फ्लैट्स लोगों ने सरेंडर कर दिए थे। इसकी वजह के तौर पर लोगों ने बताया था कि वहां कनेक्टिविटी नहीं है, पानी की सप्लाई नहीं हैं और फ्लैट्स का साइज छोटा है। यह फ्लैट्स बवाना, नरेला और रोहिणी में हैं।

डीडीए अब भी उम्मीद में
डीडीए के अनुसार शुरुआत में द्वारका के फ्लैट्स में भी ही दिक्कत आई थी, लेकिन इसके बाद अब द्वारका का हाल सभी जानते हैं। आने वाले समय में इन फ्लैट्स की डिमांड भी बढ़ जाएगी। हालांकि यह बात अलग है कि द्वारका के फ्लैट्स भी पिछली दो स्कीमों में लोगों ने नकार दिए हैं।

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