Covid Survey: जिन्होंने नहीं छोड़ा मास्क और बरती सोशल दूरी, वे तीनों लहरों में बचे रहे h3>
विशेष संवाददाता, नई दिल्ली: मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। शुरू से लेकर अब तक जिन लोगों ने इन तरीकों को सख्ती से अपनाया, वो कोरोना के तीनों वेव में बचे रहे। इसका खुलासा एक सर्वे में हुआ है। हर 10 में से 8 परिवार ऐसे पाए गए जिन्होंने इन तरीकों को अपनाया तो उन्हें कोरोना नहीं हुआ। यही वजह है कि कोरोना महामारी के दो साल बीत जाने के बाद भी एक्सपर्ट्स बार-बार मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दे रहे हैं।
दरअसल, लोकल सर्कल द्वारा किए गए एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। देश में 345 जिलों के कुल 29 हजार लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था। 61 पर्सेंट पुरुष और 39 पर्सेंट महिलाएं इसमें शामिल हुईं। सर्वे में देश के पहली श्रेणी के 45 पर्सेंट शहर, 35 पर्सेंट दूसरी श्रेणी के और तीसरी और चौथी श्रेणी के शहर से 24 पर्सेंट लोग शामिल हुए थे। जिस तरह देश में महामारी के हालात बने हुए हैं और बीच-बीच में नए वेरिएंट की बात सामने आती रहती है, उसे देखते हुए इस बात का खुलासा होना कि जिन्होंने मास्क सही तरीके से पहना और लोगों से दूरी बनाए रखी, उन्हें कोरोना नहीं हुआ। अगर लोग इसे आज भी अपनाते रहते हैं, तो उन्हें नए वेरिएंट से बचाव मिलेगा।
लोकल सर्वे ने इस दौरान कई सवाल किए, लेकिन सबसे अहम सवाल यह था कि पिछले दो साल में आए महामारी की तीनों लहर के दौरान जिन्होंने मास्क पहना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया उनमें संक्रमण का कैसा असर रहा। इस पर कुल 9985 जवाब मिले। इसमें पता चला कि जिन लोगों ने मास्क पहना और दूरी बनाए रखी, उनमें से हर 10 में से 8 परिवार में किसी को भी संक्रमण नहीं हुआ। लगभग 80 पर्सेंट लोगों को इससे बचाव मिला। लेकिन, जिन्होंने एक्टिव और हेल्दी लाइफ स्टाइल चुना उनमें से 55 पर्सेंट को इस वायरस का संक्रमण नहीं हुआ। जबकि जिन लोगों ने दूसरे लोगों से मिलने के दौरान आउटडोर का ख्याल रखा, ऐसे 33 पर्सेंट को संक्रमण नहीं हुआ।
इस सर्वे में यह भी खुलासा हुआ कि जिन्होंने इन नियमों का पालन नहीं किया, ऐसे 74 पर्सेंट लोग संक्रमित हुए और उन्होंने माना कि अगर वो सख्ती से नियमों का पालन करते तो शायद उन्हें संक्रमण नहीं होता। वहीं, इस सर्वे में 57 पर्सेंट परिवार ऐसे मिले जिनके परिवार में कम से कम एक या एक से अधिक लोगों को इन दो सालों के दौरान संक्रमण हुआ। लेकिन, 41 पर्सेंट को संक्रमण नहीं हुआ और 2 पर्सेंट लोग ऐसे थे जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है।
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दरअसल, लोकल सर्कल द्वारा किए गए एक सर्वे में इसका खुलासा हुआ है। देश में 345 जिलों के कुल 29 हजार लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था। 61 पर्सेंट पुरुष और 39 पर्सेंट महिलाएं इसमें शामिल हुईं। सर्वे में देश के पहली श्रेणी के 45 पर्सेंट शहर, 35 पर्सेंट दूसरी श्रेणी के और तीसरी और चौथी श्रेणी के शहर से 24 पर्सेंट लोग शामिल हुए थे। जिस तरह देश में महामारी के हालात बने हुए हैं और बीच-बीच में नए वेरिएंट की बात सामने आती रहती है, उसे देखते हुए इस बात का खुलासा होना कि जिन्होंने मास्क सही तरीके से पहना और लोगों से दूरी बनाए रखी, उन्हें कोरोना नहीं हुआ। अगर लोग इसे आज भी अपनाते रहते हैं, तो उन्हें नए वेरिएंट से बचाव मिलेगा।
लोकल सर्वे ने इस दौरान कई सवाल किए, लेकिन सबसे अहम सवाल यह था कि पिछले दो साल में आए महामारी की तीनों लहर के दौरान जिन्होंने मास्क पहना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया उनमें संक्रमण का कैसा असर रहा। इस पर कुल 9985 जवाब मिले। इसमें पता चला कि जिन लोगों ने मास्क पहना और दूरी बनाए रखी, उनमें से हर 10 में से 8 परिवार में किसी को भी संक्रमण नहीं हुआ। लगभग 80 पर्सेंट लोगों को इससे बचाव मिला। लेकिन, जिन्होंने एक्टिव और हेल्दी लाइफ स्टाइल चुना उनमें से 55 पर्सेंट को इस वायरस का संक्रमण नहीं हुआ। जबकि जिन लोगों ने दूसरे लोगों से मिलने के दौरान आउटडोर का ख्याल रखा, ऐसे 33 पर्सेंट को संक्रमण नहीं हुआ।
इस सर्वे में यह भी खुलासा हुआ कि जिन्होंने इन नियमों का पालन नहीं किया, ऐसे 74 पर्सेंट लोग संक्रमित हुए और उन्होंने माना कि अगर वो सख्ती से नियमों का पालन करते तो शायद उन्हें संक्रमण नहीं होता। वहीं, इस सर्वे में 57 पर्सेंट परिवार ऐसे मिले जिनके परिवार में कम से कम एक या एक से अधिक लोगों को इन दो सालों के दौरान संक्रमण हुआ। लेकिन, 41 पर्सेंट को संक्रमण नहीं हुआ और 2 पर्सेंट लोग ऐसे थे जिन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है।