Chitrakoot News : बारिश के लिए चित्रकूट में निभाई गई परंपरा, बुंदेली सेना ने 121 घड़े मंदाकिनी के जल से भोलेनाथ का किया अभिषेक | In Chitrakoot, the Bundeli army anointed Bholenath with 121 pitchers of Mandakini water. | Patrika News h3>
चित्रकूटPublished: Jul 05, 2023 04:58:31 pm
Chitrakoot News : चित्रकूट में पिछले लगभग एक दशक की परम्परा के अनुसार बुंदेली सेना ने पुलघाट कर्वी स्थित शिव मंदिर में भोलेनाथ का 121 घड़े मन्दाकिनी नदी के जल से अभिषेक किया है। प्रति वर्ष क्षेत्र में झमाझम मानसूनी बारिश की कामना को लेकर किया जाता है यह जल अभिषेक किया जाता है।
Chitrakoot News : बारिश के लिए चित्रकूट में निभाई गई परंपरा, बुंदेली सेना ने 121 घड़े मंदाकिनी के जल से भोलेनाथ का किया अभिषेक
बता दे की चित्रकूट जिले में बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि प्रतिवर्ष वह अपनी बुंदेली सेना की टीम के साथ पुलघाट कर्वी में मन्दाकिनी नदी के जल से भोलेनाथ के अभिषेक की परम्परा रही है। इस वर्ष टीम के अहम सदस्य कर्वी माफ़ी प्रधान बद्री सिंह की माता के देहांत की वजह से कार्यक्रम 15 दिन टल गया था। जिसके कारण आज हमारे द्वारा सावन के दिन 121 घड़े मन्दाकिनी नदी के जल से शिव का अभिषेक कर पूजन किया गया है। और भोलेनाथ से कामना की गई है कि चित्रकूट में भी झमाझम बारिश हो जिससे किसानों को बारिश से लाभ मिल सके।
चित्रकूटPublished: Jul 05, 2023 04:58:31 pm
Chitrakoot News : चित्रकूट में पिछले लगभग एक दशक की परम्परा के अनुसार बुंदेली सेना ने पुलघाट कर्वी स्थित शिव मंदिर में भोलेनाथ का 121 घड़े मन्दाकिनी नदी के जल से अभिषेक किया है। प्रति वर्ष क्षेत्र में झमाझम मानसूनी बारिश की कामना को लेकर किया जाता है यह जल अभिषेक किया जाता है।
Chitrakoot News : बारिश के लिए चित्रकूट में निभाई गई परंपरा, बुंदेली सेना ने 121 घड़े मंदाकिनी के जल से भोलेनाथ का किया अभिषेक
बता दे की चित्रकूट जिले में बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि प्रतिवर्ष वह अपनी बुंदेली सेना की टीम के साथ पुलघाट कर्वी में मन्दाकिनी नदी के जल से भोलेनाथ के अभिषेक की परम्परा रही है। इस वर्ष टीम के अहम सदस्य कर्वी माफ़ी प्रधान बद्री सिंह की माता के देहांत की वजह से कार्यक्रम 15 दिन टल गया था। जिसके कारण आज हमारे द्वारा सावन के दिन 121 घड़े मन्दाकिनी नदी के जल से शिव का अभिषेक कर पूजन किया गया है। और भोलेनाथ से कामना की गई है कि चित्रकूट में भी झमाझम बारिश हो जिससे किसानों को बारिश से लाभ मिल सके।