Chirag Paswan: मोदी कैबिनेट में मंत्री बन रहे चिराग पासवान? मुस्कुराहट बता रही थी कुछ बात तो है h3>
पटना: एक ओर महाराष्ट्र में बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया जब शरद पवार की पार्टी एनसीपी में बड़ी टूट हो गई। अजित पवार के नेतृत्व में कई नेता पार्टी से अलग हो गए। अभी ये घटनाक्रम चल ही रहा था इसी बीच केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल (Narendra Modi Cabinet Expansion) की चर्चा शुरू हो गई। जानकारी के मुताबिक, नरेंद्र मोदी सरकार में नए चेहरों को मौका मिल सकता है। इन चर्चाओं के शुरू होते ही बिहार में सियासी पारा चढ़ने लगा। सवाल उठे कि क्या कैबिनेट फेरबदल में चिराग पासवान (Chirag Paswan) को मौका मिलेगा। इसे लेकर न तो बीजेपी और न ही जमुई सांसद चिराग पासवान की ओर से साफ तौर पर कुछ गया। हालांकि, ऐसा कहा जा रहा कि चिराग पासवान केंद्र में मंत्री बन सकते हैं।
मंत्री बनने के सवाल से बचते दिखे चिराग
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान से जब इसे लेकर सोमवार को सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर कोई कमेंट नहीं किया। वो इस मुद्दे को टालते नजर आए। हालांकि, उनकी मुस्कुराहट बहुत कुछ बयां कर रही थी। चिराग पासवान से जब पूछा गया कि क्या वह भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहे तो उनका जवाब था कि इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। यह उनकी प्राथमिकता में शामिल नहीं है।
कैबिनेट विस्तार में मिल सकती है जगह
चिराग पासवान ने साफ शब्दों पर इतना ही कहा कि वह ईमानदारी से बिहार के लिए काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर अटैक भी किया। भले ही चिराग इस मुद्दे पर बोलने से बचते नजर आए लेकिन उनके चेहरे की चमक बता रही थी कि अंदरखाने कुछ तो चल रहा है। जब चिराग से सवाल को घुमाकर पूछा गया कि आप किस गठबंधन के साथ हैं, तो वह इसे भी चतुराई से टालते दिखाई दिए।
इसलिए भी चिराग को लेकर उठ रहे सवाल
चिराग पासवान भले ही इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हों लेकिन पिछले कुछ महीनों में उनकी बीजेपी संग नजदीकियां बढ़ी हैं। खास तौर से बिहार में हुए विधानसभा उपचुनाव के दौरान उन्होंने सीधे तौर पर बीजेपी का सपोर्ट किया। इसका फायदा भी पार्टी को मिला। वहीं चिराग सीधे तौर पर बीजेपी पर कोई अटैक करने से भी लगातार बचते रहे हैं। चिराग के केंद्रीय कैबिनेट आने की एक वजह ये भी मानी जा रही कि वो लगातार खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताते रहे हैं।
चिराग की एंट्री हुई तो पारस का क्या होगा?
वैसे भी बिहार में जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद नए समीकरण बनने तय हैं। ऐसे में चिराग के साथ आने से बीजेपी को बिहार में फायदा मिल सकता है। यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व चिराग की पार्टी को एनडीए में लाने पर विचार कर सकता है। फिलहाल दोनों पक्षों ने इस चुप्पी साध रखी है। इसकी एक वजह केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस हैं, जो मोदी सरकार में मंत्री हैं। अगर चिराग को कैबिनेट में एंट्री मिलती है तो देखना होगा कि पशुपति पारस का रिएक्शन क्या रहेगा?
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मंत्री बनने के सवाल से बचते दिखे चिराग
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान से जब इसे लेकर सोमवार को सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर कोई कमेंट नहीं किया। वो इस मुद्दे को टालते नजर आए। हालांकि, उनकी मुस्कुराहट बहुत कुछ बयां कर रही थी। चिराग पासवान से जब पूछा गया कि क्या वह भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने जा रहे तो उनका जवाब था कि इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। यह उनकी प्राथमिकता में शामिल नहीं है।
कैबिनेट विस्तार में मिल सकती है जगह
चिराग पासवान ने साफ शब्दों पर इतना ही कहा कि वह ईमानदारी से बिहार के लिए काम कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर अटैक भी किया। भले ही चिराग इस मुद्दे पर बोलने से बचते नजर आए लेकिन उनके चेहरे की चमक बता रही थी कि अंदरखाने कुछ तो चल रहा है। जब चिराग से सवाल को घुमाकर पूछा गया कि आप किस गठबंधन के साथ हैं, तो वह इसे भी चतुराई से टालते दिखाई दिए।
इसलिए भी चिराग को लेकर उठ रहे सवाल
चिराग पासवान भले ही इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हों लेकिन पिछले कुछ महीनों में उनकी बीजेपी संग नजदीकियां बढ़ी हैं। खास तौर से बिहार में हुए विधानसभा उपचुनाव के दौरान उन्होंने सीधे तौर पर बीजेपी का सपोर्ट किया। इसका फायदा भी पार्टी को मिला। वहीं चिराग सीधे तौर पर बीजेपी पर कोई अटैक करने से भी लगातार बचते रहे हैं। चिराग के केंद्रीय कैबिनेट आने की एक वजह ये भी मानी जा रही कि वो लगातार खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताते रहे हैं।
चिराग की एंट्री हुई तो पारस का क्या होगा?
वैसे भी बिहार में जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद नए समीकरण बनने तय हैं। ऐसे में चिराग के साथ आने से बीजेपी को बिहार में फायदा मिल सकता है। यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व चिराग की पार्टी को एनडीए में लाने पर विचार कर सकता है। फिलहाल दोनों पक्षों ने इस चुप्पी साध रखी है। इसकी एक वजह केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस हैं, जो मोदी सरकार में मंत्री हैं। अगर चिराग को कैबिनेट में एंट्री मिलती है तो देखना होगा कि पशुपति पारस का रिएक्शन क्या रहेगा?