Corbevax Vaccine: 5 से 11 साल तक के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स जल्द आ रही,जानिए सबकुछ h3>
नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना महामारी की एक और लहर ने परेशान कर रखा है। इस बीच भारत जैसे देशों में इस महामारी ने अब बच्चों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। इस बीच भारत में 5-11 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स (Corbevax Vaccine) को एक विशेषज्ञ समिति ने मंजूरी दे दी है। जल्द ही इसपर अंतिम फैसला ले लिया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़े हैं। स्कूल खुलने के बाद बच्चों में भी कोरोना के मामले बढ़े हैं। ऐसे में इस वैक्सीन को अगर मंजूरी मिली तो राहत की बात होगी।
DCGI अगले सप्ताह देगा मंजूरी!
माना जा रहा है कि 5-11 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स टीके के इस्तेमाल की आपात मंजूरी के बाद भारत के औषधि महानियंत्रक अगले सप्ताह तक इसे अपनी मंजूरी दे सकता है। इस फैसले के बाद सरकार छोटे बच्चों को भी टीका देना शुरू कर सकती है। देश में स्कूल खुलने के बाद बच्चों के कोरोना की चपेट में आने की खबरों के बाद पैरंट्स की चिंता बढ़ी थी। कोर्बेवैक्स टीका को मंजूरी मिलने के बाद कोरोना के खिलाफ लड़ाई में और मजबूती मिलेगी।
पहली वैक्सीन होगी कोर्बेवैक्स
अगर कोर्बेवैक्स को DCGI की मंजूरी मिलती है तो यह पहली ऐसी वैक्सीन होगी जो 2-11 साल के बच्चों के लिए इस्तेमाल में लाई जाएगी। अमेरिका और ब्रिटेन में फाइजर की mRNA वैक्सीन को 5 साल की उम्र से ज्यादा के बच्चों को मंजूरी मिली हुई है। यह वैक्सीन देश में ही विकसित की गई है। कोविड-19 के खिलाफ यह प्रोटीन सब यूनिट वैक्सीन है। इस टीके को बाजू पर दिया जाता है। 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाता है। इस वैक्सीन को 2-8 डिग्री तापमान पर रखा जाता है। इस वैक्सीन में पूरे वायरस की जगह स्पाइक प्रोटीन का इस्तेमाल करके बनाया गया है।
2-11 साल के बच्चों को भी टीका?
बारत बॉयोटेक (Bharat Biotech) ने 2-11 साल के बच्चों के लिए कोवैक्सीन के इस्तेमाल की आपात मंजूरी मांगी है। इस मामले में विशेषज्ञों के पैनल से कंपनी से ट्रायल का और डेटा मांगा है। फिलहाल अभी इसपर कोई फैसला नहीं हुआ है।
भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने पिछले साल 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी और इस साल 9 मार्च को कुछ शर्तों के अधीन 12 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के लिये उपयोग की मंजूरी दी थी। बायोलॉजिकल ई के कोर्बेवैक्स का उपयोग 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों को कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाने के लिए किया जा रहा है। एक सूत्र ने कहा, ‘बायोलॉजिकल ई के ईयूए आवेदन पर विचार-विमर्श करने वाली सीडीएससीओ की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति ने पांच से 11 वर्ष के आयु वर्ग में कोर्बेवैक्स के उपयोग के लिए आपातकालीन उपयोग अनुमति देने की सिफारिश की है।’ भारत ने 16 मार्च को 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया।
12-14 साल के बच्चों के लिए भी वैक्सीन
इससे पहले पिछले महीने सरकार ने 12-14 वर्ष के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन देने का रास्ता साफ कर दिया था। 12 से 14 वर्ष के बच्चों को भी कोर्बेवैक्स वैक्सीन की डोज (Corbevax Vaccine Dose) ही दी जा रही है।
15-18 साल के बच्चों को टीका
जनवरी में केंद्र सरकार ने 15-18 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया था। केंद्र सरकार ने इस उम्र के बच्चों को कोवैक्सीन वैक्सीन की खुराक देने का ऐलान किया था। सरकार ने फैसला किया था 28 दिनों के बाद ही कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगेगी।
DCGI अगले सप्ताह देगा मंजूरी!
माना जा रहा है कि 5-11 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स टीके के इस्तेमाल की आपात मंजूरी के बाद भारत के औषधि महानियंत्रक अगले सप्ताह तक इसे अपनी मंजूरी दे सकता है। इस फैसले के बाद सरकार छोटे बच्चों को भी टीका देना शुरू कर सकती है। देश में स्कूल खुलने के बाद बच्चों के कोरोना की चपेट में आने की खबरों के बाद पैरंट्स की चिंता बढ़ी थी। कोर्बेवैक्स टीका को मंजूरी मिलने के बाद कोरोना के खिलाफ लड़ाई में और मजबूती मिलेगी।
पहली वैक्सीन होगी कोर्बेवैक्स
अगर कोर्बेवैक्स को DCGI की मंजूरी मिलती है तो यह पहली ऐसी वैक्सीन होगी जो 2-11 साल के बच्चों के लिए इस्तेमाल में लाई जाएगी। अमेरिका और ब्रिटेन में फाइजर की mRNA वैक्सीन को 5 साल की उम्र से ज्यादा के बच्चों को मंजूरी मिली हुई है। यह वैक्सीन देश में ही विकसित की गई है। कोविड-19 के खिलाफ यह प्रोटीन सब यूनिट वैक्सीन है। इस टीके को बाजू पर दिया जाता है। 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाता है। इस वैक्सीन को 2-8 डिग्री तापमान पर रखा जाता है। इस वैक्सीन में पूरे वायरस की जगह स्पाइक प्रोटीन का इस्तेमाल करके बनाया गया है।
2-11 साल के बच्चों को भी टीका?
बारत बॉयोटेक (Bharat Biotech) ने 2-11 साल के बच्चों के लिए कोवैक्सीन के इस्तेमाल की आपात मंजूरी मांगी है। इस मामले में विशेषज्ञों के पैनल से कंपनी से ट्रायल का और डेटा मांगा है। फिलहाल अभी इसपर कोई फैसला नहीं हुआ है।
भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने पिछले साल 28 दिसंबर को वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दी थी और इस साल 9 मार्च को कुछ शर्तों के अधीन 12 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के लिये उपयोग की मंजूरी दी थी। बायोलॉजिकल ई के कोर्बेवैक्स का उपयोग 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों को कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाने के लिए किया जा रहा है। एक सूत्र ने कहा, ‘बायोलॉजिकल ई के ईयूए आवेदन पर विचार-विमर्श करने वाली सीडीएससीओ की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति ने पांच से 11 वर्ष के आयु वर्ग में कोर्बेवैक्स के उपयोग के लिए आपातकालीन उपयोग अनुमति देने की सिफारिश की है।’ भारत ने 16 मार्च को 12-14 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया।
12-14 साल के बच्चों के लिए भी वैक्सीन
इससे पहले पिछले महीने सरकार ने 12-14 वर्ष के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन देने का रास्ता साफ कर दिया था। 12 से 14 वर्ष के बच्चों को भी कोर्बेवैक्स वैक्सीन की डोज (Corbevax Vaccine Dose) ही दी जा रही है।
15-18 साल के बच्चों को टीका
जनवरी में केंद्र सरकार ने 15-18 साल के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया था। केंद्र सरकार ने इस उम्र के बच्चों को कोवैक्सीन वैक्सीन की खुराक देने का ऐलान किया था। सरकार ने फैसला किया था 28 दिनों के बाद ही कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगेगी।