Corona Guidelines : कोरोना गाइडलाइंस बढ़ी, केंद्र ने राज्यों से कहा- आत्मसंतोष के लिए कोई जगह नहीं है h3>
हाइलाइट्स
- सरकार ने कहा, संक्रमण के मामलों में कमी आना संतोष का विषय है
- लेकिन इस पर भी गौर करने की जरूरत है कि नए मामलों की संख्या अब भी अधिक
- महामारी से जुड़े दिशानिर्देशों को 31 अगस्त तक बढ़ाया गया
नई दिल्ली
कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को एक बार फिर आगाह किया है। केंद्र ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने में आत्मसंतोष के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि नए पॉजिटिव मामलों की संख्या अब भी अधिक है। महामारी से जुड़े दिशानिर्देशों को 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा है कि कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच सूत्रीय रणनीति-जांच करना, संक्रमित का पता लगाना, उपचार करना, टीकाकरण और कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन कराने पर निरंतर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए भीड़भाड़ वाले सभी स्थानों पर कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने की जरूरत है।
संक्रमण के केस कम होना संतोष का विषय लेकिन…
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे अपने पत्र में भल्ला ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटने पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश क्रमिक रूप से आर्थिक एवं अन्य गतिविधियां फिर से खोल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘संक्रमण के मामलों में कमी आना संतोष का विषय है लेकिन इस पर भी गौर करने की जरूरत है कि सामने आ रहे नए मामलों की संख्या अब भी अधिक है।’
गृह सचिव ने कहा कि इसलिए आत्मसंतोष करने के लिए कोई जगह नहीं है और पाबंदियों में ढील देने की प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाना होगा, जैसा कि पूर्व के पत्रों में कहा गया है। गृह सचिव ने 14 जुलाई के अपने पत्र का हवाला देते हुए कहा कि संक्रमण दर में वृद्धि नहीं होने देने को सुनिश्चित करने के लिए हर कोशिश की जानी चाहिए।
संक्रमण दर अधिक तो ठोस उपाय करें
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में संक्रमण की पुष्टि होने की दर अब भी अधिक दिख रही है, वहां कठोरतम संभावित उपाय करने की जरूरत है। भल्ला ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को जिलों तथा अन्य सभी स्थानीय प्राधिकारों को कोविड प्रबंधन के लिए जरूरी कदम उठाने के वास्ते सख्त निर्देश जारी करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘संबद्ध अधिकारियों को किसी भी ढिलाई के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’ भारत में बुधवार को कोविड-19 के 43,654 नए मामले आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले 3,14,84,605 पर पहुंच गए जबकि 640 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,22,022 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,336 की वृद्धि के साथ 3,99,436 हो गयी, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है। कोविड-19 से उबरने वाले मरीजों की राष्ट्रीय दर 97.39 प्रतिशत हो गयी है।
आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को कोविड-19 के लिए 17,39,857 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक कुल 46,09,00,978 नमूनों की जांच की जा चुकी है। दैनिक संक्रमण दर मंगलवार को 1.73 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 2.51 प्रतिशत हो गयी है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.36 प्रतिशत है।
फाइल फोटो
हाइलाइट्स
- सरकार ने कहा, संक्रमण के मामलों में कमी आना संतोष का विषय है
- लेकिन इस पर भी गौर करने की जरूरत है कि नए मामलों की संख्या अब भी अधिक
- महामारी से जुड़े दिशानिर्देशों को 31 अगस्त तक बढ़ाया गया
कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को एक बार फिर आगाह किया है। केंद्र ने कहा कि कोविड-19 महामारी से निपटने में आत्मसंतोष के लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि नए पॉजिटिव मामलों की संख्या अब भी अधिक है। महामारी से जुड़े दिशानिर्देशों को 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा है कि कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिए पांच सूत्रीय रणनीति-जांच करना, संक्रमित का पता लगाना, उपचार करना, टीकाकरण और कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन कराने पर निरंतर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए भीड़भाड़ वाले सभी स्थानों पर कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने की जरूरत है।
संक्रमण के केस कम होना संतोष का विषय लेकिन…
सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे अपने पत्र में भल्ला ने कहा कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटने पर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश क्रमिक रूप से आर्थिक एवं अन्य गतिविधियां फिर से खोल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘संक्रमण के मामलों में कमी आना संतोष का विषय है लेकिन इस पर भी गौर करने की जरूरत है कि सामने आ रहे नए मामलों की संख्या अब भी अधिक है।’
गृह सचिव ने कहा कि इसलिए आत्मसंतोष करने के लिए कोई जगह नहीं है और पाबंदियों में ढील देने की प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक आगे बढ़ाना होगा, जैसा कि पूर्व के पत्रों में कहा गया है। गृह सचिव ने 14 जुलाई के अपने पत्र का हवाला देते हुए कहा कि संक्रमण दर में वृद्धि नहीं होने देने को सुनिश्चित करने के लिए हर कोशिश की जानी चाहिए।
संक्रमण दर अधिक तो ठोस उपाय करें
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में संक्रमण की पुष्टि होने की दर अब भी अधिक दिख रही है, वहां कठोरतम संभावित उपाय करने की जरूरत है। भल्ला ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को जिलों तथा अन्य सभी स्थानीय प्राधिकारों को कोविड प्रबंधन के लिए जरूरी कदम उठाने के वास्ते सख्त निर्देश जारी करने को कहा।
उन्होंने कहा, ‘संबद्ध अधिकारियों को किसी भी ढिलाई के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।’ भारत में बुधवार को कोविड-19 के 43,654 नए मामले आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले 3,14,84,605 पर पहुंच गए जबकि 640 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 4,22,022 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,336 की वृद्धि के साथ 3,99,436 हो गयी, जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.27 प्रतिशत है। कोविड-19 से उबरने वाले मरीजों की राष्ट्रीय दर 97.39 प्रतिशत हो गयी है।
आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार को कोविड-19 के लिए 17,39,857 नमूनों की जांच की गयी और इसके साथ ही अब तक कुल 46,09,00,978 नमूनों की जांच की जा चुकी है। दैनिक संक्रमण दर मंगलवार को 1.73 प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 2.51 प्रतिशत हो गयी है। साप्ताहिक संक्रमण दर 2.36 प्रतिशत है।
फाइल फोटो